00:00महराश्ट्र में लेपर अटाक की घटनाय बढ़ती जा रही है और इस विशे को नापूर के शीत कालिन सत्र में उठाया गया था जिस पर वनमंत्री ने एक ऐसा उपाय बताया है जिसे सुनने के बाद आपके होश उड़ जाएंगे
00:14वनमंत्री का कहना है कि जंगलों में बड़े पैमाने पर पशुओ को छोड़ा जाए ताकि तेंदवे जो है वो जंगल से बाहर ना निकले
00:23अब जुन्नर के विधायक शरत सुनावने हमारे साथ है जो खुद तेंदवे के वेश में यहाँ पर आकर अपनी बात रखने आये हैं शरत सुनावने जी को पूछेंगे कि आखिरकार क्या मसला है कितनी दिक्कते हैं और सरकार इसको किस तरह से देख रही है
00:39मैं आपको कहना चाहता हूँ आज के तारिक में जो उपाईडों की बात कर रहे है गवर्मेंट तो हलाकि उसको प्रैक्टिकल हो सोचते नहीं उनके जो आपनी की पता नहीं है आप अगर देखेंगे तो यह जो तेंदवा है या जो हम उसको लेफ़ड के थे यह लेफ़ड
01:09उसकी दिलनीज है होती है एक पर एक बेवट जो है इक मिवट माधी जो है वह कम से फाज है या चछे बच्चों को जनम देती है फिर साल में और 12 विवट को जनम देती है तो
01:27संक्या अगर उनकी बुल्दाद देखना देखेंगे तो आज के तारिक में अगर हम जो हजबन वाइप है या हम जो लोग है जो हम इतने बच्चों कि नए पच्चों को भी पईदा कर सकते आज के तारिक में उससे चार गुना ज़ादा उन लोग की पाइदा से अच्छले उ
01:57पुरे वर्ड का है लेकिन वर्ड वाले भी सोय होए उनके द्याय में नहीं आ रहा है कि यह जो प्रजनन हो रहा है तो यह लोग जो पाइदा हो रहे हो फोरश में नहीं हो रहे है अब हमारे कल हाउस के अंदर जो बात चड़ी गई आदा पाउना गंटा उसके ओपर भाई च
02:27कि आप उनको दो रिस्क्री सेंटर जल्दी में बनाई है एक रिस्क्री सेंटर 1000 का होना चाहिए दुसरा रिस्क्री सेंटर और एक 1000 का होना चाहिए एक मेल ओड करना चाहिए एक फिमेल ओड करना चाहिए और दोनों की अलग अलग द्रखे उनकी आप उन आगर सोचेंगे �
02:57शीवाइब के तो और उपने को चार मुना जाना लगते है लेकिन दोह अजार लोगों अगर रे विए घृप ow आप을 नहीं के लिए वाइड
03:24तो अलगी उपाय बता रही है बेड़ बकरियों को खरीदा जाए उन्हें जंगलों में छोड़ा जाए ताकि वो बाहर ना निकले क्या आपको लगता है इससे हल निकलेगा इस समस्या बेड़ बकरी जंगल के आंतर चुड़के फाइदा नहीं बेड़ बकरी
03:45लोग लेकर उटा के घर पर लेकर जाएंगे क्योंकि जो लेफड है वो सब हमारे तो रहते नहीं है तो उनको चोड़ के फाइदा क्या है अंबु की खेथी करके उन्हें जंगल में रखा जाये अईसा भी कहा जा तेखो ये बात पॉसिबल नहीं है उनको कहा रखने की जरू
04:15पर है या आज के तरफे वन नोट फाई हो 105 मिट्टे वहां सबाले जा रहे हैं उनको जगे पे खाना खिला जा रहा है देड़ दिन में एक विक्री टाइम खाना खाते हैं यानि अगर आप सोचे जाएंगे तो हफते में चारी टाइम उनको खाना खिला जाता है और वो खाना
04:45अंदर तो आपना जो प्रॉलम में हो हरारत में हो सरो हो जाए ला इतने लोगों ने अपनी जान गवाई है तेंद्वे के हमले में अब तक आप जुन्नर के अगर आपके इलाके की बात हैं अमारे इलाके में तीन महींडे के अंदर 55 और 15 दिन के अंदर थेंग दिवाली का
05:15चुज़े में एक हुआ और ठज़े को एक हुआ पंद्रा दिन के अंदर तीन लोग बच्चे लोग उटा के लेके गए और खाले खा लिया गया उनको तो मेरा कहना ही है कि एमर्जेंसी है एमर्जेंसी आपद वोशिर के आजाए सीम साहब दोनों डिसम साहब और जो हमारे
05:45अचार सहिता है एमर्जेंसी में आचार सहिता कुछ नहीं करती है अगर लगर लोग मर रहे है अटाक हो रहे है तो इसका मतलब आपनों को किसी हालत में ये दोनों रिसक्री सेक्टर नगबे दिन के अंदर पूरे करने चाहिए है और इन लोग को पकड़के उनको अंदर ड
06:15हल निकाले और सेंटरस बनाकर इस मुद्दे को जल से जल निप्टाए कैमरापरस सची सावन के साथ मेरे त्विक भाले कर नाकपूर आज तक
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