Iqra Hasan Speech: 'न सुजलाम बचा, न सुफलाम', Delhi Pollution पर इकरा का रौद्र रूप | SP कैराना सांसद इकरा हसन (Iqra Hasan) ने दिल्ली प्रदूषण (Delhi Pollution) और यमुना की हालत पर सरकार को 'वंदे मातरम' के बोल याद दिलाकर करारा तंज कसा है। समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन (Iqra Hasan) ने बढ़ते प्रदूषण और यमुना (Yamuna River) की दयनीय स्थिति को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। इकरा हसन ने अपने भाषण में राष्ट्रगीत 'वंदे मातरम' (Vande Mataram) की पंक्तियों—'सुजलाम सुफलाम' का जिक्र करते हुए कहा कि आज न तो जल स्वच्छ बचा है और न ही फल-फूल, सब कुछ जहरीला हो गया है। SP MP Iqra Hasan attacked the government over the severe Delhi pollution crisis and the toxic state of the Yamuna River. Referencing the lyrics of 'Vande Mataram', she mocked the administration, stating that neither the water remains pure nor the land fruitful. Watch her fiery speech on the environmental crisis.
00:00क्या आज के भारत की हवा मले अजे शीतलम है नहीं अध्यक जी बस संसत से बाहर कदम रखिए एक गहरी सास लीजिए ये चंदन की महक नहीं ये जहर है जो आपके हमारे फेफडों में उतर रहा है
00:12दुनिया के 20 सबसे प्रदूशिद शेहरों में से 13 भारत में है दिल्ली की हवा में सास लेना मानो रोज 20 सिगरेट पीने जैसा हो भारत हर साल सर्दियों में जहरीली हवा के प्रकोप में घिर जाता है
00:26एक यू आई गंभीर सर पर आ जाता है थंडी हवा का सपना अब ग्यास चेंबर की हकीकत बन चुका है हम वो देश हैं जहां सरकार प्रकृती पर बने गीत का मान मर्दन तो करती है पर उसी प्रकृती जंगल हवा पेड को बचाने वाले कानूनों को धिरे धिरे खुदी ख
00:56जान खेत फसल से भरे हो और किसान कर्ज और निराशा में न डूबा हो आज किसान सिर्फ मौसम से नहीं लड़ रहा है प्रदूशन नीतियों की बेरुखी और सिस्टम की नाइंसाफी से लड़ रहा है एक तरफ कॉर्परेट के लोन माफ होते हैं दूसरी तरफ किसान को उ
01:26जारे एक साल में और जिन अरब पतियों की रक्षा करते हैं वो इतना पैसा एक सेकिंड में कमा लेते हैं आज वंदे मातरम को बुनियाद बना कर राजनीति की जा रही है लेकिन जमीन पर जंगल पुझी पतियों को सौपी जा रही है आतिवास्यों को उनके घरों से उजा
01:56की हाल की रिपोर्ट के अनुसार में के अनुसार देश में हर वर्ष लगबग 30,000 से अधिक बलतकार हो रहे हैं यानि एक दिन में 80 से अधिक महिल आए यौन हिंसा का शिकार होती हैं और ये सिर्फ दर्ज मामले हैं जब जम्मू कश्मीर की एक बच्ची हिंसा कत्याचार का
02:26के अपरादियों का सरकार के लोग दुआरा स्वागत किया जाता है तो ये घटनाए बंदे मातरम की आत्मा पर चोट पहुचाती है मैं अध्यक्ष पहुद्या बस यही कहना चाहती हूं अपनी बात को अंत में रखते वे कि बंदे मातरम सिर्फ अतीत की ललकार नहीं ये �
02:56अधन में रखना चाहती हूं कि सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा हम भुल-bुले है इसके गुल-सता हमारा मझभ नहीं सिखाता आपस में रखना हिंदी है हम बतने हिंदुस्ता हमारा थिमती लवली आनन्द
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