00:00पॉलकत्या के ब्रिगेट परेट ग्राउंड में सामोही गीता पार्ट का आयुजन किया गया, जिसमें लाखों लोग शामिल हुए या आयुजन सनातन संस्कृती संसत की ओर से किया गया, जिसमें बाबा बाकेश्वर, धिरेंद्र शास्त्री, साधुरे तंभरा समेत कई ब�
00:30यह अद्बुत नजारा है कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड का
00:49जहां मंत्रों की गूंज है, सफेद पीले केसर्या रंगों से लहराता नजारा है
00:54शंक घर्याल और ठोल की ध्वनी अनुगूंच कर रही है, दवा है कि एक साथ पांच लाख लोगों ने सामुहिक गीता पाठ में हिस्सा लिया
01:07साधु संथ सभी ने एक सुर में गीता के श्लोकों का पाठ किया
01:11पस्चिम बंगाल के पाग लो और हिंदुओं यदि तुम एकता करोगे तो भारत हिंदू राष्ट हो करके रहेगा
01:22पारत को आप निरने करना होगा आप लोगों को गजवाये हिंद चाहते हो या भगवाये हिंद चाहते हो भारत में तनातनी चाहते हो या सनातनी चाहते हो
01:39हिंदूों में फूट चाहते हो या एकता चाहते हो कौन-कौन हिंदू एकता चाहता है
01:48बंगाल के इतिहास में ऐसा नजारा देखा नहीं गया
02:06मंच पर सुनाई देती हर आवाज, हर नारा, हर शंक धोनी बंगाल के लिए कुछ कह रहा है
02:18बंगाल के हिंदुओं, आंधियां चलने लगी, अभ ज्वार को पैदा करो
02:29अब ज्वार को पैदा करो, फिर सजने लगी है।
02:41समर की भूमी का पार्थ, तुम गांधीव में तंकार को पैदा करो
02:48इसकी भविता के बीच आज एक बड़ा सवाल खड़ा होता है
02:54क्या ये सिर्फ एक सांस्ट्रितिक उत्सब है या बंगाल विधान सभा चुनाफ से पहले शक्ति प्रदर्शन
03:00बंगाल की संस्ट्रिती में आंदोलन की आग भी है भक्ति की द्धवनी भी
03:09टैगोर की कोमलता है काली घाट की प्रखरता भी पर आज पंच लाक कंठे गीता पाट कारिकरम एक राजनितिक संदेश भी दे रहा है
03:19इस साथ कोई राजनिती का संबन नहीं है
03:24यहां अधी प्रोडक्ट आप बोल सकते है कि राजनिती है लेकिन राजनिती हम लोगे इस मंच में नहीं लाना चाहते है
03:36लेकिन आज बंगाल के स्थिति ऐसा है जहां पर बंगाल के हिंदू, बंगाल के खृष्षिन, बंगाल के सीख, बंगाल के और धर्म के लोग, इंक्लूडिंग मुसल्मान, उनके उपर अन्नाय हो रहे हैं।
03:51आज हिंदू को कॉर्णर किया जा रहे हमारे जो पूजा है, वो पूजा करने में आ जाता है। हम लोग बंगला का टीचर मांगते हैं तो बोली कर दिया जाता है।
04:04एक तरफ कल मुर्शिदाबाद में बाबरी नाम की मस्जिद की नीव, तो दूसरी तरफ आज कोलकाता में पांच लाख कंठों का गीता पाथ।
04:34क्या 2026 का चुनाव इस बार विचारों की लडाई नहीं, बलकि धार्मिक प्रतीकों की जंग बनेगा। क्या बंगाल की सांस्कृतिक धलकन को अब धार्मिक फेमों में बाटा जा रहा है।
05:04को सामने राखके, भगवान को सामने राखके, वो पॉलिटिकल मार्केटिंग कर रहा है। वो भाजपा का कोई और्गरेशन नहीं है, भाजपा का पूरा ग्रूपिजम है, वो फिर हरने वाला है।
05:16पीमसी से लेकर बीजेपी और कॉंग्रेस तक हर पार्टी इसे अपने हिसाब से पढ़ रही है।
05:23लेकिन क्या मुर्शिदाबाद की घटना और कोलकाता में गीता पार्ट को बंगाल की जनता भी उसी राजनितिक चश्मे से देख रही है, हालां कि जो तटस्त है, उनकी अपनी राय है।
05:33बंगाल ने सदियों से टक्राब देखी है, लेकिन हर बार संस्कृति ने राजनिति पर जीत पाई।
05:47अब देखना यह कि दुहजार चब्वीस में कौन जीतता है, जनता की संस्कृति या नेताओं की रणिती।
05:52बंगाल की मिट्टी इंतिजार कर रही है, निरने जनता करेगी और फैसलायती हास लिखेगा।
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