यह कहानी है एक नन्ही चिड़िया और एक खूबसूरत गुलाब की, जिनका प्रेम खामोश था लेकिन दर्द से भरा हुआ। चिड़िया ने अपने दिल की हर धड़कन गुलाब को समर्पित कर दी, पर गुलाब की खूबसूरती के साथ जुड़े कांटे उसकी किस्मत बन गए। यह दर्द भरी कहानी हमें सिखाती है कि सच्चा प्यार हमेशा पाने के लिए नहीं होता, कभी-कभी वो सिर्फ कुर्बानी और एहसास बनकर रह जाता है। अगर आपको भावुक और सीख देने वाली कहानियाँ पसंद हैं, तो यह कहानी आपके दिल को छू जाएगी।
00:02एक दिन उसने नमार्खों से जताया कि मैं आपसे बहुत प्यार करती थी
00:05गुलाब अपनी अकड में बोला जब तक मैं लाल नी हो जाता तब तक मुझे प्यार नी होगा
00:10चुडिया बोली ऐसा मत करो, मैं आपके बिना अधूरी हो, गुलाब गुस्टे में बोला बोल दिया ना, जब तक लाल नी हो जाता, तब तक मुझे प्यार नी होगा, चुडिया इंतजार में गुलाब के कांटों पर लेट ले, उन्नुकीले कांटों से लहू लुहन हो गए
00:40परवा होगा, और गल्ती से भी जता दिया, कि मैं आपके बिना अधूरा हूँ, तो वो आपकी कदर नहीं करेगा, क्योंकि उसको खोने का धर नहीं है, ये कड़वा सच है कि तुम जिसकी जितनी परवा करोगे, वो तुमारे लिए उतना ही बेपरवा होगा.
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