00:00गिरिया संधिप कदम राज साही बना तू कसा बेटला साथ आज मी दोन वाज़े पर इंतरातरी बनाव लहें आज स्कूल होती पर मला तेनला भेटाई से होता मने आलो मा ता मला अट लगी ते ओड़े गर्दी होती ता गर्दी बजा ता भेटन मंजे कूपच लगी है तर मा
00:30कर दो काड़े पंद्रो माज़क आटगरफ पाईजे मिलो नाइस हर फ्लीज माला अटगरफ दमा सराहन देला मला अच्छा पाइपड़ों पाद्ला जाए मारश्ट्र बोल्लो कुप चांगला अटले पिट्टि
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