Skip to playerSkip to main content
  • 6 minutes ago
किन 3 चीजों पर निर्भर करता है सैन्य ऑपरेशन? सेना मेडल विजेता हवलदार ने बताया

Category

🗞
News
Transcript
00:00अमिज साब जब ऐसे ओपरेशन के लिए आप लुग निकलते हैं वो तो एक तो पता भी नहीं होता है कितने दिन के लिए निकल रहे हैं घर में पता रहता है घर में बता कर निकलते हैं
00:08नई मैंम देखिए, जब हम किसी ओप्रेशन में जाते हैं, तो हम किस रूप में जा रहे हैं और किस रूप में वापस आएंगे, इसका कुछ पता नहीं होता, दूसरा ओप्रेशन तीन बातों पर निरभर करता है, अब इसा पाई थोड़ा पास करें जगे, एक तो खबर, ओ
00:38हो सबसी कर और अगर कुछ नहीं पता हुए कि सब्सक्राइब कर देदी कि इतना
00:58डूटी पे हूँ बेजी हूँ इसके अलावा उनको कुछ नहीं पता होता है उनको बस अगर मैं जम्मू कस्मीर में हूँ तो उनको प्रटिकल जंगा नहीं पता कि मनंतनाग में हूँ
01:06पुलवां में हूँ, उनको पता है, जमू कस्मीर में है, बस इतना पता है, उनको डूटी कर रहा है, बस बात कतम, इससे जादा उनको पता है।
01:14कैसे हमने यह अचीव किया, उपरेशन सिंदूर में, मिनिमम कैशवल्टी के साथ, इस उपरेशन के सक्सेस को, जबकि हमारे अडवर्सरी को भारी लॉसेज उठाना पड़ा।
01:26देखें, जो भी एक मिलिटरी लीडर ऑपरेशन को प्लान करता है, किसी भी लेवल पे, दो बुनियादी चीजें हमेशा दिमाग में होती हैं, कि मुझे मिशन को 100% सक्सेस पे लेके जाना है, और मुझे अपनी कैजूल्टी, अपने जवानों की, अपने क्रिटिकल एक्य�
01:56अपनी बुनियादी मूव में, डिप्लॉयमेंट में, कहीं पे हम जिस भी तरह से ऑपरेट कर रहे हैं, एक दिमाग में यह जुरूर रहता है कि मुझे अपनी फोर्स प्रेजरवेशन कैसे है, तो हमारी जो कैजूल्टी बिलकुल मिनिमल हुई है, यह एक टेस्टिमनी है क
02:26एक्षन से बचके, एनिमी की ड्रोन से डिटेक्ट नहीं हो रहे हैं, जब एनिमी का फायर आ रहा है, तो किस तरीके से उससे बचना है, तो मुझे ऐसा लगता है कि वीवर मुच बेटर प्रिपेर्ड ऐस वार इस असपेक्ट इस कंसर्ण, ताकि हम अपनी हानी कम से कम और �
02:56आउंड में एक सैनिक होता है, एक सोलजर होता है, उसके लिए इसका क्या मतलब होता है?
03:00ओप्रेशन के लिए हमें हर्सक में त्यार रहना है और अपनी ट्रेनी को कंटिन्यू रखना है
03:09दूस्मन देश हमारे किलाब कभी भी नपाकत हरकत कर सकता है
03:16इसलिए जुरूरी है कि हमें अपनी देश की सीमा पर लगाता निगरानी और स्तर्पता की जुरूरत है
03:25मतलब हमेशा रेडी हैं हम लोग चाहे कभी भी कोई भी चुनौती आए
03:30मेज़ो युद्वीर इतने सालों में जो चेंज़े आए हैं
03:36क्या ओपरेशनली भी आपने बदलाव आते हुए देखा है ओन ग्राउंड चीज़ें बदली हैं बहुत
03:40मैम ओपरेशनली बेसिकली टू फैक्टर्स हैं जो थोड़ा डिसाइड करते हैं कि कैसे हम अपने काम की तरीके को बदलेंगे
03:48एक होता है कि जिस तरीके का एक्टर्स हतियार वेपन सिस्टम हमें जो नए ने आता रहता है उस पे और जो दुश्मन की नई नी तरीके होते हैं तक्नीक होती है कि कैसे अपना काम करें
04:00तो जैसे जब से मैं 2016 में फॉज में आय था तो तब से लेकर अब तक जो मैंने भी मैं पूछते रहा मैं भी जब किश्मीर गया मैंने देखा कि कहीं यसे बुलेट टूफ शील्स आने लगई वेकल्स आने लगई हैं नए ने वेपन सिसम अल लगए जिससे काफी इंक्री�
04:30अब ही वो एक्जाटली जो टाक्टिक्स, टेक्निक्स, अमेरी प्रोसीजर आमेर नहीं हैं उसके बारे में यहा तो बात नहीं करना चाहूँगा बट हाँ यह दो में जिस जो डिसाइड करती हैं कैसे बदलाव अपने काम में लाते हैं यह बड़ा इंट्रिस्टिंग भी ह
05:00अपने जी मैं मैं तक्रिवें मुझे बाइस साल होगे, बाइस साल की नोगरी होगी मेरी, काफी समय समय के हसाब से बदलाव आ रहे हैं और हम अपने आपको अपग्रेड कर रहे हैं चाहे CICT हो, कॉंटर इंजेंसी हो, कॉंटर टेरिजम हो, पहले क्या था, जब खबर आत
05:30सिविलियन को ज़्यादा परिशान नी जहलनी नी पड़ती, क्योंकि जो खबर आई थोड़े दो-चार घर उसमें कोडन में आ जाते हैं और उनका ही सर्च सुरू हो जाते हैं, इस प्रेसिक कैसे हो गया, उसके बाद अभी एकुकुमेंट हमारे नई जनरेशन के आगे, ड
06:00अपने आपको अपग्रेट कर रहे हैं, मतलब उसका वजन भी घट रहा है, पहले बुलेट प्रूफ का वजन, पहले वो लोही की प्लेटे होती थी, मैं अभी जो हैं, ब्लास्टिक प्लेटे हैं, बहुत हलका है, उसके लिए सुरक साभी उससे जादा है, ब्लास्टिक हेल
06:30करते जा रहे हैं, और चुकि आप तो जिस रेजिमेंट को बिलॉंग करते हैं, वहाँ पर और ज्यादा तेजी से उपकरण बदलते हैं, मतलब न केवल वो उपकरण हमारे पास आना, बलकि उन उपकरणों पर हमारी ट्रेनिंग, ये बदलाव आपके भी हिसाब से मैं समझ
07:00इसे एक परिवर्दन का दशक बताया है, तो उसे साब से बहुत सारी नई टेकनोलोजीज का फ्यूजन हमारी आम फोर्सिस में लगातार हो रहा है, जैसे ड्रोन्स, ड्रोन्स क्या बहुत बड़े पैमाने पर हम इसे एब्जॉब कर रहे हैं, ट्रेन कर रहे हैं, यूज कर
07:30उसके इलावा बहुत अचूप मारक शमता वाले वेपन्स जो लॉंग रेंज से दुश्मन को बहुत ही बारीकी से बिना किसी को लैटरल डैमिज के हिट कर सकते हैं, लेक्ट्रो मैगनेटिक स्पेक्टरम को कंट्रोल करने वाले EW elements, तो ये भारी मात्रा में अब्सॉप्�
08:00और ये सब हमने बहुत ही एक प्रैक्टिकल तरीके से उप सिंदूर में इंपलिमेंट होते हुए उसको बहुत कारगर तरीके से ग्राउंड पर हमारे सामने आते हुए देखा, so this is really a decade of transformation for army.
Be the first to comment
Add your comment

Recommended