00:00चाहिए कि जब हमारे देश का एक खासवर प्रदान्वंती मोदी को मुस्लिम विरोधी साबित करना चाहता है तब इसलाम धर्म की नीव रखने वाले पैगंबर मुहमद सहाब के वंशज खुद प्रदान्वंती मोदी का इतना सम्मान कर रहे है जॉर्डन के किंग अब्द�
00:30हजरत इसमाइल की संताने थी और हजरत इसमाइल हजरत इब्राहिम के पुत्र थे ये भी माना चाहता है कि कुरेश कबीले के नेता कुसय बिन किलाब थे जो 480 इश्वी में मेक्का के शासक बने उनके पोते का नाम हाशिम था और यही हाशिम पैगंबर मुहमद सहब के पर
01:00और वो जॉर्डन के राजा किंग अब्दुल्ला द्वितिय और क्वीन रानिया के सबसे बड़े बेते हैं यहापको इस बात को भी नोट करना चाहिए कि जब दुनिया में जादातर मुस्लिम धन गुरू बुर्के और हिजाब को महिलाओं के लिए अनिवारे बताते हैं �
01:30मुहमद साहब की एक तालीसवी पीड़ी के वंशच किंग अब्दुल्ला की पत्नी है और बड़ी बात यह है कि महरानी रानिया कभी बुर्के और हिजाब में नहीं दिखाई देती हैं इसी तरह क्राउन प्रिंस हुसेन बिन अब्दुल्ला की पत्नी रजवा अलसैफ भी
02:00600 करोड रुपे खर्च हुए थे और शादी में भी ज्यादतर लोग पश्चमी वेश्बूशा में ही नजर आये थे लेकिन जो आम लोग है उनसे कहा जाता है जो आम मुस्लिम पुरुश्य महिला है उनसे कहा जाता है कि वो हिजाब बुर्के में रहे और अगर वो ऐसा नह
02:30परंपराओं से दूर रख सकता है तो आम लोगों को ऐसा करने के लिए क्यों मजबूर किया जाता है अब खुद जॉर्डन के राचाई परिवार की तस्वीरों को देखे हैं सोचे कि इस परिवार के पुरुश महिलाएं बच्चे जिस खुले अंदास से जिंदगी जीते ह
03:00इतनी संपत्ती तो ब्रिटन के राजा किंग चार्स थर्ड के पास नहीं है जॉर्डन के राच्षाही परिवार के पास नौ से जादा महल है जिनके रख रखाव पर हर साल तीन सौ करोड रुपे खर्च होते हैं
03:13इसके अलावा इसी राजशाही परिवार ने दुनिया भर में 882 करोड रुपे की संपत्ती खरीदी हुई है जिनमें 14 लक्शुरी प्रॉपर्टीज हैं अकेले बिटन में और अमेरिका में
03:23साल 2023 में जब किंग अब्दुल्ला ने अपने बेटे और क्राउन प्रिंस हुसेन बिन अब्दुल्ला की शादी पर 600 करोड रुपे से ज़ादा खर्च की है तब इस शादी में दुनिया के कई राजशाही परिवार शामिल हुए थे
03:36और अमेरिका के तत्कालीन राश्रपती जो बाइडन की पतनी जिल बाइडन उनकी बेटी आश्री बाइडन शादी समारों का हिस्सा बनी थे
03:44यह सारी वाते हम आपको इसलिए बता रहे हैं ताकि आप यह समझ पाएं कि दुनिया में ऐसे कई विरोधावास हैं जनके बारे में आम लोगों को पता नहीं चलता है
03:53हाली में इरान में कई मुस्लिम हिलाओं को सारजनिक स्थानों पर बुर्खा नहीं पहनने के लिए कड़ी सजा दी गई
03:58और यह सब कुछ इसलाम धर्म के नाम पर हुआ
04:01लेकिन हकीकत में इसी इसलाम धर्म के संस्थापक पेगंबर मुहमद साहब की एक तालीसवी पीड़ी के वंचट खुद ऐसी जिन्दगी जीते हैं और उनके पास कितनी दौलत है वो आपने आज देख लिया
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