राज्यसभा में इमरान प्रतापगढ़ी का जबरदस्त तांडव देखने को मिला, जहां उन्होंने शायरी के अंदाज़ में मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला। वोट चोरी, SIR, और लोकतंत्र के सवाल पर इमरान ने सभापति जगदीप धनखड़ से सीधी भिड़ंत कर ली। “10 करोड़ में वोट” जैसे जुमलों ने सदन का माहौल गर्म कर दिया। सरकार की नीतियों पर करारा प्रहार करते हुए इमरान प्रतापगढ़ी ने विपक्ष की आवाज़ बुलंद की। यह भाषण सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोकतंत्र की असली तस्वीर दिखाता है।
00:00सर जब महरास्टरा में शिव सेना और न्सीपी जैसी पार्टियों को तोर लिया जाए और उनका चुनाव निशान छीन लिया जाए चुनाव योग चुप रहे तो कैसा चुनाव सुधार और कैसी पहस
00:11पिछले दश धंटे से देश की पार्लियामेंड में चुनाव सुधार और एसाईयार पर होती हुई बहस और बड़े बड़े नारे वादे
00:24समंदर ये तेरी खामोशियां कुछ और कहती हैं मगर साहिल पे तूटी कस्तियां कुछ और कहती हैं
00:33कैसा चुनाव और कैसी पारदर्शिता सर जब बिहार में एन चुनाव के पहले महिलाओं के खाते में दद्दस हजार रुपे डाल के ओट खरीदा जाए
00:44और चुनाव आयोग चुपचाप तमाशा देखे तो कैसा चुनाव सुधार और कैसी बहस
00:50सभापती महोदे जब सत्ता पक्ष में भारती जनता पार्टी के एकाउंट में दस हजार करोण रुपे से ज्यादा पड़े हो और देश की सबसे बड़ी बिपक्षी पार्टी के एकाउंट में तकरीबन सो करोण रुपे पड़े हो तो फिर जम्हूरियत जिंदाबाद का
01:20लोटस कहकर के सेलेब्रेट करें तो फिर कैसा सुधार और कैसी जम्हूरियत सर जब यूपी के मीरा पूरुप चुनाओं में ओट देने के लिए घर से निकली मुस्लिम महिलाओं के सामने पुलिस का इंस्पेक्टर रिवालवर तान के ओट ना देने की धमकी दे तो कैसा च�
01:50सुधार और कैसी पहस सर मैं यह तो नहीं कहता मैं यह तो नहीं सर विल अथेंटिकेट मैं यह नहीं कहता कि चुनाओ आयोग घृतरास्थ हो गया है लेकिन चुनाओ आयोग ने गंधारी की तरह अपनी आँखों पर पट्टियां जरूर बान ली हैं सभापती महोदे मैं त
02:20मैं सर मैं तो यह कह रहा हूँ सर कि 40 से ज़्यादा बियलोग ने अपनी जान दे दी है सर होना तो यह चाहिए था कि बहस शुरू होने से पहले उन्हें शद्धानजली दी जाती सर चुनाओ आयोग बात करने को तयार नहीं है कातिलने किस सफाई से धोई है आस्तीन उसको �
02:50उदेभान सिंगारे हो मनिराम हो सीता रामगोड हो सर्वेश कुमार हो कविता हो अनिता नागेशोर और भुवन सिंग चाहान ओ सर ये बियलोग वियलोग है जिनों ने जान दी है सर आखिर चुनाव आयोग उन्से ऐसा क्या करवाना चाहता था कि उन्हों ने जमीर की आप
03:20कि अजिए इस ने में पुलनें देना चाहते तो पोई बात नहीं है कर रहे हैं है सर मुराधाबाद के भीडियो जिसने भी देखा होगा उसकी चीखें सुनकरके चुनाव आयोग की आथ में आशू आना चाहिए
03:47लेकिन अफसोस है कि चुनाव आयों सुनने तक को तयार नहीं है सर इन चीनियों पर डिसकस करना चाहते हैं तो अधिया नहीं नहीं है सर यह रिलेटेज नहीं है सर यह प्यादों का नाम भी नहीं ले सकते जिन्हों ने जान दिया है
04:00सर मैने का चुना सुदार चुनाह को आपाज करना है उनको कम एनाये सर यह या ताभ बमारी नहीं किनाएंगे
04:20सर यह यह जो शना होगा 2 दुसरे वक्ता को पर चुलाओ किव अचैनि ए लगले चाहica पैले टे इस आर यह नहीं है उन्य को नहीं हुख इस आए
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