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  • 14 hours ago
पुतिन के राजकीय डिनर में राहुल–खड़गे को नहीं बुलाया, शशि थरूर को न्योता

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00:00करीब 28 घंटे का राश्ट्रोपती व्लादिमिर पुतिन का भारत दौरा अपने अंतिम चरण में है
00:05रूस के राश्ट्रोपती डिनर कारिक्रम में शामिल हो रहे हैं
00:07राश्ट्रोपती दुरौपदी मुर्मु ने उनके सम्मान में राज किये भोज का आयोजन किया है
00:12जिसके बाद आज रात करीब 11 बजे वो मौसको के लिए रवाना हो जाएंगे
00:17लेकिन डिनर को लेकर अब सियासत तेज हो गई है
00:19इसी से जुड़ी इस वक्त की बड़ी खबर हम आपको बता दे
00:22सूत्रों के माने तो आज डिनर में भी राहूल गांदी और मलिकारजुन खड़गे को नियोता नहीं दिया गया
00:27पर शशी थरूर को डिनर का निमंतरन जरूर है
00:31थरूर ने कहा है कि उन्हें विदेश मामलों की कमिटी के चेर्मेन होने के नाते
00:36डिनर का ये नियोता मिला है ऐसे में वो डिनर में शामिल भी हो रहे है
00:40ये खबर ऐसे समय पर सामनी आई है जब एक दिन पहले ही कॉंग्रेस सांसद और लोक सभा में
00:44नेता प्रदिपक्ष राहूल गांधी ने कहा था कि आम तोर पर परमपरा है
00:48कि जो भी बाहर से आता है वो लीडर ओफ उपोजिशन से जरूर मिलता है
01:14तो शशी थरूर के तरफ से तो ये सपश्ट किया गया है
01:17कि क्यूं उन्हें नियोता है और पहली बात तो ये कि उनको नियोता मिला है
01:22हमारे साथ राहूल गौतम जोड़ रहे है हमारे समवादाता
01:25राहूल क्या ये सपश्ट राहूल गांधी या मलिकारजुन खडगे की तरफ से ओफिशली किया गया है
01:30कि डिनर का भी ने मंत्रण उनको नहीं दिया गया है
01:32कि बिल्कुल देखिए ओफिशली जो कॉंग्रेस पार्टी है उसके जो इंचार्ज है मीडिया के जैराम रमेश उन्हों ने ट्वीट किया है
01:43कि दोनों एलोपी यानि मलिकारजुन खडगे और राहुल गांधी दोनों को आज रात होने वाले प्रेसिडंट पुतिन के ओनर में जो डिनर दिया गया है राजपती बबन में उसका नियोता नहीं दिया गया है
01:57और जाहिर है इसको लेकर कॉंग्रेस पार्टी को खासी आपती भी है कि जब कि आपने दोनों एलोपी इसको यानि राहुल गांधी को और मलिकारजुन खडगे को नहीं इन्वाइट किया इस इंपॉर्टेंट सेरिमेनी के लिए उसके बावजूर शश्शी धरूर को मौक
02:27टरी आप इसको बावज पार्टेंट और मलिकारजुन खडगे ऑर राहुल गांधी जो दोनों ऑफिसेस ऊर्ट करते हैं उसको बीजंताने दी है और उनका भी उतना ही हग है ना सिर्फ पुतिन से मिलने का या और जो डेलिकेशने अगरधे इस अहारे रहीं rhilsब आया मिलं
02:57की शुरुआत की जा रही है जबकि ऐसा वो भी याद दिलाते हैं कि देखे जब हमारी सरकार थी तब सुच्मा सोराज अरून जेटली या और जो तमाम जो नेता हुआ करते थे बीज़ेपी के उनको एकसेस दिया जाता था जब भी कोई फॉरॉन डिग्रिटरी आता था लेक
03:27क्या कहती है रवायत क्या होती है रीती इस न्योते को लेकर देखे परंपरा तो रही है श्वेता की लीडर ऑफ अपोजिशन को बुलाया जाता है जो लीडर्स हैं लेकिन कई बार ये भी हुआ है कि लेट हुआ हो या नहीं हो अवेलिबिलिटी नहीं होती है चुकि ये र
03:57परंपरा तो रही है, प्रोटोकॉल के हिसाब से, इसके पहले लीडर अफ अपोजिशन जाते भी रहे हैं, वहाँ पे उसका हिस्सा रहे हैं, मीटिंग्स भी होती रही हैं, लेकिन इस बार को लेके राश्पती भवन की तरफ से अभी आधिकारी कोई सूचना नहीं आई है, �
04:27उसके अनुसार, लेकिन मुझे लगता है कि फिर भी अभी एक आधिकारी जो स्वश्टी करण है, उसका इंतजार किया जाना चाहिए, क्योंकि ये क्यों हुआ, क्या हुआ, कैसे हुआ है, इस पर ताथ्यात्मक सित्य क्या है, ये अभी स्वश्ट नहीं है.
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