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  • 40 minutes ago
National Ayurveda Festival 2025: हरियाणा के राज्यपाल प्रोफेसर असीम कुमार घोष ने पंचकूला में तीन दिवसीय राष्ट्रीय आयुर्वेद महोत्सव का शुभारंभ किया.

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00:00आज हम सेक्टर पांच इंदरधर्श ओडिटॉरियम जहां पर तीन दिवसी महुतसव मनाया जा रहा है रास्टरिय आईरवेद महुतसव आज हमारे साथ जो है आईश मंतराले के नेशनल मेडिसनल प्लांट्स बोर्ड के चीफ एक्जेकुटिव ऑफिसर डॉक्टर महेश क�
00:30सब्सक्राइब को आप बढ़ाने के लिए पूरे भारत के कौने-कौने में पुरे भारती ने 14 वासाओं में पुरे विश्वे के कौने-कौने तक आप अपनी आवाज पहुंचाते हैं लगातार इसको नियमित देखते रहता हूं तो उसके लिए पहले सबसे पहले आपका
01:00तक कि कोई medicinal plant के बारे में जानकारी चीए तो वो ले ले, QR code से जानकारी ले ले, उससे पता लग जाए उसको क्या है तो लोगों में awareness पहलाने के लिए और especially मैं आपको यह कहूँ कि COVID के बाद में बहुत सारे लोगों को awareness आईए जिस अस्वगंदा के बारे में हम बात कर रह
01:30आपकी लंक्सी बढ़ जाती है, आपको जरूत ही नहीं है, कोई hospital में जाने की जरूत नहीं है, इसी तरह से इस सब चीजों के बारे में पता लगा है, 12 सरकार अभी पांच बड़े-बड़े important medicinal plant के उपर काम कर रही है, जिसको हम five botanicals के नाम से कह रहे हैं, वो क्या करेंग
02:00जो प्लांट है, उनको पूरे विश्व में ले जाना चारी है, और उसके बारे में हर एंगल से research करवा करके, ताकि कोई इसको मना ना कर सके, जी ये कोई चीजी है, जो काम नहीं कर रही है, ताकि पूरे विश्व में भारत की एकोनोमी तो बढ़ेगी बढ़ेगी, और आ�
02:30मंतरी आने वाले हैं, उनके सामने ये रखा जाएगा, हमारे मानने परदान मंतरी जी इसके concluding session में 19 तारिको आने वाले हैं, तो अब ये आहिरवेद एक छोटा नीरा, ये एक गलोबल हो चुका है, हरियाना के बारे में देखो, हरियाना तो करशी परदान देश रहा है, त
03:00हम पेस्टिसाइड का यूज है, वो मिनिमाईज कर दें, और मैं कहा रहा हूं, नहीं करें, यदि हम प्राकरतिक खेती की तरफ बदें, क्योंकि मार्केट जो होता है, आजकल और्गनिक का है, इसी की कीमत आपको और्गनिक यदि करेंगे, हम मैं समझता हूं, देश को और �
03:30तो और्गनिक के नाम पर आपको 90 रुपे मिलेगा, तो मैं कहा रहा हूं, हम इसकी तरफ से थोड़ा सा इवेर्नेस ही हो जाए, पंजाब और हरीना दोनों की बात कर रहा हूं, तो साहिद बहुत बड़ा काम हो जाए, आपने कभी सोचा है कि हम दूद में हल्दी डाल के क्
04:00दूद में होबालने के इसलिए होता है क्योंकि यह फेट-solubal होता है, कर्कुमिन जो होता है, उसका में इनग्रिटेंट्स तो कर्कुमन जो के एंटी कैंसर्स है, तो कर्कुमन काम ही नहीं करेगा, पानी के साथ में दे दोगे, इसलिए आपने देखा होगा, सब्जी में �
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08:17It will come back again and you will have to leave it again and the weight will come back again.
08:21So, do you work on sustainable living which you can do in long term.
08:25As you asked before, people say that allopathy and Ayurveda is a treatment and it is a treatment treatment.
08:33So, Ayurveda works for someone to eat the root cause of someone's root cause.
08:39So, my weight was 64 kg and then it was about 52 kg.
08:45I have to go back to our roots in order to stay healthy.
08:52You should be the number one priority.
08:55You should say that the same thing is the same thing.
08:58You should see the root cause of every root cause.
09:01Every root cause has a QR code.
09:04You will scan the root cause of the root cause.
09:06Where will you affect the root cause of the root cause?
09:08The whole thing is happening.
09:10I am Avinash Sharma from ATV Bharath.
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