00:00यह साहय बंच करने वाले जीतेंदर हजारी पढ़ाई लिखाई करने के साथ परियावनन शानक्षन में अपनी अहम भूमी का निभाते हैं
00:09सापों को रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित पहाडों पर जहरना तलाब के पास छोड़ देते हैं तकि उनका पुर्णरवास फिर से किया जा सके
00:23यह 2015 से अभी तक हजारों सापो को रेस्क्यू कर जंगलों में छोड़ते हैं और सापो को पकड़ने के बाद बीसहीन और जहरीला सापो का अंतर उनके पहचानने का लोगों को समझाते हैं
00:41so that people don't have to kill them.
00:44There are many people who don't have to kill them.
00:50In the past year 2015, we have had 10 years left.
Be the first to comment