देश की सबसे प्राचीन पर्वत श्रृंखलाओं में एक अरावली की पहाड़ियां, जो दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और गुजरात में फैलीं हैं. एक बार फिर गंभीर संकट में हैं. 20 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने चिंता बढ़ा दी है. कोर्ट ने अपने फैसले में 100 मीटर की ऊंचाई वाली पहाड़ियों को पर्वत श्रृंखला का हिस्सा मानने से इनकार किया है. मामले को लेकर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने कहा कि सरकार इसके नाजुक परिस्थितिक तंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है.हालाँकि विपक्ष ने केंद्रीय मंत्री के बयान पर सवाल उठाया है. इधर अरावली पहाड़ियों पर मंडरा रहे संकट को लेकर पर्यावरणविदों ने भी चिंता जताई है. वहीं अरावली के संरक्षण को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन हो रहे हैं. दिल्ली में रेंज बचाओं आंदोलन चल रहा है. तो वहीं हरियाणा और राजस्थान में भी विभिन्न संगठन विरोध कर रहे हैं.
00:00देश की सबसे प्राचिन पर्वत स्रिंखलाओं में से एक अरावली की पहाडियां जो दिली, हर्याना, राज्तान और गुजरात में फैली हैं
00:13एक वारफीर गंभीर संकट में हैं
00:1520 नौंबर को सुप्रीम कोट के फैसले ने चिंता बढ़ा दी है
00:18कोट ने अपने फैसले में 100 मिटर की उचाई वाली पहाडियों को पर्वत स्रिंखला का हिस्सा मानने से इनकार किया है
00:25मामले को लेकर केंद्रिय पर्यावरन मंत्री ने कहा कि सरकार इसके नाजुक परिस्थितिक तंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद है
00:33सुप्रिम प्रोट ने चारो राज्यों को कहा कि अरावली की सेम डेफिनेशन होनी चलिए
00:44सेम डेफिनेशन में 100 मिटर को जो कि 1968 का जो जियोलोजी का स्टडियर रिचर्ड मॉर्फी उसके करण है
00:56कुछ यूट्यूब चैनल ने और कुछ लोगों ने एक कंशूजन खड़ा कर दिया कि 100 मीटर का आर्थि होगा टॉप के 100 मीटर
01:04ऐसा नहीं है उसका जो बेस स्ट्रक्चर है जो परवत का बेस स्ट्रक्चर है अगर वो जमीन के अंदर भी 20 मीटर है
01:12वहाँ से लेके 100 मीटर तक प्रोटेक्शन है तो जो 100 मीटर का प्रोटेक्शन है जो लोगों ने कंशूजन करा है कि मतलाग उपर का 100 मीटर है नीचे खुदाई कर सकेंगे वो नहीं
01:23हाला कि विपक्ष ने केंद्रिय मंत्री के बयान पर सवाल उठाया है
01:27बयान के मर्म को तब ही समझोंगा जब जमीनी हकीकत में वो दिखेगा
01:33क्योंकि इनकी पूरी कारिशाली है कि पहले कोई आइडिया ड्रॉप करो उसकी वाटर टेस्ट करो और फिर प्रतीरोद ज्यादा हो तो थोड़ा पलट जाओ
01:44अन्य था प्लीज गो एड ये एक कारिशाली है मैं समझता हूँ जेतने भी लोग इस बीच में इसके लिए उद्धुएलित है क्या वो कन्विंस्ट है हॉनरेबल मिनिस्टर के स्टेटमेंट से ये उसकी सबसे बड़ी परिक्षा होगी
01:58इधर अरावली पहाड़ियों पर मंडरा रहे संकट को लेकर परियावरन विदों ने भी चिंता जताई है
02:03अरावली का संकट इस सुप्रिम कोर्ट के फैसले से और बढ़ गया है क्योंकि अरावली को वैसे ही खनन माफियाओं हमारी उद्धोग पतियों ने खंड खंड कर दिया है और इस फैसले के तहत अरावली समूर्ची नस्ठ हो जाईगी
02:25अरावली के संरक्षन को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्सन हो रहे हैं दिल्ली में रेंज बचाव आंदोलन चल रहा है तो वहीं हर्याना और राज्थान में भी विविन संगटन विरोध कर रहे हैं
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