15 दिसंबर को पटना में मुख्यमंत्री सचिवालय में नुसरत परवीन के हिजाब खींचने का वीडियो वायरल हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह हरकत विवादों में फंस गई। नुसरत ने बिहार छोड़ कोलकाता जाना पसंद किया और अभी बिहार सरकार की नौकरी जॉइन नहीं की। विपक्ष ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाया है, जबकि समर्थक इसे मामूली गलती बताते हैं। ममता बनर्जी के क्षेत्र में नुसरत की राजनीतिक संभावनाएं भी चर्चा में हैं। यह घटना सामाजिक और राजनीतिक बहस का विषय बनी हुई है, जहां धार्मिक पहचान और महिलाओं के अधिकारों का सम्मान जरूरी बताया जा रहा है। मामले पर वकील क्या बोले देखें वीडियो.
00:00मुहां बिचारी मुस्लिम महिला वहां पर स्टेज़ पर थी और जो वहां के गायक है
00:14पॉलिटिशियन वो क्या गाना गाँ रहा है कीत गले बाला धाल है रे रजे भी कर आई रहा है
00:24कि घलती तो उनकी है ना किसकी घलती जो सो कल जो डॉक्टर जो बनकर आई है
00:42मेलाओं को अरब कंट्री में जो कहां से आया अरब कंट्री से आया क्यों हिजाब का दस्तूर आया
01:10हिजाब का दस्तूर था इसलिए कि वहाँ पर पूरा रेकिस्तान ही रेकिस्तान है लेकिन जब कोई फोटो किचने की बात होता है कोई सेरमन ही होती है तो हम डेपेनेटल उसको हाटा के आते हैं इसमत मैं एह बोलूगी कि आप डाक्टर तो बने हो लेकिन आपका सोच अभी �
01:40थी तो वहां पर जो है उन्होंने अपने हाथ से पुरा गुंगट अटा लिया यह क्या पुराना रिवाज है अटाओ अटाओ इतना बोलते डालोग भी आप अभी देख लिए नमस्कार आप देख रहे हैं वान इंडिया मैं हुश्वेंद कोड़ अब मैं यहां पर देश
02:10इसको न्युक्ति पत्र दे रहे थे उसका हिजाब या कहते हैं कुछ लोग उसे नकाब भी बोलते चेरे पे जो मुस्लिम महलाया आम तोर पर देखा होगा आपने स्टुडेंट भी पहने रहती तो उसको खेज दिया और यह कहके कि यह क्या है जी उसने का सर यह हिजाब है
02:40और सुनीता जी है तीन लोगों की मैं राए लोंुगा किह चीह आ वह तो की सुमैयार नाहा है देश के प्रख्यात जो शायर थे उनबबराना की बेटी और बखील हैं द्योब्कलोर कर वो कहते हैं इसमें अफाई एर होनी चाहिए तो यह नितियरिश्कुमार का जो कदम है
03:10क्या उनकोर मुकदमा होगा तो कैसा होगा देखिए इस तरह कि घटना का कोई मुकदमा नहीं हो सकता है इसकी वजह यह है कि मुकदमा तभी होता है जब यू आर आउट्रेजिंग दा मॉडेस्टी आप सब इविमेन ठीक है तो यहां पर किसी प्रकार का कोई मैंसरिया नहीं
03:40यह क्या है जब आप कोई काड़े करते हैं तो उसके पीछे आपकी मंसा क्या है तो यहां पर जो मंसा है क्योंकि दर्सक भी समझना चाहेंगे
03:52मैं यह मैं कोई भी है इरादा क्या मैं किसी की सकल देखना चाहता और वो अगर वो महला उसकी जाज़ात नहीं देती है और मैं उसका हटा देता हूं मनकाब तो मिरूपर मुकदमा तो यह तो पहले अफायार होगी जहां चोगी मेरा इंटेंशन क्या था इरादा क्या था �
04:22नहीं डॉक्तर नहीं है वह और वेदा को यह कोई कौर्स की भी है अध्यू अपना नाम में लिखना तो फिजियो थेरेपिस्त लोग जो है ऑकुपेशनल थेरेपिस्त सब लोग डॉक्तर लिखते अब तो पता भी लगाना मुश्किल हो गया कि यह अभी ब्यूपर है कि
04:51सरजन है कि मेडिसिन का है कि होमियोपेथी का है समझें ना कि यह सब सब का पैती अलग है तो नाम भी अलग है हमारे भारत के सिद्यानत में और विग्यान में डॉक्टर सब नहीं हमारी यह बैद है
05:07अब सवाल है चिकिट्सक का एक ड्रेस कोड है यह वकीलों का ड्रेस है यह पहन कर आना पड़ता है आप एक चिकित्सक के रूप में आपने यह बाया है आपको आगे वी चिकित्सक का
05:37लेने के लिए तो आपकी तो एक पहचान है ना मुख मंत्री हो या कोई बड़ा अपसर हो कोई आपको कोई सर्टिफिकेट या पॉइंट्मेंट लेटर वाटसोएवर यू नो दे रहा है तो तो मिलान तो करेगा ना और फिर उसका सारा वीडियोग्राफी चल रहा है फोटो
06:07सब्सक्राइब कर दिया वट इस नॉंसेंस देखिए हिजाब जो है मैलाओं को अरब कंट्री में जो कहां से आया अरब कंट्री से आया
06:36क्यों हिजाब का दस्तूर आया हिजाब का दस्तूर था इसलिए कि वहां पर पूरा 레गिस्तानी रगिस्तान है अरब कंट्री में और रेगिस्तान होने के कारण हाउब्सपान संंलाइट आता है दूप कर से बचने के लिए
06:55यह हिजाब पूरे से पूरा जो देखिएगा कि धका है ऊपर टोपी है तो टोपी इसलिए पहनते हैं कि दूल दक्र बाल में नहीं लगे और सन का डारेक्ट जो आता है सूरज का प्रकास उससे बचे अब इसको आप जो एक वहां का कल्चर है भारत में तो उस तरह कोई दू
07:25आपको उनका मुगदमा नहीं होगा अब यह बहुंदी की इसलाम से जोड़ रहे हैं तो इसलाम के प्रॉपगेटर कौन है महमद साहब है महमद साहब के जो अभी पी जो बनसज है बंसज जिवित है अब यह देख लिजिए इसमें उनके जो अभी एक तालिशमें बंसज �
07:55इनके पुरूस भी हैं, महिला भी हैं, बच्चे भी हैं, कोई भी आदमी किसी भी प्रकार का न तो ये क्या कहते हैं, हिजाब पेना हुआ है, न टोपी लगाया है, न बुरका पेना हुआ है, न दाड़ी उगाया हुआ है, देख रहे हैं न?
08:12मैं यहाँ पे एक सवाल करना चाहता हूँ, मुझे आपसे पूरा ग्यान चाहिए, मैरा दिमाग में प्रशन आएगा तो पूछूंगा न?
08:42अपने धंग से पूरा जो है, मतलब इनको गवाही भी आधी कर दिया, इनका इनका इनसान है, महिला भी इनसान है, न?
08:49चाहिए हिंदू हो कि मुस्लिम हो कही भी इनसान है, मैं आपकी तरफ आऊँगा, एक महिला के तोर पे, मैं ऐसा सोचता हूँ, आप उस जगह पर होती, और आपका अगर इस तरह से, मतलब एक अचानक रियक्ट था, और वो नकाब या आपने कोई भी सिर पे ऐसे करते बट
09:19इसमें मैं यह बोलेंगे, कि वो खड़ा जागा हिसाब से, किस्तान बहुत इंपोर्टेंट होता है, स्तान काल पत्र, तो यहां पर एक मंच था, जहां पर एक सीम है, तो मैं ऐसे नहीं जाती, कि मैं मूह ढख जाती, अगा धूप होता है, हम लोग दूपत से चीहरा ड़क
09:49क्या था, अपया नहीं ती बड़ नही था, सबसे बड़े बात इही है, आपको इस नहीं लग होता है, और क्या हिसाब नितिश कुमर अच्छाण कळिग कर गितरा है, ससी जाती इसमें गलत है,
10:05प्रेंसन गलत है उम्र के हिसाब से कोई आदमी क्या किया वह एक अलग बात है लेकिन जैसे कोई महला अगर उसके चेरे पर हाथ लगाते हो थोड़ा सा इसका इसका थोड़ा सलीका हो जाना चाहिए ता मैं यह मानता हूँ अगर उन्हें हटा नहीं था चेरा देखना जिए न
10:35बनाना चाहा रहा है धर्म धर्म के सब्सक्राइब स्व
10:59सब स्टूडेंट उनिफर्म हो सब एक से दिखें तो धरम के साफ से अगर हम स्कूल कॉलेज से यही भावना आपके अंदर डाल देंगे तो देश आगे कैसे चलेगा वहां पर समराज
11:15उन्होंने रोकने का भी प्रयास किया सर एक इंसीडेंस को सर कोई भी धार्म यह पॉलिटिकल जो मंच होते हैं या कोई गौर्मेंट रान फंक्शन उसको बे मतलब अपनी पॉलिटिक्स करके एनर्जी खराब की जा रहे हैं देश में बहुत मुद्धिया करने वाले हैं अग
11:45लेने जाओ या फोटो किचने जाओ वो तो ही तो नहीं होना चाहिए था उसको तुम्हारा धरम कैसे हैलाव कर दिया कि तुम मेडिकल परो और तुम सार्बजनिक मंच में एक मर्द का सामने जाकर सार्टिपिकेट लो तो तुम्हें रूखना जाए तुम्हें खुद नही
12:15परोडिकल पार्टी साके एक चूट हो रहा है तो एक फायर के भी बात हो गया कितना कुछ कर रहा है लेकिन हो परिस्तिती जो है अगर मुझे एक बात बता दीजिए यही घटना जो है यही इसी प्रकार की घटना असोग गैलोजी पुर्व मुखमंत्री राजस्थान ठीक
12:45गुंगट करकर आई थी हां तो वहां पर जो है उन्होंने अपने हाथ से पुरा गुंगट अटा ली हारे यह क्या गुंगट है अटाओ अटाओ यह पुराना रिवाज है अटाओ अटाओ इतना बोलते है डालोग भी आप अभी देख लिए गुगल कर देखिए वीडियो
13:15और यह पॉलिटिकल सेलेक्टिव एप्रोच है अगर आप जो है आप सचमुझ जो है ऐसा कुछ करना चाहते है जो जिसमें जो है आपका जो इंटेंशन के लिए है कि यह गुंगट हटाना है तो सब का हटाइए कोई आदमी अब यहां पर बोड़ा बांद लिया तो उसको
13:45है एक टिकलिस इसू है इसमें देखे कानून कहां काम करता अगर नितिश कुमार जी माने मुख मंत्री के द्वारा बुर्का हटाने के बाद उनको गाल खिच लेते या उनके कुछ ऐसा वह आउट्रेज आप मोडेस्टी समझें ना यह तो सिंपल है कि भाया यह एक आइड
14:15सब्सक्राइब और कुछ तो नहीं किया ऐसी बात संजय निसाद ने भी कही अब भूलने का लहजा है अपना अपना अब सवाल यह है कि वहां पर कोई किसी प्रकार का एक सेक्रिटी रिजन भी होता है एक गौर्णमेंट का रिकॉर्ड है कि हमने किसको दिया उसका चेहरा �
14:45है हमने तो लिया ही नहीं तो यह मास भी मेंटेन लिए प्र प पर ली प्रूबत हो ना चाहिए वो आया इसमें इस में किसी परकार का कोई कर नहीं कोई किसी के दवाव में आकर घबाही देकर अगर कोट फॉनेंट मी कर सकता चेहांए
15:15लेकिन द्वारा वहां पर राजेत का करिक्रम चल रहा
15:21असीम स्वांत पुद्टिशन वहां वहां के गायकели पॉलेटिश्यन वहां
15:35हे टीकिर घारे डिखात
15:39शब्रोट को दिखा दिखाकर रहा है की-की डले वाला वाला डाल है रहे
15:48�頭 मुझलीमानावा क्यों क्या कर रही ती भोग्राम और प्रूग्राम में आई वए
15:56प्रूग्र में रही थी और उन्के के समर्थन ती समर्तन में तो जो वहां पर
16:03के बोटर से समर्थक हैं उनको यह आर्जेडी का माल समझते हैं माल और बाकायदा टेली का वाइरल है वीडियो आप देख सकते हैं तो आप समझ सकते हैं कि मनोदसा क्या है यहां पर तो एकदम बिल्कुल दुसित मन की एकदम ब्रोड कास्ट कर रहा है रिकॉर्डिंग हो रह
16:33देर रहा है तो यह राय थी सुप्रिम के कोट के कुछ बरिष्ट वखीलों की फिलाल आप इस राय को कैसे देखते हैं जो भी बाते इसमें कहीं गई है अलग अलग लोगों के विचारदारा है मैं मानता हूं कि इस पर अभी जाच होनी चाहिए इरादा क्या था किस तरह की
17:03आप उसे कैसे समझते हैं आप कैसे देखते हैं आप अगर कमेंट करेंगे तो हमें लग पाएगा कि आप एक आम लोग भी क्या सोचते हैं फिलाल इस वीडियो में इतना ही कैमरा परसर्म आसीस कुमार के साथ शिवेंग और वन इंडिया सुप्रिम कोट डेली
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