RSS प्रमुख मोहन भागवत ने शुक्रवार को कहा कि अब समय देश के लिए मरने का नहीं, बल्कि देश के लिए जीने का है। श्री विजयपुरम में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने देश को सर्वोपरि रखने की बात दोहराते हुए कहा कि हर व्यक्ति महत्वपूर्ण है और राष्ट्र निर्माण में सभी की भूमिका जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत में केवल भारत की भक्ति होनी चाहिए और “तेरे टुकड़े होंगे” जैसी भाषा बिल्कुल नहीं होनी चाहिए...उनके इस बयान पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। कांग्रेस मोहन भागवत के बयान पर असहमति जता रही है। जबकि बीजेपी उनके बयान को सही बता रही है।
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