She is handicapped with an arm and a leg. she did not let the handicap dominate her and started working at the welding shop 11 years ago to get her father's hand. she had to do this because her father had not a boy child. Because she is four sisters, due to which her father does not have to face difficulties in raising her family, Ritu makes her duo after passing high school. Started working on neither and today she is handling her father's shop by herself
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिला सशक्तिकरण पर कई बार अपने विचार रख चुके हैं और कहते हैं की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनना चाहिए ऐसी ही एक महिला जनपद संभल के चंदौसी के मोहल्ला सैमर टोला मैं रहने वाली रितु जोकि एक हाथ और पैर से दिव्यांग है उसने दिव्यांगता को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया और अपने पिता का हाथ बटाने के लिए 11 वर्ष पूर्व वेल्डिंग की दुकान पर काम करना शुरू कर दिया उसे यह काम अपने पिता का लड़का ना होने की वजह से करना पड़ा क्योंकि वह चार बहने हैं जिसकी वजह से उनके पिता को अपने परिवार का पालन पोषण करने में परेशानियों का सामना ना करना पड़े इसलिए रितु ने हाईस्कूल पास करने के बाद अपनी दुकान पर काम करना चालू कर दिया और आज वह अपने पिता की दुकान स्वयं ही संभाल रही है