00:00लेकिन वापस उस सवाल पर जा लो बिहार में रहना कितना जरूरी है अगर आपको बिहार फर्स बिहारी फर्स करना है क्योंकि इसी स्टेज पर अजेंडा आज तक मैं आपने मुझे बताया कि 2030 में आप चुनाओ लड़ेंगे बिहार का
00:13मैं बिलकुल और मैं इस बार ही चुनाओ लड़ना चाहता था मेरा कारण राजनीती में आना क्यों नहीं लड़े अब मैं कैसे बोलूँ अब मैं बोलूँ अब बहाना लगेगा नहीं हुआ क्या नेगोसियेशन सी इतने लेट खिच गए मुझे लगता है 16-17 तारीक हो गई �
00:43मानता हूँ कि मेरा मेरा राजनीती माने का कारण ही बिहार और बिहारी हैं दिल्ली में पला बढ़ा हूँ बंबई में मैंने काम किया थोड़ा बहुत जो भी कर पाया वहाँ पे मैंने किया और मैंने करीबी रूप से देखा किस तरीके से या आपको बोला गया कि नितिश क
01:13मैं धरातल पर उतार पाऊंगा।
01:15और मेरे लिए कते ही लक्षे नहीं है
01:17कि मैं इस पद पर रहकर या उस पद पर रहकर।
01:20वेवस्ता का हिस्सा बनना ज़रूरी है।
01:22आज अगर मैं बिहार की विधान सभा में बातों को उठाऊं।
01:26बिहार के विकास को लेकर उसको जादा बल मिलेगा बनिस्पत।
01:31मैं दिल्ली में रहकर पार्लिमेंट में सारी बाते बोलूँ
01:33क्योंकि वो वो जमीन है जहां से चीजों को आप इंप्लिमेंट कर सकते हैं।
01:38तो मैं ऐसे मुख्यमंद्री बनूँगा, तब ही बिहार जाऊँगा, कते ही मेरी ये सोच नहीं है।
01:43मैं एक विधायक बनकर भी विवस्ता का हिस्सा बन जाऊं।
01:46इस सोच के साथ मैंने इस बात को कहा है कि 2030 में विधान सभा का चुनौ लड़ूँगा।
01:51ठीक ठीक लगा लीजे।
01:53अरे प्रभूप।
01:55अच्छा अगला सवाल मेरा ये है कि जो मौझूदा स्थिती है इस वक्त
02:01दो किरदार बिहार की पॉलिटिक्स के जिसमेर मैं चर्चा करना चाहते हूँ।
02:06आप पीके की बड़ी बड़ाई करते थे।
02:08क्या हो गया पीके की।
02:10मैं अचम्बित रहती थी कि प्रशांत किशोर की प्रशंसा हर इंटर्व्यू में चिराग जी करते थे।
02:17सबसे आपको करीबी कौन लगता है आपने कहा पीके।
02:20क्या हो गया पीके।
02:21बात तारीफ की नहीं है वक्तिकर संबंद की थी।
02:24उनको मैं लंबे समय से जानता हूं।
02:27प्रशांजी के साथ
02:31अचम्वेंटेंस मेरे संबंद रहे हैं।
02:34मैं मित्रता भी नहीं बोलूँगा।
02:36इसा नहीं कि हम लोग रोज फोन पर बातचीत कर रहे हैं।
02:39छे-चे महीने बीच जाते हैं।
02:41जाता है।
02:42ना हमारी बातचीत होती है।
02:43ना मुलाकात होती है।
02:44ना कोई वाटसाइप एक्षेंज होता है।
02:46तो ऐसे में बढ़ हमें को जानता जरूर हूं।
02:48और उनकी सोच को मैं जानता हूं।
02:50और मुझे खुशी इस बात की होती थी।
02:52कि again there is somebody who is talking beyond the caste lines।
03:11और मैंने कहा भी था क्योंकि 2020 में मैं कहीं न कहीं इसी भूमिका में था
03:15जिसमें आज प्रशान जी चुनाओ लड़ रहे थे।
03:18और मेरे अनुभव से इस बात का विश्वास मुझे है कि
03:25इवेंचुली चुनाओ बाइपोलर हो जाता है।
03:27आप लाग प्रयास कर लीजे, आपके सभाओं में भीड, मेरी भी सभाओं में भीड अच्छी खासी आती थी 2020 में
03:33मेरे रोडशों में वो उटसा जोच देखने को मिलता था, वो तस्वीरे सब ने देखी।
03:37इवेंचुली चुनाओ बाइपोलर हो जाता है। आप गडबंधन पर ही जनता इवेंचुली अपना विश्वास जताती है।
03:55तेजस्वी आदव, दूसरे किर्दार, मतलब माना जा रहा था कि एक टक्कर तो जबरदस्त होगी, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, वो द्वस्त हो गए, क्या वज़ा आपको दिखाई देती है।
04:06अब ये वो विरासत है, जिसको आप सिर्फ ढो रहे हैं, आप उसमें ना कोई एडिशन कर रहे हैं, ना आप उसको आगे बढ़ाने का प्रियास कर रहे हैं।
04:19आप अभी भी जंगल राज की उस 26 अपने आपको बहार नहीं निकाल पाए, आप अभी भी वो MY समीकरन जिसमें सांपरदाइकता है, जिसमें जातियता है, आप उसी की बात करते हैं, मेरा भी MY समीकरन रहा है, बट मेरे M में महिलाएं हैं जो हमारे देश की नहीं, दुनिय
04:49ही राज़त समाप्त हो गई थी बिहार से, 2015 में मुख्यमंतरी नितीश कुमार जी का साथ उनको मिला, इसलिए उनको जीवनदान मिला, और 2020 में गुनेगार मेरहा, मेरी वज़ा से उनने जीवनदान मिला, नहीं तो 2010 से राज़त पूरी तरीके से समाप्त है,
05:062020 में तो काफी 38 सीटे थी, जहाँ पर आपके वोट्स जेडियू जितने सहारी थी उससे जादा थी, तो आप उसके लिए थे, रिस्पॉंसिबर, दस हजार, कितना काम आया, माहिलाओं को लास्ट तक चुनाओ, मतलब डेट्स के बीच में पैसा मिल रहा था,
05:25दस हजार, मतलब लोग बोलते हैं, काफी इसको क्रिडिसाइज भी किया गया, बड़ मैं ये मानता हूँ कि अगर आर्थिक शशक्ती करण की सबसे खुबसूरत योजना, यही वाली रही है, मैं बहुत जादा पखजदर उन योजनाओं का नहीं रहता हूँ, जहां पे आ�
05:55की सोच के साथ शुरू की गई है, अब चलिए, टाइमिंग पर जरूर आप सवाल उढ़ा सकते हैं, बड़ इसके पीछे की जो सोच है, वो एक ऑनिस सोच है, आप मान लीजे अगर वो हर वो औरत, हर वो महिला, जो अपने गाउं में रहती है, वो इस दस हजार से, अगर को
06:25आपको उद्यमी बनाने की सोच के साथ, आपको आर्थिक तौर पर शशक करने की ये योजना है, और मैं मानता हूं कि इसके दूरगामी आप परिनाम देखेगा, इवेंचुली ये बहुत महिलाओं को मजबूत करने की सोच के साथ निर्मान की गई योजना है, दोजार ती
06:55मुझे बड़ी जिम्मेदारी दी है, खादे प्रसंस करन उद्योग विभाग के मंतरी के रूप में, मैं इस जिम्मेदारी का निर्वाहन कर रहा हूं, और बढ़ाँ, इवेंचुली मैं बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट को प्रात्मिक्ता देने की सोच रखता हूं, द
07:25सारे आपके MPs हैं, अरुन भारती हैं, और शांभवी जी हैं, उनके साथ आप हस रहे थे, क्या बात्चीत हो रही थी, कि इतना वाइरल हो गया हूं
07:34So, we are a group of, you know, young boys and girls, I don't know, boys and girls बोल पाएंगे हम लोग, because we have cross 40, but then comparatively,
07:45So, I think a younger lot है, वो typical traditional style of party politics हमारे हां नही है, यह नही कि मै राश्टिया देख यहूं, तो एक certain protocol है, यह वो,
07:57So, we are more like friends, we have our lighter moments, chit-chat करते हैं,
08:01तो हसी मजाग के साथ-साथ काम भी हो जाता है और पता ही नहीं चलता है
08:09चिराक पास्वान जी, आप आज तक के मंच पर आएं, बिहार की जीत के लिए भी बहुत शुब काम नाएं, और आपके पूरे राज़तिक सफर में भी जहां आप पहुंचें, उसके लिए देरों बदाई, बहुत-बहुत धन्यवाद, थैंक यू, थैंक यू, थैंक यू
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