Skip to playerSkip to main content
🧔🏻‍♂️ आचार्य प्रशांत से समझे गीता और वेदांत का गहरा अर्थ, लाइव ऑनलाइन सत्रों से जुड़ें:
https://acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00021

📚 आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं?
फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?cmId=m00021
➖➖➖➖➖➖
पूरा वीडियो : डॉ. अंबेडकर ने बौद्ध धर्म ही क्यों चुना? || आचार्य प्रशांत, किरोड़ीमल कॉलेज, DU (2025)
➖➖➖➖➖➖
#acharyaprashant
#DrBRAmbedkar
#AmbedkarPunyatithi
#IndianHistory
#SocialReform

Category

📚
Learning
Transcript
00:00डौक्टरंबेटकर, मृत्यों की रात्ट को भी क्या कर रहे थे?
00:06वो धर्म पर किताब लिख रहे थे
00:08वो धर्म पर ही किताब लिख रहे थे और उन्हें बड़ी हड़वड़ी थी कि सको पूरा कर दें
00:13तब यह थे बहुत खराब्ती दिख रहा था कि Jen जाने वाले हैं
00:30रहे थे वह किस पर लिख रहे थे धर्म पर लिख रहे थे जो भारतीय दर्शन रहा है उसकी सारी खुबियां बहुत धर्म में जबरदस्त तरीके से मौजूद
00:42बहुत धर्म तो पूरा ही जिग्यासा का धर्म है, रूड़ियों के लिए वहां एकदम ही कोई जगा नहीं है, वास्तविक धार्मिक्ता इतनी सीधी, इतनी प्यारी चीज होती है, उसमें ये सब करने ही नहीं होता प्रपंच की, ये लक्षण वो लक्षण,
00:59होश में जीने को धर्मिक्ता कहते हैं, बस बात खत्म, अगर होश में जीने को धर्मिक्ता कहते हैं, तो डॉक्टरम बेड़कर कैसे कह देते हैं कि धर्मिक न रहो, क्योंकि अगर होश माने होता है धर्म, तो धर्म अगर छोड़ोगे तो माने क्या छोड़ दिया, होश छोड
Be the first to comment
Add your comment

Recommended