00:00दान कैसे और किसे दे? प्रेमानंद महराज के अनुसार. सही दान वही है जिसमें पहले पात्रों और कुपात्र की पहचान की जाए. उन्होंने बताया कि अगर कोई व्यक्ती दान में मिला सामान बेज कर शराब या गलत कार्य करे तो यह पाप है और देने वाला भी उसके कर
00:30के लिए बुरा नहीं सोचता वो चाहे क्रोध में हो फिर भी उसका भाव कल्यान कारी होता है उन्होंने कहा अगर कोई साधू भूखा है तो भोजन करा दो ठंड लग रही है तो कपड़ा दे दो बीमार है तो दवा दिला दो यही सही सेवा और दान है
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