00:00कि देश के महापुरुशों का सपना था कि स्वतंत्र भारत का देश की आज की पीड़ी का सपना है सम्रुद भारत का आज आज भारत का सपने को सीचा is
00:22को शीचेगा बंदे मात्रम की भावना उसी भावना को लेकर के हमें आगे चलना है और हमें आत्मंदिर्भर भारत बनाना 2047 में देश विक्षिद भारत बनके रहे अगर आजादी के पतात साल पहले कोई अधात भारत का सपना देख सकता था तो पचीछ साल पहले हम भी तो स
00:52सब्सक्राइब के साथ बंदे मात्रम हमें प्रेणा देता रहे बंदे मात्रम की भावना को लेकर के चले देश वाच्यों को साथ लेकर के चले हम सब मिलकर के चले इस सपने को पूरा करे इसी एक भाव के साथ एक चर्चा का आज आरंब हो रहा है मुझे पूरा विस्वास
01:22इनी सब्दों के साथ आपने मुझे आउसर दिया, मैं आपका बहुत-बहुत आभार वेक्ते करता हूँ, बहुत-बहुत धन्यवाद.
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