00:00इंसान को जवान और तंद्रुस्त बनाए रखने के लिए दो चीजों की जरूत पड़ती है
00:04हरी ताजी सबजियां और योवन से भरपूर औरत
00:22नंदू सबजी वाले के महलने में रहने वाली किरंग कुछ ऐसे ही योवन से भरपूर वो औरत थी
00:28तीस की उमर में पच्चिस की दिख्ती किरंग का एक एक अंग संग मरमर की तरह चमकता रहता
01:05एक कीलो टमाटर और एक कीलो अलू देदू जी
01:10यहां क्या देख रहें कुछ नी मैं
01:17मैं गाजर भी ले लीजे न फिर कभी
01:31अब देखते ही रहोगे या फिर दोगे भी नई नी मैं देता हूं कोई जोला जोला तो मैंने लाया नहीं है
01:48अरे मैडम चिंता काहे करते हैं हम अपने गमचा में दे देते हैं
01:53इसको आप हमें रात को दे देना वापस
01:57रात को?
01:58मतलब शाम को जब हम इदर से वापस जाएंगे जब दे दीजेगा
02:18सबजी ले लो सबजे
02:28अरे बाप रे बाप ये तो बड़ी कजबी किताब है
02:34अरे सबजी वाले रुको जड़ा
02:59पांच फूट लंबी, नशीली आखें, सुराइदार गरदन, रसगुले की तरह, गोल-गोल, सफेद काल
03:06चहरे पर आते बाल
03:08कुछ ऐसी थी किरन
03:10डीप कट टाइट ब्लाउज में किरन की जवानी चलक-चलक कर बहार आ रही थी
03:15ऐसा लग रहा कि किरन की सारी और ब्लाउज उसके जिस्म का भार उठाई नहीं पा रहे है
03:21यह लौकी कैसे दिये मैं 40 की एक और सत्तर की दो और बैगन पचास रुपे किलो
03:36सबजी के भाव तो जैसे लग रहा असमान चुरा है एक काम करो मुझे दो लौकी और अधा किलो बैगन दे दो और दो किलो आलो दे दो
03:49जी मेडम आप टैंशन मत लीजे मैं आपको लौकी और बैगन में डिसकाउंट दे दूँगा लेकिन आलू पर नहीं दे पाऊंगा
03:55ठीक है लेकिन मैंने जोला तो नहीं लाया एक काम करो तुम अपने टौकरी में दे दो तौल के अंदर ले आओ अरे जी में साब ये बिल्कुल हो सकता है ठीक है
04:07कि ये क्या किया सारी के सारी सब्जे किरा दी अरे नहीं मैं
04:37देख तो तूम रहे थे पर कहीं और इसलिए सारी के सारी सब्जे गिर गई
04:50ऐसे क्या देख रहे हूं आपके खूपसूरत जिस्म को तो देखते ही रहोगे या महसूस भी करोगे
05:07जापके खूपसूरत जिस्म को तो देखते ही रहे हैं
05:10कर दो कर दो कर दो
05:40कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर �
06:10कि अविए पार्वार भी नहीं को बड़िए
06:36क्या कर रहे यो?
06:40मुझे आज आपकी बहुत जरूरत है
06:45अरे छोड़ो मुझे
06:47बस आज की रात मुझे दे दीजिए
06:53अरे क्यों चिपक रही हो
06:54कितनी बार समझाया है तुम्हें
06:58कि मुझे तुम्हें कोई इंटरस्ट नहीं है
07:00मैं सिर्फ एक पते की जिम्मेदारी निभा सकता हूं
07:04तुम्हार साथ सो नहीं सकता
07:05और वैसे भी तुम मेरी मा की मर्जी से आहियो
07:08मेरी नहीं
07:10काश तुम मेरी जरूरत को समझ पाते
07:34अरे आप कब आए हाँ वो मेरे पती है ना विशाल वो अपना तिफिन घर पर भूल गए थे वही देने के लिए उनके ऑफिस गई थी तो सोचा लॉटते सा मैं सबजी लेते वे जाओं जी बताइए ना क्या चाहिए आपको
07:52पर सबजियां तो सब मुर्जाई हुई है आपको फ्रेश सबजी चाहिए अंदर आईए आपको एकडम फ्रेश सबजी देता हूं आईए ना
08:09आईए मैं साब आईए ये देखिए सारी सबजी एकडम फ्रेश हैं ये अभी अभी लेकर आए हैं ताजी देखिए
08:34तुम्हारी हिम्मत कैसे होई मेरे ओफिस में आने की तुम्हारी किसमत अच्छी थी कि मैं मीटिंग में था
08:39वरना उसी समय तुम और तुम्हारी टप्पे दोनों को ओफिस से फैक देता तुमसे घर आके बाद करता हूं मैं
09:01मैम साब क्या हुआ
09:09मैम साब आप पानी पीजिए
09:11मैम साब छोटे मू बड़ी बात
09:27लेकिन जो आपको खुशी के बदले आंसू देना
09:34उसके साथ जीवन बिताने से तो अच्छा है आप अकेले बिता लें
09:41आपको अपनी कदर खुदी करनी पड़ेगी
09:48आप परिशान मत हुए
09:55आप सबजें देखें मैं अभी आता हूँ
09:59नंदू किरन को सबजी से भरे कमरे में अकेला छोड़ कर तो आ गया था
10:15लेकिन उसका मन अंदर ही था
10:18उसे किरन को पाने का ये सुनेरा मौका दिख रहा था
10:29भाने का ये सुने प्राइब देखें रहा था
10:59कर दो कर दो
11:29लड़कियों के लिप्स्टिक के निशान?
11:43हाँ है तो
11:44मतलब
11:46तुम्हारा किसी और के साथ चक्कर चल रहा है ना?
11:49सुनो
11:49मैं तुम्हें न जवाब देना ज़रूरी नी समझता
11:52समझी?
11:54सोजो
11:54किरन अभी तक विशाल के दिल तक पहुचने की पूरी कोशिश कर रही थी
12:15लेकिन विशाल के इस धोके ने किरन को पूरी तरह से तोड़ दिया था
12:20अब किरन खुद के लिए जीना चाहती थी
12:23उसने नंदू को अपने घर बुलाया
12:25जी मैम साब आपने मुझे बुलाया था
12:34हाँ
12:37मुझे तुमसे कल के बारे में कुछ बात करने थी
12:50वो मैम साब कल के लिए माफी चाहते हैं
12:53लेकिन जो हमको मैसूस हुआ वो हमने आपको बोल दिया
12:58क्या है कि आप इतनी सुन्दर हैं और समझदार हैं
13:01और जो आपको ना समझे वो एक नंबर का बेवकूफ है
13:04किरन ने ये जवाब जानते हुए भी नंदू से ये सवाल जान भूच कर पूचा
13:28नंदू क्या चाहता है ये तो किरन को पता चल चुका था
13:32लेकिन किरन खुद क्या चाहती है ये उसे विशाल के धोके के बाद पता चला
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