00:00चानक्य की दस मेनु वैग्यानिक सीखों की विस्तृत व्याख्या सरल और स्पष्ट भाशा में
00:07एक लोगों की प्रकृति को समझना सीखें
00:11व्याख्या
00:12चानक्य कहते हैं कि किसी व्यक्ति को समझनी के लिए उसके शब्दों पर नहीं
00:18बलकि उसके कारियों पर ध्यान देना चाहिए लोग तनाव, संकत या लाब की स्थिती में अपना वास्तविक स्वभाव दिखाते हैं, उनका तर्क है कि यदि आप लोगों की नियत व्यवहार और आत्तों को सही धंग से पहचान लेते हैं तो धोखे से बच सकते हैं और सही म
00:48भावनाई मनुष्य के मिर्ने और द्रिष्टिकोन को प्रभावित करती हैं, चानक्य मानते हैं कि क्रोध, ईश्या, लालच और घमंध हमारे विवेक को कमजोर कर देते हैं, जिससे गलत फैसले लेते हैं, भावनात्मक स्थिरता रखकर व्यक्तिकठिम परिस्थितियों में
01:18जीन सही समय पर सही नर्ने ले
01:20व्याख्या
01:22अवसर बार बार नहीं आते चानक्य के अनुसार जीवन में सफलता उन्हीं को मिलती है जो समय को पहचानते हैं और विलंग नहीं करते प्रतीक्षा का सही समय और कारे करने का सही समय अलग होता है अंतर समझना जरूरी है
01:38समय प्रबंधन बुद्धिमत्ता का आधार है तेजी और सही रण्मीती दोनों आवशक है चार हर व्यक्ति में कुछ सीखने लायक होता है
01:52व्याख्या चानक क्या कहते हैं कि ज्यान किसी एक स्थान पर सीमत महीं है कभी कभी शत्रू भी हमें ऐसी बाते सिखा जाता है जो मुत्र महीं सिखा पाते यह द्रिश्टिकों व्यक्तिकों एहंकार मुक्त बनाता है और उसकी सीखने की क्षमता को बढ़ाता है
02:10हर अनुभव फाइदा देता है
02:15खुले दिमाग वाले लोग तेजी से आगे बढ़ते है
02:18पांच रमनीती बना कर काम करे
02:22व्याख्या बना योजना के किया गया
02:26कार्य अस्थिर और अव्यवस्थित होता है
02:28चानक्य राजनीती, युद, शिक्षा और जीवन हर क्षेत्र में
02:33सोच समझकर कदम उठाने की सलाह देते हैं
02:36उनकी मीती है, जो योजना बनाता है
02:38वही भविश्य पर नियंत्रन रखता है
02:41लक्षे सपष्ठ हो, तभी सफलता मिलेगी
02:47रम्नीती प्लस क्रियांगयन बराबर परिवर्तन
02:50चानक्य कहते हैं कि डर से भागने पर वह बढ़ता है
03:06लेकिन सामना करने पर खत्म हो जाता है
03:09जो व्यक्ति अपने डर को हराता है
03:11वही बड़े काम कर सकता है
03:13मन वैग्यानिक सीख
03:15डर मन का भरम है
03:17चुनोती स्विकार करने से आत्म विश्वास बढ़ता है
03:21साथ रहसियत सीक्रेट्स को संभाल कर रखे
03:25व्याख्या
03:27अत्यधिक खुलापन कमजोरी बन सकता है
03:30चानक्य कहते हैं कि अपने लक्ष्य, योजनाई, निजी संस्याई
03:34और कमजोरियां किसी को नहीं बतानी चाहिए
03:37क्योंकि लोग इनका गलत लाब उठा सकते हैं
03:40अनुशासित और समझदार लोग अपने बातों का ख्याल रखते हैं
03:44गोपनींता एक शक्ती है, सभी लोग विश्वास योगे नहीं होते
03:52आठ अपने आसपास के लोगों का मूल्याकन करे
03:57व्याख्यार
03:58आप जैसा वातावरन चुमते हैं, वैसा ही आपका व्यक्तित बनता है
04:03चानक्य के अनुसार गलत लोग आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं
04:08जबकि सही लोग आपको आगे बढ़ा सकते हैं
04:11इसलिए मित्र, सहयोगी और सलाहकार सोच समझ कर चुनने चाहिए
04:15गलत संगत से विनाश होता है, अच्छे लोग जीविन में सकारात्मक उर्जा लाते हैं
04:25नोग धेरे और बुध्यमानी से समस्याव का समाधान करे
04:29व्याख्या
04:31समस्याव जीविन का हिस्सा है, चानक्य के अनुसार भावनात्मक प्रतिक्रिया देने की बजाई
04:38शांत रहकर स्थिती को समझे, फिर कदम उठाए धेरे रखने वाले लोगों का विवेक स्पष्ट होता है
04:45गुस्से या डर में लिया गया, मिर्मे गलत होता है, धेरे मानसिक मजबूती का संकेत है
04:54दस करी मेहनत और आत्मानुशासन जीवन बदल देते हैं
05:00व्याख्या, चानक के कर्मटता, अनुशासन और मिरंतर प्रयास को सफलता का आधार बताते हैं
05:08जीवन में संकट हो या असफलता रुखना नहीं चाहिए, अभ्यास और नेमित्ता से साधारन व्यक्ति भी महान बन सकता है
05:16स्थिर्ता, मेहनत और अनुशासन बराबर सफलता प्रतिभा से अधिक महत्वपूर्ण है, निरंतर प्रयास
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