00:00ओपरेशन सिंदूर पर आते हुए करलामबा, यह जब लोग इतनी बड़ी संख्या में ड्रोन्स को टीवी पर देख रहे थे, वो तो अपनी स्क्रीन पर देख रहे थे या मोबाइल स्क्रीन पर देख रहे थे, आप लोग सामने देख रहे थे, क्या अप्रोच था?
00:12जैसे कि आपने ही कहा कि ड्रोन वारफेर भी बहुत तेजी से ड्वेलेप हुआ है और कहीं सारे मुल्क इसे यूज़ कर रहे हैं अपनी वारफेर में, इंडिया भी यूज़ कर रहा है और हमारे दुश्मन देश भी यूज़ कर रहे हैं, तो ऑपरेशन सिंदूर के दोरान �
00:42रहे थे, बट ट्रेनिंग के हिसाब से हम इसके लिए प्रिपेर्ड थे, हम इसके लिए हमने एंटिसेपेट कर रखा था कि किसी भी इस तरह की ऑपरेशन में ड्रोन का खत्रा लगातार बना रहेगा, तो उस एंटिसेपेशन में हमारी बेसिक बुनियादी जो ड्रिल्स है
01:12बर्ज हो जाओ, मैं दिखू नहीं, तो ये एक बुनियादी सिखलाई हमारी ट्रेनिंग में शामिल हो चुकी है, इसके इलावा जब कोई भी ड्रोन या स्वाम ड्रोन जो धेर सारे ड्रोन के जमावडे को कहते हैं, अगर वो दिखाई देता है, तो हमने ऐसी सिचुएशन
01:42ड्रोन की मूवमेंट कहां से कहां जा रहे हैं, किस प्रकार के ड्रोन दिख रहे हैं, इसकी अपनी हायर हैड़ को रिपोर्ट दी जाती है, क्योंकि जो हमारी AD deployed है, वो active measures लेती है इनको बर्बाद करने में, और आपने देखा ही है कि ऑपरेशन सिंदूर में दुश्मन की �
02:12चुनोती का सामना करना पड़ रहा था, ट्रेनिंग ने कैसे मदद किया है, यह मारे लिए एक चुनोती ही, लेकिन हमारी battalion LC में डिपलाई थी, तो हमने दुश्मन के टार्गेटों को पहले से रिजिस्टर करके रखता है,
02:29LC में कभी भी firing हो सकती है, तो MFC के दुवारा हमें daily televator drill की rehearsal करवाई जाती थी, दुश्मन के टार्गेट के उपर हम daily televator drill की rehearsal करते थे, जिसे हमें reaction करने में कम समय लगा,
02:45जुआनों में teen spirit की भावना थी, और daily motor drill करते थे, और जुआनों को आपसी coordination जो था, वो अच्छा था, जिसे हम operation को सफल बनाने में काम्याब रहे हैं,
02:59लीडर्शिप की कितनी बड़ी भूमिका होती है, ऐसे high intensity जब operations होते हैं,
03:05लीडर्शिप की military के किसी भी operation में एक बेहद एहम भूमिका है, और हमारी बुन्यादी training की अगर मैं बात करूँ तो लीडर्शिप की training एक जवान से start हो करके senior officer तक जाती है,
03:20तो ये कहना गलत नहीं हुगा कि हर एक soldier अपने आप में अपने एक दाइरे में एक leader है, चाहे उसका कोई भी rank हो, चाहे उसका कोई भी ओधा हो, वो किसी ना किसी level पे leadership को exercise कर रहा है,
03:33इसको दो प्रकार से देख सकते हैं, जो senior leadership है, वो planning करती है, वो अपने अनुबाव, अपने यूद्ध कोशल का प्रयोग करके एक plan बनाती है, उस plan को सही दिशा देना, सही समय से सही decision नीचे तक पहुंचाना, इन कारवाईयों को अंजाम देती है, इसी के साथ साथ junior leaders, जो
04:03उसको समझ करके सही तरीके से implement करना, और किसी ऐसी situation में जहाँ पे उस तक आदेश या decision नहीं पहुंच पाए हैं, तो capable होना, अपने दाएरे के अंदर रहते हुए decision making करना, तो leadership is the core principle जिसके साथ हम चलते हैं.
04:21Satish साथ, जिस तरीके से हमने पाकिस्तानी पोस्ट को तबाह किया था, दुश्मन की पोस्ट को तबाह किया था, वो तो धीरे धीरे और भी आने वाले दिनों में धीरे धीरे और साफ होता गया, कि कितना नुकसान हमने पहुंचाया, सैनिकों ने कैसा जजबा दिखाया था �
04:51दूस्मन की सेलिंग और ड्रोन अटेक है दुरान भी जो अनों ने अपनी जान की प्रवा किये बिना दूस्मन के गन पुजिशन, अमनिशन पॉइंट, ड्रोन और कैमरा को बरबाद किया है
05:11मेज़र युद्वीर इसकी शुरुआत जहां से हुई थी पहलगाम में जब आतंकी हमला हुआ था
05:19उसके बाद एक सामान्य लोगों के मन में बड़ा सवाल उठा कि इतने दिनों तक कोशिशें चल रही हैं
05:28लेकिन वो आतंकी उनको मार गिराना, उनको पकड़ना बड़ा मुश्किल होता जा रहा है
05:34आप क्या क्योंकि उन सारे एरियाज में आप लोग सब ऑपरेट करते हैं
05:38क्या आप उस टेरेन के बारे में में जई उद्वीर कुछ बताएंगे क्यों इतना मुश्किल, क्यों वो चुनोतिया हो
05:43माम मतलब बहुत जरूरी ये समझना कि शायद अगर मैं भी उस उन क्यूंकि जिस इलाके में मैं भी पोस्टेट था, वहां भी टेरेन सिमिलर था
05:54तो शायद मैं भी अगर वो इलागा नहीं देखा होता तो मैं भी नहीं समझ पाता कि क्यों इतना मुश्किल है, क्यों ये जो लोगों के मन में सवाल आये थे कि इतना टाइम क्यों लग रहा है, इतने दिन हो गए, इतने दिन बीथ गए, अभी तक वो टेरेस परकड़ में
06:24प्लस हम जाड़ियां को साइड में कर रहा होते थे, इतना डिफिकल्ट है इस एरिया में उप्रेट करना, प्लस हम जो अब सब बोलते हैं कि ड्रोन तो ड्रोन भी एक पर्टिकलर पॉइंट था कि आपको सक्सेस या आपको हेल्प कर सकते हैं, अब इतनी देंसिटी इतनी �
06:54पर्टिकलर डिसंस भी थी, रियक्शन टाइम एक टेक सम टाइम, तो उसका टेरिस ने थोड़ा फाइदा उठाते हुए, लीड लिया, वो एक पर्टिकलर जगे बे चले गए, बैट गए, बड़े बड़े नाले हैं उन इलाकों में, तो इतना असानी है, इवन अगर मैं �
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