00:00पर ऐसा इसली है क्योंकि नए साल का वक्त है और सरदियों की छुटिया
00:04हम वाराणती के काशिवशनात मंदीर के दरबार में आप पहुचे हैं
00:09और देख सकते हैं कि जहां तक नजरे जा रही हैं
00:12सिर्फ और सिर्फ शद्धालू दिखाई पड़ रहे हैं
00:15और सिर्फ शद्धालू की भीड को कंट्रोल करने के लिए
00:19यहां पर न केवल पुलिस कर्मी, सुरक्षा कर्मी बलकि मंदीर प्रसाशन की ओर से
00:24तमाम जो और सिकरिटी गाड लगाए गए हैं
00:28जो जिग जैक बरिकेटिंग के जरिए भीड को शद्धालू की संख्या को डाइवर्ट किया जा रहा है
00:35ताकि एक जगह जो संख्या है वे कत्रित न होने पाए
00:38और पूरे इस भीड को देख सकते हैं
00:42के बेरिकेटिंग के जरीए एक कंट्रोल करने की कोशिश की जा रही है हमारे साथ तमाम शद्धालू भी आए हैं इनसे बात करते हैं थंड भी है और साथी साथ क्राउट भी है इसका असर नहीं पड़ रहा है जज़बे पर दशन करना है ने असर बिल्कु बिल्कु बिल्क�
01:12काफे लोग प्रसन्न भी है नहीं साल के शुरुआत हो रही है बंगवान के दर्शन से बड़िया बात क्या होगे देख सकते हैं कि जो शद्धालू है वे नंगे पाउं है चुकि बाबा के दर्बार में जा रहे हैं पहले ही अपने जितने भी फुट्वियर है उनको उन्ह
01:42थंड भी है भीड भीड भी है बहुत संघर्थ करने पड़ा रहा होगा देख रहे हैं कि शद्धालूं को इस भीड में और थंड के बावजूद आनन्द की अनुभूती हो रही है
02:04वरानसी में अभी तापमान अधिक्तम 13 डिग्री तो नियुंतम 8 डिग्री तक जा चुका है लेकिन इसके बावजूद कहीं न कहीं आस था पर इसका असर दिखाई नहीं पड़ रहा है
02:15और मंदिर प्रसासर ने पहले ही चाहे सपद दर्शन हो चाहे विशुष्ट आगरह दर्शन हो प्रोटकॉल दर्शन या विआईपी दर्शन पर पूरी तरह से रोक लगा दी है अगरी मादेश तक और इसके अलावा जितने भी और भी जो सुगम दर्शन था उसके भी सारे �
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