Skip to playerSkip to main content
  • 22 minutes ago

Category

🗞
News
Transcript
00:00मन्ने माक्रम के साथ विस्वास गाथ क्यों हूँ
00:04ये अन्याय क्यों हुआ
00:07वो कौन सी ताकत थी जिसकी इच्छान खुद
00:15फुच्च बापू की भाउना ओपर भी भारी पड़ थे
00:20उस फैसले के पीछे नकाब ये पहना गया
00:25तो फिर पिछली सदी में इसके साथ इतना बड़ा अन्याय क्यों हुआ
00:34बंदे माक्रम के साथ विश्वास गाथ क्यों हुआ
00:44ये अन्याय क्यों हुआ
00:51वो कौन सी ताकत थी
00:55जिसकी इच्छा खुद पुज्य बापू की भावनाओं पर भी भारी पड़ गई
01:06जिसने बंदे माक्रम जैसी पवित्र भावना को भी विवादों में गसीड दिया
01:18मैं समझता हूँ कि आज जब हम बंदे मात्रम के 150 वर्ष का पर्व मना रहें
01:30चर्चा कर रहें तो हमें उन परिस्तित्यों को भी हमारी नई पीडियों को जरूर बताना हमारा दाईत्व है
01:42जिस्से के वज़र से बंदे मात्रम के साथ विश्वात गांग किया गया
01:52बंदे मात्रम के प्रती मुस्लिम लीक की विरोध की राजिती तेज होती जा रही थी
02:02मुम्मदरी जिना ने लखनों से 15 अक्तूबर 1937 को बंदे मात्रम के विरुद का नारा बुलंद किया
02:21फिर कॉंग्रेस के तत्कालीन अध्यक्षब जवाला नहरु को अपना सिहांचन डोलता दिखा
02:33बजाए कि नहरु जी मुस्लिम लीक के आधार ही इन बयानों को तगड़ा जवाब देते
02:47करारा जवाब देते मुस्लिम लीक के बयानों की निंदा करते
02:54और बंदे मात्रम के प्रती खुद की भी और कॉंग्रेस पार्टी की भी निष्ठा को प्रगट करते
03:08है लेकिन उल्टा हुआ भो ऐसा क्यों कर रहे हो तो पुछाई नहीं न जाना लेकिन उन्हों
03:18बंदे मात्रम की ही प्रताल शुरू कर दी जिन्ना के विरोत के पांच दिन बाद ही बीस अक्तुबर को नहरुजी
03:36में नेता जी सुभास बाबू को चिठी लिखिए उचिठी में जिन्ना की भावना से नेरुजी अपनी सहमती जताते हुए
03:51कि बंदे मात्रम की यह जो उन्हों ने सुभास बाबू को लिखा है बंदे मात्रम की आनन्द मठवाली प्रुष्ट भूमी मुसलमानों को इरिटेट कर सकती है
04:08मैं नेरुजी का को पढ़ता हूँ
04:13नेरुजी कहते हैं मैने मंदे मात्रम गीत का बैक्ग्राउण पढ़ा है
04:23नेरुजी फिर लिखते हैं मुझे लगता है कि यह जो बैक्ग्राउण है इससे मुसलिम भढ़केगे
04:33साथियों इसके बाद कॉंग्रेस की तरफ से बयान आया
04:43कि 26 अक्तूबर से कॉंग्रेस कारसमिती की बैठक कुलकता में होगी
04:53जिसमें बंदे मात्रम के उप्योग की समिछा की जाएगी
05:00बंकिम बा�बॉ का बंगाल बंकिम बाबॉ का खुलकता और उसको चुना गया
05:11पूरा देश हत प्रत था पूरा देश हराम था
05:17पूरे देश में देश भक्तों ने इस प्रस्ताव के विरोध में
05:25देश के कोने कोने में प्रभात फेरिया निका दी बंदे मात्रम गीत गाया लेकिन देश का दुर्भाग्य कि 26 अक्तूबर को कॉंग्रेस ने बंदे मात्रम पर समझोता कर लिया
05:44बंदे मात्रम के टुक्ड़े कर दिये उस फैसले के पीछे नकाब ये पहना गया
06:08चोला ये पहना गया ये तो सामाजिक सद्धाव का काम है
06:14लेकिन इतियास इस बात का गवा है कि कॉंग्रेस ने मुस्लिम लीग के सामने गुट ने टेग दिये
06:28और मुस्लिम लीग के दवाओं में किया और कॉंग्रेस का ये तुष्टी करण की राज़ीती को साधने का एक तरीका था
06:43आधरिनियत देजी तुष्टी करण की राज़ीती के दवाओं में कॉंग्रेस
06:54मंदे मात्रम के बटवारे के लिए जुकी
07:00इसलिए कॉंग्रेस को एक दिन भारत के बटवारे के लिए जुकना पड़ा
07:12मुझे लगता है कॉंग्रेस आउट स्पोर्स कर दिया है
07:31दुर्भाग्य से कॉंग्रेस की नीतिया वैसी की वैसीती है
07:46और इतना ही नहीं
07:48आइन सी चलते चलते में सी हो गया है
07:52पहला है
07:58झाल झाल
Be the first to comment
Add your comment

Recommended