Skip to playerSkip to main content
  • 2 days ago

Category

📚
Learning
Transcript
00:00मुझे कोई कंजम्शन बता दीजिए जो कार्बन इंटेंसिव नहीं है
00:04क्लाइमिट क्राइसिस कोई छोटी मोटी चीज नहीं है
00:09ये मास अबलिटरेशन है
00:12साठ के दशक में दिल्ली की सडकों पर एंबेसडर और प्रीमियर पदमिनी चलते थे
00:17और वो बहुत तरीके से पॉल्यूटिंग थे जो इंजन है वो उस समय के अबेसडर से कहीं कम पॉल्यूशन करता है
00:24करता है ना दिल्ली आज कम पॉल्यूटेड है क्या
00:26पर वेहिकल एमिशन अगर 50% भी गिरा और नंबर ओफ वेहिकल 500% बढ़ गए
00:35तो नेट एमिशन क्या हुआ सोलर पैनल्स होते हैं बड़े बड़े हम बोलते हैं ता क्लीनेस्ट एनरजी इस सोलर की रिसाइकलिंग कैसे होगी काच होता है वो
00:44और जब तक ये फिलोसफी ऑफ लाइफ ठीक नहीं करी जाएगी हम खुद को बस पहाने देते रहेंगे जुन-जुने बजाते रहेंगे
00:57मैं सादू सन्यासी की तरह आपको उनको छोड़ने को नहीं बोल रहा हूं कि ब्रीन कार्ट छोड़ दो पासपोर्ट छोड़ दो पैसा छोड़ दो नौकरी छोड़ दो परिवार छोड़ दो तुम्हें जो कुछ भी चाहिए क्यो चाहिए किसके लिए चाहिए क्या हुआ �
01:27नमस्ते सर, भारत दूनिया की तीसरी सबसे बड़ी एकोनोमी होने जा रहा है और इसके लिए बहुत सारा डेवलोपमेंट हम लोग कर रहे हैं, इसके साथ साथ दो और चीज़े हैं जो भारत में आगे बढ़ रही है, वो एक है नेचर डिस्ट्रक्शन और दूसरा मेंटल हे
01:57इसके साथ है, यह मुस्ता है, एक ही जीज तो है तीनों, जिसको हम एकोनोमिक ग्रोथ बोलते हैं, वो ग्रोथ इन कंजम्शन ही तो है न, आप जब कह रहे हैं कि पीपी बेसेस पर हम दुनिया की तीसरी चौथी बड़ी एकोनोमी हो रहे हैं, हालां कि पर कैपिटा लेंग
02:27हमारा आशे क्या होता है, जब भी हम बोलें एकोनोमिक ग्रोथ, तो मतलब क्या होता है, कंजम्शन, और कंजम्शन माने कार्बन, आप मुझे कोई कंजम्शन बता दीजिए, जो कार्बन इंटेंसिव नहीं है, अगर तरक्की की वेलफियर की हमारी परिभाशा ही कंजम्श
02:57की चीज नहीं है, जो लोग यहां पहले से हमारे साथ हैं, उनको पता होगा, जो आईटी कम्यूनिटी से हैं, उनको भी पता होना चाहिए, यह मास अबलिटरेशन है, यह कोई माइनर इन कंविनियन्स नहीं है, कि थोड़ा सा टेंपरेचर बढ़ जाएगा, तो कोई बात म
03:27और यह भी नहीं कि वो आगे होगा, वो पिछले पचास साल से शुरू हो चुका है, हम कई बार बोल चुके हैं कि हमने पिछले पचास साल में ही, दुनिया की आजी से जाधा स्पीशीज हमेशा के लिए मिटा दी हैं, और वो सब मैनमेड है, हमने करा है, अपने आप नहीं
03:57वो सारा कारबन कंजम्शन से आ रहा है, तो जिसको अब एकनॉमिक ग्रोथ बोलते हो, that will definitely result in climate crisis, कोई यह बोल सकता है, but there can be consumption, without carbon, mediated by technology, आप मुझे बताओ कौन सी टेकनॉलोजी है, जिसमें कंजम्शन हो जाए, पर कारबन नहो, बताओ कौन सी टेकनॉलोजी है, हम जिसको
04:27उन सब के बारे में आप थोड़ा रिसर्च पुड़ोगे तो आपको पता चलेगा, possible नहीं है, possible नहीं है कि आप consumption करो और फिर भी, emission ना हो, एक दो आपको उधारन देता हूँ, आप बैठी पती,
04:43साठ के दशक में दिल्ली की सडकों पर अमबैसडर और प्रीमियर पदमिनी चलते थे, ठीक, ठीक, और वो बहुत तरीके से पॉलिटिंग थे, उसमें से जो खराब वाली गैसे होती है,
05:03है, NO2, SO2, CO2, यह सब भी खूब है, और साथ ही साथ जो सूट होता है, पार्टिकुलेट मैटर, वो भी खूब आ रहा था, आज के जो emission levels है,
05:16BS6 और इससे कई गुना ज्यादा emission करती होगी तब की ambassador, करती होगी नहीं करती होगी, करती होगी, ठीक, फिर हमने तरक्की की, हमने का देखो technological progress करी है, आज का जो engine है, वो उस समय की ambassador से कहीं कम pollution करता है, करता है न, तो दिल्ली आज कम polluted होगी, आज दिल्ली कम polluted होगी, क्यो
05:46हम यह समझ नहीं रहे हैं, कि human greed ऐसी है, कि आप चीज को जितना ज्यादा नीचे लेके जाओगे, in terms of technological efficiency, उसका consumption कई गुना तो बढ़ जाएगा, न, पर vehicle emission, अगर 50% भी गिरा, और number of vehicles 500% बढ़ गए, तो net emission क्या हुआ,
06:13और हम खुश होते रहते हैं, कि electric vehicles आ गए हैं, emissions कम हो जाएगा, और electric vehicle को जब उसकी entire life cycle पर देखो, तो पता चलता है, कि the gains are either nominal or negative,
06:29solar panels होते हैं, बड़े-बड़े, हम बोलते हैं, the cleanest energy is solar, और ये हमने कभी देखा ही नहीं कि ये, जो इतने बड़े-बड़े solar panels बढ़ेंगे, इनकी recycling कैसे होगी, काँछ होता है वो,
06:45क्या करोगे उसका, कुल मिलागे बात ये, कि तुम्हारी जो energy appetite है, वो तुम जिस भी तरीके से पूरी करोगे, वो तरीका polluting ही होगा,
06:58electric vehicles की batteries का क्या करने वाले हो, और, जब आप, कहते हो कि एक vehicle बन रहा है, चाहे वो electric vehicle ही हो,
07:14तो उसके production में जो carbon emission होता है, कोल, iron, steel, ये तुम समझते ही हैं न, या ये भी नहीं होता है electric vehicle में,
07:24लेकिन हम खुद को धोखा देने में महारत हासिल करें हैं,
07:28master's at self-deception, हम खुद को बताते हैं,
07:32that the problem of climate change is a technological problem, it is not a technological problem,
07:38there can be no technological solution to the problem of climate change, it is not a problem, it's a disaster,
07:44it's a disaster we are in middle of, and there can be no technological solution, it's a problem of human ignorance and greed,
07:53and that's where it has to be addressed,
07:55बार-बार बोल रहा हूँ कि climate crisis का सिर्फ spiritual solution हो सकता है,
08:02technological solution नहीं हो सकता,
08:06ये बात हमें नहीं समझ में आ रही,
08:10हम सोच रहे हैं नहीं, बहतर technology ले आ देंगे, ये कर देंगे, वो कर देंगे,
08:15आप जो भी technology ला रहे हो, उसका end-to-end evaluation करो तो पता चलेगा, वो और ज़्यादा बुरी है,
08:23और वो evaluations हो चुके हैं, वो सारा knowledge पुब्लिक डोमेन में है,
08:28प्रॉब्लम ये है कि जो हमारी philosophy of life है, वो बहुत बुरी है,
08:38ये जो बाहर का climate हमें इतना खराब दिखाई दे रहा है, उसकी वज़े भीतर का climate है,
08:43और जब तक ये philosophy of life ठीक नहीं करी जाएगी,
08:47हम खुद को बस बहाने देते रहेंगे, जुन-जुने बजाते रहेंगे,
08:52कभी solar energy के नाम पर, कभी electric vehicle के नाम पर,
08:56कभी wind energy के नाम पर,
09:02तो आपने तो तीन चीज़ें बोली,
09:05पहला economic growth, दूसरा climate change, तीसरा mental health,
09:09जो तीसरी चीज़ें यह भी क्या है, हमने खा, problem यहां की है,
09:12भीतर का climate, यही mental health है,
09:16बाहर का जो climate होट है, और खराब होता ही जा रहा है,
09:19और भीतर का जो climate होट जा रहा है, यह दोनों एक ही बात है,
09:24बाहर का climate खराब होता है, तो आप उसको नाम लेते हो,
09:27किस तरीके से किसाब इतना हो गया
09:30PPM CO2 इतना हो गया
09:32SPM लेवल से इतने हो गया
09:342.510 इतना हो गया
09:36NO2 इतना हो गया
09:38AQI इतना हो गया
09:40यह कि global sea levels इतने बढ़ गया
09:42यह सब आप लेते हो
09:44भीतर जब होता हू उसको भी आप लेते हो
09:47कैसे आप लेते हो
09:48that the incidence of depression
09:51has increased in this population
09:53segment by so many percent
09:54नाप आप उसको भी लेते हो नाप आप इसको भी लेते हो
09:57जो चीज आप नहीं देख रहे हो यह है
09:59कि वो आकड़ा और यह आकड़ा
10:01को रिलेटेड है
10:02बाहर जो तबाही है और भीतर
10:08जो तबाही है यह दोनों एक है
10:10और एक ही जगह से आ रहे है
10:11और इनका समाधान भी एक ही है
10:13और इनका समाधान है
10:15Right Education
10:16From that Right Education
10:19Will come the Right Governments
10:21and Frame the Right Policies
10:23हमारी जरूरत है
10:27सही शिक्षा
10:28सही शिक्षा
10:30जिसमें दुनिया के बारे में भी हमें पता हो क्या चल रहा है
10:34और भीतर के बारे में भी पता हो
10:35दुनिया के बारे में तो फिर भी शिक्षा कुछ बता देती है
10:38यहां क्या हो रहा है
10:40हमारी Education हमें बताती ही नहीं है
10:42चाहे वो
10:44School हो, College हो, IIT हो, I.M. हो,
10:47Wharton हो
10:48कहीं भी मुझे कोई course मिला नहीं
10:52जिसका नाम हो I
10:55दुनिया के बारे में बता दो
10:59मैं कौन हूँ यह मत बताओ
11:00मत बताओ तो वही होगा
11:02बाहर भी बरबादी, भीतर भी बरबादी
11:04यह I.Course चाहिए
11:07और यह I.Course लगातार हो
11:10हर सेमिस्टर में हो
11:11यह continuity है, यह extreme है
11:15जो बहती ही रहे
11:17और सिर्फ College में नहीं
11:18School से शुरू होना चाहिए
11:19हम समझ रहे हैं इस बात को
11:25यह अजीब लगता है क्योंकि हम चाहते हैं कि हमें कोई
11:27बड़े solutions मेलें
11:28हम कहते हैं बड़ी summits होनी चाहिए
11:31Paris वाली होनी चाहिए, COPs होनी चाहिए
11:33उसके बाद कुछ इसमें से
11:35एक terrific solution निकलेगा
11:37साहब इसका जो एक solution है
11:40वो वह है वो भले ही आपको
11:41बड़ा साधारण, ordinary लगता हो
11:44इसका solution सिर्फ राइट एजुकेशन है
11:46इस problem is arising
11:48from the mind of man
11:50and that's where it has to be addressed
11:52यह technological problems नहीं है
11:55अचारिया जी, मैं एक student की तरफ से
12:10आप से question पूछ रही हूँ
12:11आपने जैसे कहां अभी
12:13हम नौकरी की चिंता ना करें
12:16ग्रीन कार्ड की चिंता ना करें
12:18लाइस्टाइल की चिंता ना करें
12:20है ना, तो वास्ताव में
12:21what should we do?
12:22because these all things
12:25are the part of the life
12:26तो करे तो करे क्या, कैसे इन से भागे
12:29थांक यू
12:31बडी चिंता करें, about the center of life
12:33about life itself
12:35आपने बिल्कु ठीक का, यह possible
12:37parts of life है
12:39possible parts of life
12:41मैं
12:43part of life की चिंता करूँ
12:45यह जो उसका center ही है उसकी
12:47बिल्कुल आप चिंता कर लीजिए
12:51आपके पास पैसा है के नहीं, उदारण के लिए
12:56पर यह तो बताईए आपके पास उस पैसे के लिए काम क्या है
13:00वो center of life है न, कि मैं किसके लिए जी रहा हूँ
13:05यह चीज अगर ठीक होगी किसके लिए जी रहा हूँ
13:09फिर उसके लिए पैसा अगर इकठा करना है तो करो
13:13पर center तो पता ही नहीं है कि किसके लिए पैसा चाहिए
13:17पैसा बहुत चाहिए तो करोगे क्या
13:22कुछ नहीं करोगे वही करोगे जो हर कोई करता है
13:26फूकता है उड़ाता है consumption है जिससे कुछ मिलता नहीं है
13:30जिससे सिर्फ एक भीतर चाहत बची रह जाती है कि और कर लूँ
13:37तो शायद कुछ हो जाए
13:38यह जितनी बाते हैं जिन्दगी की
13:44मैं किसी सादू सन्यासी की तरह आपको उनको छोड़ने को नहीं बोल रहा हूं
13:50कि ग्रीन कार्ड छोड़ दो, पासपोर्ट छोड़ दो, पैसा छोड़ दो, नौकरी छोड़ दो, परिवार छोड़ दो
13:55मैं ये नहीं बोल रहा हूँ
13:56मैं बोल रहा हूँ तुम्हें जो कुछ भी चाहिए
13:59क्यों चाहिए, किसके लिए चाहिए
14:00ये पता करो
14:03फॉर वाट
14:04सब कुछ
14:07एक रिसूर्स है
14:08उसका करोगे क्या
14:11ये अपना भाई बैठा है पीछे छोटा
14:15ठीक है
14:16क्या नामे तुम्हारा
14:19डक्ष
14:20अब डक्ष को मैं बोलू कि
14:23मैं तुझे आईफोन दे रहा हूँ
14:25डक्ष की मम्मी है यहाँ पर
14:27डक्ष के पापा है
14:29तो डक्ष के पापा तुरंट क्या बोलेंगे
14:30करेगा क्या
14:33दिक्कत ये है कि
14:35हमारा ना बड़े पापा से संबंद थोड़ा हलका बैठ गया है
14:39तो जब हम बोलते हैं
14:42कि हमें आइफोन चाहिए
14:45तो कोई पूछने आला नहीं होता कि करेगा क्या
14:47और यकीन मानिये कोई आप से पूछ ले ना करेगा क्या
14:52आपके पास कोई अच्छा जवाब होगा नहीं
14:54यहाँ पर शायद सैकड़ों लोग होंगे
14:58एक relatively elite audience है
15:00जो आईफोन रखते होंगे
15:02मैं पूछों सच-चच बताना ऐसा क्या है
15:04जो इसमें हो सकता है और साधारण फोन में नहीं
15:06आपके पास जवाब होगा नहीं कोई
15:08भाना होगा नहीं यह है नहीं वो है
15:10ऐसा है वैसा है something something
15:12कोई सही कोई अच्छा
15:14जवाब होगा नहीं
15:16नहीं बना करा जा रहा
15:18कि आप दो लाख वाला फोन मतलो
15:20पूछा जा रहा इसका
15:22और जिस दिन सिंदीगी में
15:24कोई माकूल वजह मिल जाए
15:25उस दिन दसलाख वाला kalian करीदो
15:27कौन रोक रहा है
15:28पर वजह है क्या
15:31वजह जब आएगी न तो नचाएगी
15:34वजह यह नहीं कहेगी
15:35कि अभी पता नहीं चल रहा है
15:37सरदर्द होता तो कैसे पता चलता है
15:38इश्ख होता है तो कैसे पता चलता है
15:41पता चल जाता है
15:42वो नचा देती है चीज
15:43कैंसर होता तो कैसे पता चलता है
15:45वो नचा देती है चीज
15:47जिन्दगी में जब वो चीज आ जाए
15:52फिर वो कुछ करवाए तो करो
15:53कुछ करने को नहीं है इसलिए जॉब कर रहे
15:56क्या हुआ भाई तू ने क्यों शादी कर ली और क्या करता
16:04नहीं ये जवाब है ये जवाब है यह जितने शादी शुदा लोग बैठे हैं दिल पे हाथ रखके बोलें कोई वज़े थी
16:17मुझे शादी बैठे कोई समस्या नहीं है खूब करो तीन करो पांच करो मैं पूछ रहा हूँ क्यों करो कोई वज़ा तो बता दो एक बता रहा है कि वो
16:343BHK में रहता था तीन लोग थे हम दो की हो गई भूद घूमते हैं घर में और तीनों का किराया भी है मुझे देना पड़ता है वो दोनों तो निकल गए तो मैंने भी कर ली
16:48यह बोले नहीं मैं नहीं करूँगी तो छोटी बेहन वो लाइन में पीछे है न उसकी कैसे होगी तो मैंने पहले कर ली क्योंकि उसका बॉइफरेंड जल्दी कर रहा था चोटी बेहन का बॉइफरेंड जल्दी कर रहा था क्योंकि छोटी बेहन ने बोला हुआ था शादी
17:18एसा ही है और कुछ नहीं होता हमारे पास कोई हाईयर रीजन्स नहीं होते जिंदगी के बड़े निर्ड़ेयों के भी और इसलिए मैं यह जो ऑर्डिनरी लाइफ होती है इसको बहुत कंटेंप्ट की दृष्टी से देखता हूं
17:32तुम जिंदगी के बड़े से बड़े काम करते हो छोटे से छोटे कारणों से इतना बड़ा तुमने फैसला कर लिया यह क्यों पैदा किया एक तो था पहले से दूसरा नहीं वो एक दिन बोल रहा था I am so lonely तो तुमने दूसरा पैदा कर दिया यह रीजन है यह वजह है हम इस
18:02सही वजह हो तो पहाड तोर डालो आसमान पे चड़ जाओ नदी में डूब जाओ कुछ भी करो अतंभव को करके ठाद के पीछे कोई सही कारण तो हो
18:14ऐसी जिन्दगी जिसमें बड़े से बड़े काम के पीछे कारण छोटे से छोटा भी नहीं है इस जिन्दगी को क्या बोलें जेही की तयारी क्यों कर रहे हो क्योंकि सब अच्छे बच्चे यही करते हैं यह क्या वजह है यह वजह मेरी भी थी
18:31इसलिए मैं जानता हूँ बज़े ये होती है
18:35दस्वी में बोर्ट टॉप कर दिया
18:39तो अब क्या करोगे
18:40अच्छे बच्चे
18:41ये सन पिच्चानवे की बात है
18:43सारे अच्छे बच्चे आईटी जाते है
18:45मेरे पास एक और थी
18:46मेरे गर एक किताब आती थी
18:48Competition Success Review
18:50उसमें सारे I.E.S. Stoppers की इंटर्वी होते थे
18:52और सारे I.E.S. Stoppers
18:5470% उन में से वो ITN होते थे
18:56मैंने का I.E.S. बनना है तो IT अच्छा जगह है
19:00तो ये ही इसलिए लिख रहे हैं
19:03क्योंकि UPSC लिखना है चार साल बाद
19:05ये कोई वज़े है
19:06पर ऐसी ही वज़े होती है मारे पास
19:09पर मुझे समय रहते थोड़ा होश आया
19:11मैंने का इन वज़े हो पर तो जिन्दगी नहीं चलाऊंगा न
19:13अब ये सब मिल भी गया है
19:15तो भी सिर्फ इसलिए इसको नहीं ढोऊंगा
19:17कि मिल गया है
19:18कोई चीज वेर्थ में अगर मिल भी गई हो
19:22तो क्या इसलिए उसको ले कर गज़े फिरता रहूं क्योंकि मिल गई है
19:25मिल गई होगी
19:27मैंने नहीं मांगी
19:28अब दिखरा है कि मेरे लिए नहीं है
19:30तो नहीं है
19:30जब भी पता चले
19:35कि जिन्दगी बेवजा है
19:37पूछो अपने आप से अगर जिन्दगी ही बेवजा है तो बचा क्या रहा हूं थोड़ा अपने लिए तो कम से कम कुछ लालच होना चाहिए ना बहुत समझ के बोल रहा हूं शब्द लालच और सब चीजों के लालच कर देते हैं जिन्दगी का लालच नहीं करते हैं जिन्�
20:07बिलकोल एक दम एक कपड़े में घूमो और जमीन पर बैठके खाओ और भूसे पर सो जाओ हम वो नहीं बात कर रहे हैं मैं तो कह रहा हूं तुम चांद पर चड़ जाओ लेकिन उसके लिए सही वज़े ढूंड के लाओ
20:22और अगर सही वज़े नहीं है तो एक इंच भी मत थेलो ना केमिकल हो क्या या लाश हो कि किसी ने धक्का दिया चल पड़े
20:36या खड़े थे पीछे से फूपी आई बोली शादी कर लो तो कर ली
20:42क्यों कौन ये सब सवाल बहुत जरूरी होने चाहिए बहुत बहुत जरूरी होने चाहिए
20:59और जिसकी विंदगी में ये सवाल जरूरी नहीं है वो जी ही नहीं रहा
21:05ये सवाल कुछ ऐसा नहीं कि जो बिचारे अंडर प्रिविलेज्ट हैं उनको ही पूछने
21:18की लग्शरी नहीं होती है जो प्रिविलेज्ट क्लास है वो भी कहां पूछती है
21:24कहां कुछ है
21:28क्यों गुसे थे आई टी में क्योंकि सब गुसते हैं अब उसके बाद कह रहे हैं कि अब
21:38म्यूजिक बहुत अच्छा लगता पर म्यूजिक में जाना नहीं सकता क्यों क्यों क्योंकि मैं इंजीनियर हो ना
21:43तो माने इंजीनियर होना गुलामी हो गई हम समझते हैं कि इंजीनियर होना तो लिबरेशन होना चाहिए
21:50आपके पास कोई अच्छी चीज आई है उसका तो एक लिबरेटिंग इफेक्ट होना चाहिए ना
21:56उसकी जगहे आप बोल रहे हैं
21:57मैं नहीं जा सकता मैं इंजिनियरू
22:00क्योंकि मैं इंजिनियरू
22:02लोग मुझे इल्जाम की तरह कहते हैं
22:04कहते हैं यही सब करना था तो
22:06तिन तिन सीटे कहो खराब करें
22:08� I.T. I.M.
22:10U.P.S.C. क्यो खराब करें
22:11consciousness is choice
22:26जिसके पास choice नहीं है
22:29वो जिन्दा नहीं है
22:31वो unconscious है वो dead है
22:33आप जो छोटे बड़े कोई भी निरने लेते हैं
22:39क्या वो सचमुच आपकी choice से आ रहे हैं
22:42या physical और social और religious compulsion से आ रहे हैं
Be the first to comment
Add your comment

Recommended