00:00अब आपको बड़ी स्खीम पर यह दिखाते हैं कि भारत और रश्या के बीच कौन से नहीं समझोते हुए और इन समझोते हुए और इन समझोते से दोनों देशों को क्या हासिल होगा
00:07क्योंकि यही से आपको तस्वीर साथ आएगी कि दोस्ती यह सब तो अपनी जगा पर है लेकिन भारत को फाइदा क्या हुआ भारत की जोली में आया क्या
00:16सबसे बड़ा एलान तो यही हुआ है कि रशिया भारत को कच्चा तेल, नाचरल ग्यास, रिफाइनिंग, पेट्रो केमिकल और न्यूक्लियर क्षेतर में अपनी सभी आप पूर्ती जारी रखेगा
00:24जूम इन कीजे जूम इन कीजे और थोड़ा जूम इन कीजे
00:29यह हो गया तेल, यह है ग्यास और पश्मी देशों के दबाव के बावजूत पहले से ज़्यादा सायोग अगर संभाव हो रहा है तो तेल के क्षेतर में
00:38क्यूंकि इसी तेल का बहाना करके अमेरिका ने भारत पर जबरदस टारिफ्स ठोके
00:43उसके बाद से गयास बलकि यह सवाब भी मैंने जब उनसे पूछा कि आपने तो तेल को लेकर तो अमेरिका यह कहता है कि आप हम वार फंड कर रहे है तो उन्होंने कहा कि वो खुद हमसे नुकलिर एनरजी खरीदते है और आप भारत को वो रोक रहे है तो चाहे वो तेल हो
01:13एक नाजू को सेंसिटिव सिती बनी हुए है क्योंकि रूस यूकरेन में जंग चल रहा है पश्चमी देश लगा ता रश्या पर सैंक्शन्स पर सैंक्शन्स लगा लगा कर दबाव बना रहे है ऐसे में अगर परमानू को शेत्र में वावजूद इन दबावों के दोनों �
01:43परमानू शेत्र में अगर पश्चमी देशों के दबाव के बावजूद दोनों देशे कहते हैं कि हमको अपना रिष्टा अच्छा रखना है और हम तो इसमें सयोग करेंगे ही करेंगे तो ये साफ बताता है कि क्या है दोनों की सोच इन सब को लेकर अगली बात आपको दि
02:13जो टारिफ लगाता है नाम बताने की अब जरुवत है नहीं तो अब आपको दिखाते हैं अगला क्या दूसरा बड़ा एलान सिविल न्यूक्लियर क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर हुआ है भारत में अभी जादातर जगों पर कोईले से बिजली बनाई जाती है लेकिन
02:43अब जब रश्या में हमें इस क्षेत्र में और सहयोग देगा तो भारत का वो लक्ष पूरा हो सकता है जिसके तहत हम साल 2047 तक छोटे न्यूक्लियर रियाक्टर से 100 गिगावाट बिजली बनाना चाहते हैं जबकि अभी हम इससे 8 गिगावाट बिजली ही बना पा रहे हैं
03:13अब पादन कैसे साफ और उर्जा मिले तीसा बड़ा ऐलान ये हुआ कि दोनों देश आपसी व्यापार को 100 बिलियन डॉलर यानि 9 लाक करोड रुपे तक लेकर जाना चाहते हैं अभी दोनों देशों के बीच एक साल में लगबक 5 लाक 80,000 करोड रुपे का विसाल आना व्
03:43हम खरीदते हैं लेकिन हम बेचते कितना हैं वहाँ पर 5,40,000 करोड है और यहाँ पर सिर्फ 41,000 करोड है तो भारत रुस यो मौझूदा व्यापार है वो हम आपको दिखा रहें लेकिन ये हैविली स्कूर है रश्या की तरफ इसको इसका संतुलन बनाना है ऐसे में ये बह�
04:13ये एक बड़ी चीज है इसी मुलाकात में ये भी ऐलान हुआ कि रश्या अपने देश में भारत के लोगों को काम करने के नए मौके देगा रश्या शेत्रफल के लिहाज से दुनिया का सबसे बड़ा देश है और ये मुझे लगता है कि सबसे डिसाइसिव और बड़ा आ�
04:43जो गुम्रा करके पैसे लेकर वहाँ भेज दिया जाए फिर छोड़ दिया जाए ऐसी तमाम चीजें रुखती हैं तो कैसे आप मैन पार के लिए प्लानिंग कर रहे हैं उसमें आप रूस की आबादी 15 करोड है ये डेटा बहुत इंपॉर्टन्ट है भारत रूस सब्ज़
05:13दोनों देश साथ मिलकर हतियारों का निर्मान करेंगे यानि मेक इन इंडिया के तहत रिसर्च और डिवेलप्मेंट को डिवेलप्मेंट को प्रोडक्शन पर जोर होगा यानि अब हम जादा से जादा हतियार रश्या से टेक्नॉलीजी लेंगे टेक्नॉलीजी ट्रांसफ
05:43make with Russia, उनकी technology को लेकर बनाना है लेकिन अपना करना है, अब आईए space sector में, तो space sector को लेकर भी भारत और रश्या के बीच समझोता हुआ, जिसके तहट दोनों देशों में जो अंतरिक्ष में इंसानों को भेजने के mission पर साथ काम करेंगे हम, navigation, deep space, rocket engine के विकास में भी दोनों दे
06:13कोई आजादी के बाद से अब तक अनेकों ऐसे मौके आए, जब कोई न कोई तरीके से, मतलब चाहिना ने अरंगा लगाया, जो भी लगाया, ULSC में भारत अपनी United Nations Security Council में भारत को स्थाई सदस्यता नहीं मिली है, और इस पर रादिमर पूटिन ने मारे इंटर्व्यू मे
06:43जंगवात के खिलाब भी दोनों देशों के बीच सहमती बनी, राश्मती पूत ने कहा कि वो आतंकी फंडिंग को रोकने, उन पर प्रतेबंद लगाने के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेगा, इसी मौनाखात में ये भी ऐलान हुआ कि भारत और रश्या की करंसी, रुपे
07:13पतम होगी, आपको डी डॉलराइजेशन की तरफ इसको बड़ा कदम माना जा रहा, आखरी फैसला, भारत और अरश्या के बीच, इंटरनाशनल नौट साउथ ट्रांस्पोर्ट कॉरिडर, या पितिहास बनते देखेंगे, अगर ये कॉरिडर बन जाता है, और ये रास्ता
07:43सरड़ूर मॉंबई को इरान के चावाहार पॉर्ट से जोडेगा सिधा, और उसके बाद से आप देखें चावाहार पोर्ट जो इरान का है, एरान बहुत बड़ा स्ट्रॉंग अलाई है रश्या का, वरी स्ट्रॉंग अलाई है, तो ऐसे में इरान के साथ हम भी
08:00आपना से मंद अच्छा रख रहे हैं और अगर यह चाबार पें मौंबई सरी मॉंबई मॉंबई से फिर चाबार पोड़ से सडक के रास्ते ये इरान
08:09के ऊत्तरी चोर पर पहुंचेगा उपर में और उसके बाद से देखे यह आगे बढ़ेगा
08:13यहां सिझागा चाबार पोट और विसके बाद से आगे पड़े और ऐसे में वहां से बतलब थोड़ी दूर तुसका यह समुत्र का रास्ता वा फिर रोड का रास्ता हुआ और उसके बाद यह रश्या को इस नाद करीडर से जोड़ेगा अगर यह कोरीडर बन गया तो भारत
08:43में विश्व में अनेक उतार चड़ावाए मानवता को अनेक चुनोतियों और संक्रटों से गुजरना पड़ा और इन सब के बीच भी थारत द्रूस मित्रता एक द्रूव तारे की तरब बनी रही
08:56मुझे पूरा विश्वाव है कि आने वाले समय में हमारी मित्रता हमें ग्लोबल चलेंजिज का सामना करने की शक्ती देगी और यही भरोसा हमारे साजा भविश को और सम्रुद्द करेगा
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