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AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में कहा कि वंदे मातरम को जबरन थोपना संविधान के खिलाफ है और देशभक्ति की कसौटी नहीं हो सकता। उन्होंने चेताया कि भारत को धर्म से नहीं जोड़ना चाहिए, वरना गांधी-आंबेडकर की राह छोड़कर कट्टरवाद को बढ़ावा मिलेगा। ओवैसी ने कहा कि मुसलमान होना देशप्रेम में कमी नहीं लाता और तमाम हमलों के बावजूद वे देश से जुड़े रहेंगे।उन्होंने जोर दिया कि सच्ची देशभक्ति गरीबी, बेरोजगारी और आतंकवाद खत्म करने में है। ओवैसी ने बताया कि संविधान नागरिकों को किसी भी धर्म या प्रतीक को मानने के लिए मजबूर नहीं करता।


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00:00बहुत बहुत शुक्री आपका कि आपने कहम मौजू पर मुझे बोलने का मौखा इनायत फरमाया
00:04और बड़े अफसोस की बात है कि बड़ी धूमधाम से हकूमत की तरफ से इस बात को रखा गया
00:12मगर तीस से ज़्यादा MP यहां पर मौजूद नहीं है
00:14मड़म पहले तो मैं वजीर आजम की इस बात की मजमत करता हूँ
00:19और उनको बताना चाहूंगा कि जिना के बारे में जो कहा था
00:24हम तो जिना के सब मुखालिफ है इसलिए भारत को अपना वतन माने
00:27मगर 42 में आपके प्यारे वीर और जिना की पार्टी ने
00:35नौर्थ वेस्ट फरंटियर सेंद और बंगाल में मिलकर हकूमत चलाई
00:39और उस हकूमत ने देड़ लाक हिंदू और मुसल्मानों को
00:43अंग्रेजों की फौट में शामिल कराया ताके वो लड़े
00:45तो किसी शायर ने अच्छा कहा था वजीर आजम के बारे में
00:49कि फरेब डेकर जमाने को पारसा ना बनिये
00:52इन्हे कहो कि वो बंदा बने खुदा ना बने
00:55अमीर शहर यही चाहता या हजरत कि हमारी चीख गले में रहे
00:59सदा ना बने
00:59दूसरी बात मेडम हमारे वजीर दिफार जनाब रादना सिंग साहब ने
01:04बड़ा ही अजीब और गरीब और तकलीफ दे बात कही
01:08अमुल मुमिनीं के बारे में और अमुल किताब के बारे में
01:11ام المومنین उनको कहते हैं
01:13जो हमारे Prophet Muhammad ﷺ की wife है
01:15वो हम तमाम मसल्मानों की
01:17माहम उनको तस्वर करते हैं
01:19मगर हम उनकी अबादत नहीं करते हम
01:21अपनी माह की अबादत नहीं करते
01:23अम-ल-किताब खुरान है
01:24हम खुरान की अबादत नहीं करते हैं
01:26खुरान अल्लह का बिजावा काम है
01:28तो उसके बारे में शायर ने अच्छा कहा
01:31कि खबर नहीं जिने अपने दीन और मजभ की
01:34हमें वो दीन का मतलब सिकाने निकले है
01:37अहम बात यह कि माड़म हमारे मुल्क का आईन
01:40का इस लफ से आगास होता है
01:42वी दे पीपल
01:43इस का आगास भारत मता के नाम से नहीं होता है
01:47हमारे संविधान का जो प्रियांबल है
01:50वो क्या कहता है
01:51लिबल्टी ओफ थाट, एक्स्प्रेशन, बिलीफ, फेट, एन वर्शिप
01:55अगर दस्तूर का ये पहला सफा ये बात करता है
01:59तो पिर कैसे किसी शहरी को
02:01किसी खुदा, देवी, देवता की अबादत करने पर
02:05या सजदा करने पर मजबूर किया जा सकता है
02:07आप ही के पार्टी से आज की जो बाते हुई है
02:09इसी कब हो रही है
02:10हमारे कॉंस्टन्ट अस्म्बली में मैडम
02:13एक महतरमा थी
02:15रहीनी कुमार चौदरी ने एक तजवीज दी थी
02:17कि प्रियामबल में किसी देवी के नाम से शुरू हो
02:20उन्होंने खास तोर से वंदे मातरम को जिकर किया
02:23मगर उसको खुबल नहीं किया गया
02:25पिर केवी कामत सहाब ने एक तजवीज दी कि
02:28इट सिटिजन्स को बदल कर हर सिटिजन्स किया जाए
02:32और खुदा के नाम से शुरू किया जाए
02:34वो तरमीम कोई मस्तरद कर दिया गया
02:36हमारे संविधान का असूल यह है
02:38कि भारत क्या है उसकी अवाम है
02:40अवामी खानून की मसंनिफ है
02:42अवाम मर्जी से
02:44कि मर्जी से सबसे बालातर है अवामी हाकिमे मुलक किसी खुदा देवी देवता मजभी इलामत के नाम से नहीं चलता ना मुलक किसी एक मजभ की मिल्कियत है
02:54इसलिए बाबा साब हमबेटकर ने क्या कहाता उनुदे अदोंने अंगर मजभी आजादी इस आईन का बनयादी असूल है
03:10तो सवाल ये पैदा होता है कि उस वक्त हमारे जो कांसेट असलमी के प्रेजजन्ट है जनाब آсть-पसाथ ने
03:16किस बुनियाद पर वंदे मातरम को खौमी तरहना खरार दिया ना तो कर सेक्री रिजूलूशन है इसके बारे में मैडम मैं आपको बताना चाहूंगा कि जुडिशरी क्या कहती है बीजू एमैनूल केस है नाइंटी नेटी सिक्स का जिसमे जिहोआ विकनिस ने कहा कि मैं नै�
03:46फिर आप आजएए मेडम प्रिवेंचर बिंसर्ट टैक्स नैशनल डइंस सेविन्टी यज़िए इसमे नैशनल सौंग नहीं है सिर्फ नैशनल एंबलम और आपका नैशनल एंतिम है फिर आप आजएए फ।्यथ एमेंडमन पंस्रों मैं मैं आपके सामें बताना चाहूं�
04:16मगर अगर जो तकारीर आज हमने यहां पर सुनी और बाहर जो सुनते हैं
04:21अगर भारत को डेवी कहने और उसके आगे सजदा करने
04:26तो दरसल खौम परस्थी को वतन से महबद को मजभ में तब्दील कर रहे
04:30और फिर यहां पर बोल रहे कि अगर भारत में रही है तो
04:33वंदे मातम गाना पड़ेगा भाई यह तो समवधान के खिलाफ है
04:37सुप्रेम कोड के जज्जachment के खिलाफ है
04:39अगर वंदे मातम मेडम खौमीएत का मियार है तो पिर सवाल ही है
04:43कैसरत मुहानी की खौमियत क्या थी जिसने इन खलाब जिन्दाबाद का नारा दिया
04:48अगर यूसुब महरली ने कुट इंडिया साइमन गोबैक का नारा दिया तो उसकी खौमियत क्या थी
04:53अगर हैदराबाद से मौलवी अलाओदीन जो मक्का मस्जिद का पहला मुझरिम है काला पानी में
04:57और तुम्हेबास खान जो मार कर लास को लटका दिया गया था हैदराबाद में आठ दिन तक
05:02उसकी खानियत क्या थी अगर इनायत अला काफी जो जिहाद का फत्वा अंग्रेजों खिलाद दिया मुरद आबाद में जब उनको दो दिन में फांसी की सजा दी गई और जब फांसी की तो जा रहे हैं तो इनायत अला काफी के जबान पर क्या था वो रसूल ला हमारे प्रा�
05:32कि ע konwert क्या थी अला में फद्लाबादी का उस्थल काला पानी का पुकार पोकार करें ने से पूछ रहे जो वहीं पर मर गया उनक्वशार
05:40पताओ मेरी खौमियत क्या थी मैड़म मैं एक मुसल्मान हूँ मैं इसलाम को मानने वाला बाविखार इनसान हूँ और मेरे मजभ की बुन्यादी तालीम तोहीद है ला इलाहि लालाहि नहीं है कोई खुदा सिवा इलाहि के और खुरान में लाहिए याका नाबुदू याका �
06:10मदीने को गए तो उन्हों ने उस वतन के लिए दूआ की कहा कि अल्ला मदीने की महबत हमारे दिलों में और इजाफा कर दे मक्के से जादा कर दे तो ये इसलाम मुसल्मान होना हमारे एमान में मुल्क की महबत बीच में नहीं आती और मुल्क से महबत है और रहेगी हमेशा
06:40तुबास तेनर बोस को, मैं सिर्फ किसी ने नहीं पढ़ाई है, क्या कहा टेगर साब ने,
06:45but Parliament is a place of union for all religious groups, and there the song cannot be appropriate.
06:51When Bengali muslimans show sign of stubborn fanatism, we regard the intolerable.
06:55When we two copy them and make unconditional demands, it will be self-defeating.
06:59यमाइस को ले करूँगा मैडम आप देख लीजिए, फिर दूसरी तरफ मैडम,
07:02आप आजाईए, मैं यहाँ पर बाइट कर, हाँ, जितने तखारिर यहाँ पर है, सब जन्गन मन पर तनखीद किये,
07:10तो मैडम मुझे यह कहना पड़ेगा, कि जन्गन मन पर आप लोग इतनी तकलीफ क्यों उठा रहे हैं,
07:15आखिर इतनी तकलीफ क्यों है, तो मैं जब जाकर देखा, तो मुझे 28 डिसंबर का, 28 डिसंबर का औरगनाईजर, मैड़ीन का आटिकल मिला, जिसमें औरगनाईजर लिखता है,
07:27कि अब बताये हैं, और फिर उसके कैन कासा करते हैं, इसमेर आप क्या बोलेंगे,
07:56मैड़म मैं आपको भी बताना चाह रहा हूँ, ये वतन की महबत हमारी बहुत हैं मगर ये बताईए हम को,
08:04कि अभी मैड़म यहां पर आनन्मट के बारे में बहुत कुछ कहा गया, मैं सिर्फ दो मिसाले आपको देता हूँ,
08:11आनन्मट के पेज नमबर 71, 80 को पढ़ लीजिए, इसके बाद सनातन जहां मुसल्मानों के घर पाते थे, इन्हें आग लगा देते थे, आप पेज नमबर 98 पढ़िए, हमेसे फिर मुसल्मानों को जड़ से खतम करना है क्यों खुछा के दुश्मन बन चुके हैं, पिर आप
08:41आप क्यों कर रहे हैं, अब आप मैडम, मैं आपको पेपर जे कर दूँगा, मैडम भारत में हमारी आज़ादी इसलिए आई, और बरकरार रही कि हमने मुल्क और मजभ को एक पीज़ नहीं बनाया, हमने इलान किया कि हमारी मुल्क मुक्तलिफ तबकात मजभाइब पर मु�
09:11और लाकों आज़ादी के सिपाईों की सोच को छोड़कर, गोटसे की सोच की, हिंदु खावी परस्ताना, मैंडम खतम कर रहा हूं, हिंदु खावी परस्ताना को एक्तियार करेंगे, मुझे वतन से बेंत्यार महबत है मैडम, और इंशाला हमेशा रहेगी, मगर बाउजू
09:41को खتم करो, बेरोजगारी को खتم करो, जवर का खातिमा करो, अमन का गहवारा बनाओ, पाकिस्तान की देश्छगर्दी को खतम करो, एक्स्व dużटेशन को रोको, शरार्त को रोको, मुझे के खिशाने साली साद्षी को खतम करो, मैडम भारत एक चमन है, जहां पर हर फूल को ख
10:11तो वो सहरा बन जाएगा और माली माली नहीं रहेगा वो जलात कहलाएगा
10:16तो इसलिए मैडम हम उम्मीद करते हैं कि हकूमत इस पर जोर जबर जबर ना करे
10:22मेरा राइट है यकीनन मैं जानता हूँ कि आजादी के लाएमे बंदे मातरम का नारा था
10:28मगर अगर आप इसको जबर करेंगे तो यह सम्मीदान के खिलाफ है वफादारी का सेटिफिकेट हमसे मत लीजे मैडम खतम कर रहा हूँ
10:47मैडम मैडम मैडम मैडम अपनी बात को खतम कर रहा हूँ
10:51मैडम मैं अपनी बात को खतम कर रहता हूँ मैडम कुए आप बहुत जल्दी में हैं कि भारत जिन्दाबाद हिंदू मुसल्मान जिन्दाबाद दलिज जिन्दाबाद इसाई जिन्दाबाद आदिवासी जिन्दाबाद जो किसी खुदा को नहीं मानते वो भी जिन्दाब
11:21मैं आपके सामने डॉकुमेंट ले कर रहा हूँ कि उन्होंने बीए का एक्जाम पास नहीं किया था तिये उनक साथ मांग से फेल हो गए ते भी रख रहा हूँ तो आप दिसके लिटरी जायन बतारे ये ये बहुत बहुत बहुत शुक्रियामन
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