00:00आज बस्तर दे सरे का एक मुख्य रस्म होने वाला है भितर रहनी जिसमें रत को चोड़ी करने की परमपरा है और दूसरे दिन बाहर रहनी का रस्म है जिसमें राजा के द्वारा कुम्रा कोड़ जाकर विजय रत को वापस लाया जाता है
00:30बस्तर दसरा का आज मेरा तीसरा दिन है और आज बाहर रहनी है अभी हम जा रहे हैं कुम्रा कोड़ और वहां पर से राजा जी जो है वह रत को लेकर आए ऐसे तीन दिन से भाईया ही मेरे को घुमा रहे हैं पूरा सब जगा पर बहुत-बहुत धन्यवाद दिया इसके लिए
01:00अगर जश्ट महल के पास में है मात्र दो-तीन सो मिटर दूर है तो यह देखे यहां पर है मंद बजार मतलब यहां पर आज लिगल रूप से सराब भिक रहा है अभी दो-तीन दिन से अभी दो-तीन दिन तर क्या पर मंद बेचना लिगल है और यह मंद का पूरा मार्केट ल
01:30लिगल है गौवर्मेंट की तरफ से और यह बहुत ही यूनिक रिचुल में से एक है यह भी बस्ता देखर का बहुत ऑफशूरत पाक है यहां का रस्म ही है जिसमें पर लिगल तरीके से मंधा बेचा जाता है सराब देचा जाता है इसे सराब को बजार कहते हैं
01:48पूरे भारत में किवल एक ही दीन के देसरा फेमस है और यहाँ पर देसरा 75 दीन तक चलता है और कितना वीड़ है देखो
01:59भाई सहाव भाई सहाव भारत के देसरा खतम हो चुका है यह बस्तर के देसरा चल रहा है अब है
02:09मुट मुट मढि खतम है लग दे स सहर मिद्ग यहाँ पर अंगला व को यहाँ तरह जाता है है जिर्फ 14 सन्भागने सब्रकार के B
02:27पूरे सहन पूरे बस्ता संभाग से लोग आये हुए हैं लेला दिखने के लिए चलिए आगे चलते हैं और देखकर आते हैं
02:45देख आंगा देओ बहुत सामने से जा रहे हैं
02:48लक्षस लागे हैं
02:56झास OF देखका है और भेखकरे लेकां सीही लागे हैं
03:07शुछ में इस खूंगा
03:08पर च करेखकर
03:13Öजंग'
03:18अबस मोड़ ले दावू
03:29देखे आंगा देव जो है पूरा रास्ता को एक दो क्लियर कर दे रहे हैं
03:48कर देखे द्रत को चोरी करके रात में यहां पर लेकर आ गये थे अभी राजा आएंगे यहां पर नवाखाई खाएंगे उसके बाद द्रत को यहां से लेकर जाएंगे
04:13तो आज का रस्म है वो है बाहर रह नहीं तो चलिए देखते हैं और बहुत ज़्यादा भीड़ भी है देखे और यहां पर बहुत सारे आंगदेव खेल रहे हैं वो भी आपको दिखाते हैं
04:29और जो यह द्रिश से है वो बड़ा ही अनोखा है जो आप सभी को देखना चाहिए आपर रत को यहीं पर छोड़ी करके लेकर आ गये हैं
04:41यहां पर देव खिल रहे हैं आई यह दिखाते हैं और यहां पर टेरा बना के यहां पर रत को रखे हुए हैं
05:02तो रत को यहीं पर चूरी करके लेकर आया गया और पूरे बस्तर में सबसे लास्ट नमाखाई यहीं पर होता है
05:10अब पूरे बस्तर में अलग अलग अलग नौखाई हो गया है
05:15यह पर पूरा देव खेल रहे हैं है आये दिखाते हैं आपको
05:35यहां पर सभी देव आयरबु हैं अभी राजा आएंगे यहां पर इनसे बात करेंगे फिर नवा काई खाएंगे उसके बाद अभी ही यहां पर देव खेलेंगे वो देखने वाला रहेगा थोड़े देर बने रहें फिर आप दिखेएगा
05:52अभी यहां पर देखेगा
06:22देखेगे पूरे देव यहां पर आई हुए है पूरे बस्तर तम भाग के देव यहां पर है यह देखेगे आज बाहर रहनी के रस्मे में पूरे 36 गड़ बस्तर अंचल वा आसपास के जित्ते भी पर गणा की देवी देवता हैं उनको अमंत्रित किया गया है
06:46आज रजाजी
06:51कि अज़ राजा जी कुम्रा कोट जाएंगे वहां से विजयरत को लेकर आएंगे वह अपने पूरे प्रजागा
06:56आज राजा जी कुम्रा कोट जाएंगे वहां से विजयरत को लेकर आएंगे वह अपने पूरे प्रजा के साथ में जा रहे हैं
07:23आसपस की जित्ते भी परगना के देवी देवता आंगा देव देवी के छत्र और निर्तक दल सभी लोग बाजा गाजा के साथ कुम्रा कोट जाएंगे
07:34कि यह तर्फ श्याद आपको इस देखने को मिले मारं आगा देव देखे खेल रहे हैं और यहां
07:59तुर्वा ट्राइब जो है, दुर्वा ट्राइब है, वोन इतने कन हैं, देखे, क्या बात है
08:06मैं तरह सालों में पहली बार देख रहा हूंके, वाँ
08:56कि अजय करो कि अजय को ढगे हो एकारा करो कि अजय करेंगा तो कि अपिए से लड़ है जब एकारा यार्स कि अधिए है जग।
09:26कर दो दो कर दोफ कर दो
09:56कर दो तूँ कर दो दोगे करें एक भा दे जरान का जब कर दो दो ता दो दो जो है
10:26कि सैंटरी जार चाला हुआदिए, इफ जाओड़ा हुए है
10:37कि सैंटरी ऑभीक, जास की जारी जाद़री कि जारी जारी जारी जाद़ है
10:56चीजिते पूले बडार बाजाए के लिए एका एक बादा बादा दो चाले कि अक्नार रखबादा के लिए और रखबादा के लिए आए हैं
11:16झाल झाल
11:46कर दो कर दो कर दो
12:16आज की दिन परंपरा है राजा नौए कोट आते हैं और यहाँ नवा खाई कहते हैं बस्तर में यह परंपरा है
12:46जब फसल पग जाता है तो सबसे पहले वो अपने इश्ट देवी दिवता को अर्पित करते हैं
12:52उसके बाद वो खाते हैं इसे ही नवाखाई कहा जाता है
12:55बस्तर देते का ये मुख्य दिन है अगर आप बस्तर दसेरा दिखने आ रहे हैं
13:00तो बाहर रहनी जरूर अटेंग करें
13:02नवाखाई के उपरांत राजा विजयरत के साथ राजमहल जाएगे
13:30करेंगे जरूर आप बस्तर दसेरा रहे हैं
14:00करेंगे जरूर आप बस्तर दसेरा रहे हैं
14:30करेंगे जरूर आपत रहे हैं
14:39करेंगे आप लाहर रहे हैं
14:49PKP
14:57झाल झाल झाल झाल
15:27कि यहां पर जो आंगा देव हैं इसे देव चलाते हैं इसा लगता होगा देखने से इसे जो पकड़े हैं वो चला रहे हैं
15:52पर इसे आंगा देव फूद इचलाते हैं राजा जी विजयरत को लेकर अब जा रहे हैं राजमहल की ओर और बाजा गाजा के साथ जिस तरह से आये थे उसी तरह से फिर से बाजा गाजा के साथ विजयरत को राजमहल की ओर लेकर जाएंगे
16:08कुम्रा कोट से राजमहल की दूरी लगबग धाई किलोमेटर है तो धाई किलोमेटर रत को खीच कर लेकर जाये जाता है
16:38करक लिजा खीच कर भंच 22 को खीच भाल से राजम से मोषा लेकर जाई आयुझ से राजम है
17:08झाल झाल झाल
17:38विजरत को राजमहल के पास लेकर आ गए हैं तो इस तरह से बाहर रहनी का रस्म कून होता है
18:08धुश्टो आप भी बस्ता दैसरा घुमना चाते हैं तो नेक्स्ट ये जरूर आएं और दस दिन का समय निकाल के आएं और पहले से
18:20आप होटल बुकिंग भी करा लें क्योंकि उस समय होटल नहीं मिलता है तो आप लोग भी नेक्स्ट येर जरूर बस्तदसर आएं
18:50तो मैं केवल तीन दीन ही अटेन किया कैसा लगा आपको ये वीडियो हमें कमेंट करके जरूर बताएं अच्छा लगे तो वीडियो को लाइक कर दीजे चैनल को सस्क्राइब कर लेजे बैल आइकन को भी तबा लीजे इससे मार वीडियो के लेटेस्ट अपडेट आपको मिलत