00:00पाच्छा साथ साल तक प्रवाद बेरियाद इकलती रही स्कूलों में भी वंदे मातरा बारत माता की जय कलते रहे हिंदू मुस्लिम सभी इकटे गुमते रहे लेकिन उसमें एक चिद और याद आती थी जेंडा उचा रहे हमारा विजय विश्व तिरंगा प्यारा वो भी हम
00:30राया न राष्टागीत कभी आया राष्टगान कभीग आया राष्टगीत कभी maya अज वही लोग बन्ने महत्रम की चराना करने पर आये उफ्टीकर उस का उंगा भागे अ ओक सब्स्काखिनर beta
00:50अगर अर्विंग जी को सुनते है ना आत्मा उनका आत्मा को बहुत दुख होता है पहले समझ नहीं तो वह है
01:07नहीं जो मैं बोल रहा हूं सच्चा ही बोल रहा हूं सच्चा ही यह है कि आगे चलकर आप बताता हूं
01:13दॉक्टर हेड़गेवार जी और माननियक गुरुजी जिनको मैं मांगता हूं आज में उनके किताब में कई बी बंदे मातरम का उल्ले को तो बताता हूं
01:33कि आज हम लोग यह जो कर रहे हैं तो उसके बाद में
01:361907 में वंद्यमात्रम गाया जाता था यह जगड़े के चक्कर में महीं नहीं गिरता 1905 में मात्रमभी की सेवा को एक अभियान और एक कर्तक के रुप में बढ़ावा देने के उत्तरी कलकत्ता में
01:58वंद्यमात्रम संप्रदाय के सापना हुई 20 में 1906 को बरिसाल जो महीने अभी बाताया बंगलादेश का जो हा दसजार से अधिक हिंदू और मुस्लिम वंद्यमात्रम जंडे लेकर गुमे
02:101906 में वंद्यमात्रम दामक एक अंगरेजी दाइनक निकला 1905 में बंगल के रंगनपूर के स्पुल में लगबख 206 के पर वंद्यमात्रम का नारा लगाने के लिए 556 रुपया जुर्बाना किया गया
02:23सिर्फ बंदे मातरब का नारा लगाना
02:26बोलना घोष्टा देना उसके पर जुर्बाना
02:29आज भी हमारे राज्य सबाग में एक नियम है
02:33ठैंक्यू नहीं कहिना
02:35ठैंक्स नहीं कहिना
02:37जहिन नहीं कहिना
02:39और बंदे मातरब भी नहीं कहिना
02:42हमाहाली में राज्यसभा के अमारे महामिरा उपर अस्तोबती से मिले थे आज तक उन्हों जो कलम है नियम है उससे उन्होंने निश्काशित आज तक नहीं किया गया है
02:531906 में बंगाल के नौगेटिस प्रांतर के बरिसाल के बंगाल प्रांतर सम्मेलियन के दवरान
02:591906 में मारस में दुरिया में 1912 में जब गोपल कुछ तो गोकरे दक्षिन अपने के केप टाउन पहुंचे तो उनको अस्वागत भी जूलिस द्वारा वंदे मातरम से किया गया
03:15सर ये वंदे मातरम की कहानी सभी ने बताई उसके आगे चलकर मैं आज इतना ही कहता हूँ कि अगर हम 125 परशिक होने का इसका परड़ सुब बनाते है तो हमें कुछ जिजोग में अंतरम होने की आवश्यक्ता है आज हम आजादी की बात करते तो आत्मनिरवर ताकी भी बात
03:45कौंछी संस्ता है हमारी जो़च्त मरत बंकर काम करती है नियाए वबस्ता से लेकर कोई भी संस्ता लीजिये आप
03:56ECBI लीजिए INCFTाक्स लीजिए AD लीजिए
04:01और चुनावायुग लीजिए एक भी आत्मनिरवर नहीं है ना इत्मनिरवर प्रद काम करता है
04:08मेरा प्रोको preciso की आ सिर्द को उसक्राली के लोग निया आए के बांग ये आज प्रीम कोट में फिर वही दीन में जाकर देखिने नुआ बीदर के साथ मंहारष्ट में
04:26आना है यह तक सब्दोन चल
04:38पार्टी की भी सरकारों उनको एरिस कर दीते हैं जनत अंत्र फिर दुबारा वंदे मातरम का नहरा देना पड़ेगा आत्मधिर भर होना पड़ेगा आत्ममान रक्टर करना पड़ेगा फिर दुबारा वंदे मातरम का नहरा देना पड़ेगा क्योंकि सविधान पर हमें आच
05:08तरजयपाल का रहे है लोक भवन अरे भाई लोक बदल के होने माला है क्या तिर्थ प्राशन करना देखो तिर्थ देखने भी मिलता प्राशन करना तो दूर लोक सेवा कहने के लिए ठीक है शेवा का मंदिर के दर्वाजय बंद है और अजादी की बात करते हैं आत्मा निर्�
05:38नहीं द्यान दिया प्रजुषर पर नहीं द्यान दिया चुनावें पर नहीं द्यान दे रहे
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