00:00ुणर तराशने की चीज होती है और मौकों की मोहताज होती है एक सेकिंड के वक्त से कोई चुप जाता है तो कोई जीत का रिकॉर्ड बना लेता है दुर्ग के छोटे से गाउंपुराई की बीटियां तलाब में तैराकी सीख कर गुल्ड पर निशाना लगा रही है
00:20तो मैं अपने भाई को देखके स्विमिंग स्टार्ट की सर्माना और मैंने बहुत सारी प्रतिस्ट पर था में पाटिसपेशन के और बहुत अच्छे अच्छे मैडल लगे हैं फिर आगे वही है सर मैं बच्चों को अभी तलाब में ही प्रक्टेस कराती हूं बस यही है मेरी
00:50गाउं की इन वीटियों का बस एक ही दर्ध है वो है सीखने के लिए स्विमिंग पूल का ना हुना पूरई गाउं के तालाब में तेरा की सीखने वाले खिलाडी कहते हैं कि अगर बहतर सुईधाय मिले तो वो राश्ट्रिय और अंतराश्ट्य दोनों मंचों पर देश और
01:20और प्रैक्टिस करने में दिक्कत होती ही बहुत और मैं यहीं तलाब से मैं छे नैसिनल खेल चुकी और तीन गोल्ड दस मेडल यह सब है मेरे तो अगे क्या है सेलेक्शन हुआ कहा तुमारा अभी एसियान गे में सेलेक्शन हुआ है मैं घाला है
01:38यहां पर सुबह साम तिन गंटा चार गंटा हम लोग कॉंपेडिशन के कराते हैं बच्चों को अभी अच्छा है यहां पर जितने भी बच्ची हैं सभी अल्मोस्ट अधिकतर बच्ची नैस्टनल लेबल में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और आगे सर हमारे पास बस यह
02:08होते हैं सारे कॉंपेडिशन स्विमिंग पूल में होते हैं तो क्या होता है सर वहां पर स्टार्टिंग टर्निंग इस सारी फैसलेटी है नहीं तो इस वज़ा से चूक जाते हैं सरा
02:19चोटे से तालाब में तैराक की सीख कर दो बीटियों ने अपना नाम गोल्डन बुक आफ वर्ल्ड रिकॉर्ड तक में दर्ज करा लिया है
02:25खिलाडियों के परिवार वाले अब अपनी बीटियों का भविश्य सवारने के लिए खुद के खर्चे पर स्विमिंग पूल बनाने पर काम कर रहे हैं
02:33ETV भारत के लिए 36 गड़ के दुरुग से सौमनात साहू की रिपोर्ट
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