00:00भारत में 87% एनर्जी जो वो इंपोर्ट होती है और उसकी कीमत है 22,00,00 करोड और यह 22,00,00 करोड देश के बाहर जाते हैं क्या यह नहीं बशने चाहिए और जब हमने इतिनॉल बनाया जब मक्य से परमिशन दी तो मक्य का भावता 12 सुरुपे क्विंटल मार्केट प्रैस थी
00:30में तीन गुना मका लगा और आज मक्य के किसान मक्य के बाद में 5,00 पाइसा मिला तो अगर यह 22,00,00 करोड अगर बचेँ तो यह किस जप मेझे यह ते देश के किसानों कě जप जप मेझे गाव संब्रुप्द्द होंगे किसान संब्रुप्द्द होगा इंपोर्ट कम हो�
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