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  • 2 days ago
रामपुर, उत्तर प्रदेश, 12 दिसंबर 2025: समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्लाह वर्तमान में रामपुर जिला जेल में बंद हैं। हाल ही में आजम खान की पत्नी तंज़ीन फातिमा उनसे और उनके बेटे से मिलने जेल पहुंचीं।
 

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Transcript
00:00समाजवादी पार्टी की वरिष्ठ नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला जेल में बन है
00:08वहीं अब हाली में आजम खान की पत्नी तंजीम फातिमा उनसे मुलाकात करने जेल पहुँची
00:17जहां सुनिये इस मुलाकात के बाद उन्होंने क्या कुछ कहा
00:22आजम साब की तबियत तो अच्छी नहीं है और तबियत पहले से भी खराब थी
00:32जिस वक्त उन्होंने सजा पुड़ी है और जेल में गए हैं तो उन्हें लेटने के जमीन पर लिटाया गया है
00:41जबके निया इपालिका के ये इसपश्ट आदेश हैं कि चिकित्सी ये उन्हें सुविधाएं दी जाएं उनकी तबियत ठीक नहीं
00:49चिकित्सी ये सुविधा में एक पलंग भी आ सकता है कि अगर उन्हें एक बेट दे दिया जाता
00:55या अस्पताल में मरीजों के जो पलंग है उन्हें से ही कोई उन्हें पलंग दे दिया जाता
01:00तो शायद वो उनकी तबियत इतनी नहीं बिगड़ती
01:03एक तो पहले से ही खासी थी फिर अब उन्हें वखार भी हो गया है
01:07चाहिए ठंड लगने की वज़े से जमीन से जो ठंड पहुचती है
01:12इस वज़े से
01:15मैंने कल भी उन्हें मुलाखात की कोशिश की थी
01:18क्योंकि लगातार मीडिया में खबरें आ रही थी कि उनका स्वास्टे ठीक नहीं है
01:22कल मैंने पर्षी लगाई थी
01:25अब्दुल्ला की भी पर्षी लगाई थी
01:27अब्दुल्ला की ही बलकि पहले पर्षी लगाई थी
01:30तो वहां ये पता चला कि अब्दुल्ला की मुलाखातें तो खतम हो चुकी है
01:34यानि कि नियाए पालिका के आधेश से
01:37जो हमारे एक पैरोकार मिले थे
01:39नियाए पालिका के आदेश को लेकर
01:42अलग से पर्ची से नहीं मिले थे
01:44लेकिन उन्हें भी पर्ची वाली मुलाखात में शामिल कर दिया गया
01:48और अब्दुल्ला का मुलाखात का अधिकार भी खतम कर दिया गया
01:51उसके बाद मैंने खा अच्छा आजम साहब की पर्ची लेगा दीजिए
01:57तो वहां सुनने वाला तो कोई था ही नहीं
02:00बहुत कोशिश की मैंने दो तीन घंटे अधिकारियों से संपर्क करने की जहल के अधिकारियों से
02:06कि ये मैनवल या वैसे हाथ से लिकी हुई पर्ची आप भिजवा दीजिए और मुलाखात करवा दीजिए
02:11लेकिन कोई जवाब नहीं मिला
02:13फोन पर संपर्क करने की कोशिश की तब भी कोई खास जवाब नहीं मिला
02:18एक बार तो उठा नहीं फोन फिर स्परेंटेंडन्ट साहब ने उठाया फोन और देखा कि अच्छा हम देखते हैं
02:25उसके बाद कोई जवाब नहीं मिला
02:27जेल प्रचासन चाहता ही नहीं है कि आजम साहब से लोग मिले या कोई भी वेल विशर उनसे मिल सके
02:41और इसी लिए उन्होंने शायद ऐसा किया कि मतलब जो ब्लड रिलेशन्स के थे मैं कई थी विट्टू गए थे और उनकी बहन गई थी
02:50हमें मिलने नहीं दिया गया और हम दो घंटे के बाद फिर इंतजार करके वापिस लोट आए
02:56कल वो दिन था दस डिसंबर जबके पूरा विश्व जो है वो मानव अधिकार दिवस मना रहा था
03:04क्या कैदियों के सारे अधिकार खतम हो जाते हैं जेल के नियम सिर्फ उन्हें प्रतारित करने के लिए ही बनाए गये हैं
03:13जब भी हम किसी बात की मांग करते हैं कोर्ट से या कुछ कोर्ट बुलवाता है उन्हें अधिकारियों को और वो जेल मैनवल का हवाला देते हैं हर चीज मैनवल
03:23जेल मैनवल के नियम जो है उनकी व्याक्षा जो है वो जिस तरह से आप करना चाहें कर सकते हैं
03:30जेल के नियमों की व्याक्षा इस तरह से भी की जा सकती है
03:34जिस तरह से मतलब की खैदियों को जादा से जादा तकलीफ ना हो
03:40इस तरह से भी नियमों की व्याक्षा की जा सकती है
03:43क्या खैदी इंसान नहीं है
03:45दूसरी चीज़ मैं यह कहती हूं कि नियायाले के आदेशों की भी अभेलना की जा रही है
03:55अभी कुछ दिन पहले चार-पांच पैरोकार और कुछ लोग मिलने के लिए गए थे
04:01कोर्ट से पर्मीशन लेकर गए थे और यूनिवर्सिटी की सेलरी भी बटनी है
04:08उसके लिए भी जब कोर्ट की पर्मीशन होंगी तभी सिगनेचर वगएरा होकर आ सकते हैं
04:15तो नियायाले ने उन लोगों की पर्मीशन दी थी पाच्छे पैरोकारों को और लोगों को
04:21लेकिन मिलने नहीं दिया गया
04:24यहां पर मैं जरूर कहना चाहूंगी कि नियाय पालिका के नियमों तक की अभेलना की जा रही है
04:31इससे नियाय पालिका के सम्मान में कमी आती है
04:34और मुझे अफसोस के साथ ये कहना पढ़ रहा है
04:38कि मुलक अरजकता की तरफ बढ़ रहा है
04:41मैं कोर्ट का शुक्रिया आदा करूंगी
04:55कि उन्होंने बजी किया है मेरे पती को
04:59क्योंकि मेरे पती ने ऐसी कोई बात नहीं कही थी
05:03बात को गलत रुख दिया गया था
05:05उन्होंने सिर्फ वही कहा था जो कि अख़बार पे छपा था
05:08और इसके लिए मैं मानिये निया याले का शुक्रिया अदा करती है
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