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ये वीडियो 25th Dec 2024 संत सरिता सत्र से लिया गया है।
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Transcript
00:00चलती है ने Zen कहानिया, मस्ठ पढ़ा हुआ है, Zen फकीर, तो अपनी डपरी में पढ़ा हुआ था, अच्छत भी नहीं है, तो ऐसे अपना देख रहा है, दीवाल भर है, दीवाल भर ऐसे माने दरजा भी नहीं है, उसको घर बोलता है, वहां पढ़ा हुआ तो पर चांद है, च
00:30चपपल उठाई तो एक चपपायर की है, दूसरे की है नहीं, तो चाहिए भी ले ले ले तो वो टूटी हुई चपपल, फिर वो बुलता है, विशाई कुट गिव इंदमून, ये जो खोजरा है, वो यहाँ है नहीं, वो कपका छोड़ दिया, और जो यहाँ है, वो ऐसे किस
01:00मैं छीन लूँगा, मेरी चीज अगर तू छीन सकता है, तो इसका मतलब कुछ न कुछ हक तेरा उस पर है, फिर चीज ऐसी है, जो अपना मालिक बदल के भी बनी रह सकती है, तभी तो तू छीन लेगा, ऐसी कोई चीज पकड़ो ही मत, जो तुम से छूट के भी बनी रह जा
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