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  • 5 hours ago
पुतिन की भारत यात्रा के क्या हैं मायने? अंजना ओम कश्यप के साथ देखें हल्ला बोल

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00:00आपको नजारा देखा देते हैं ये सबसे एतिहासिक जगों में से एक है रेड स्क्वेर इसे कहा जाता है और ये है सेंट बाजल चर्च जो की सुलवी शताबदी का बना हुआ है और इधर आप देख रहे हैं ये पूरा क्रेम्लिन है यानि ये पूरा हिस्सा जो आप देख �
00:30शक्ति शाली जगा पर आप इस वक्त मौझूद है जहां पर इतिहास के नजाने कितने पन्ने पल्टे हैं ये वही रेड स्क्वेर है जिसने नजाने कितने रूसी राश्रपतियों का दौर देखा जिसने अगर ग्लास नौस और परेस्ट्रोई का गौर्बाचेव का देख
01:00अभी दिसम्बर के महीने में नई दिल्ली पहुँच रहे हैं तो फिर क्या उमीदे हम इस पुराने रिष्टे इस पुरानी दोस्ती से रख सकते हैं इन सब पर हम चर्चा करेंगे और हमेशा चर्चा होती है आपने SEO में भी देखा होगा प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी �
01:30हो रही है जवर्दस ठंड है लेकिन क्रिस्मस के इस वक्त मेर क्या खुशी और उमीदे दोनों देशों के रिष्टे से क्या फाइदे इस रिष्टे से भारत को हो सकते हैं इन सब पर हम तमाम मेहमानों से बातचीत करेंगे लेकिन पहले देखिए ये रिपोर्ट
01:46कूटनीती का नया अध्याय लिखा जाएगा और बार बार चर्चा होगी क्योंकि राष्ट्रपती व्लादेमिर पुतिन के इस भारत दौरे की परिस्थितियां बेहद खास है
02:00चार और पांच दिसम्बर को जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दोस्त पुतिन भारत आएंगे तो ये सिर्फ दो देशों की रणनीतिक साजेदारी का दोरा नहीं होगा ये ग्लोबल कूटनीती की नई दिशा होगी
02:12Russia and Indian relationship is not just a standard set of diplomatic protocols and trade agreements. It's more of that, it's much more important. Our bilateral relationship rests on a deep historic background of mutual understanding of partnership and a mutual vision of global affairs.
02:42and system of global affairs based on international law, on rule of law and the ability of taking into account each other's interests. This is a very, very important characteristic of our joint vision of the global affairs.
03:00बीते साथ दशकों में भले world order बदले हो या भारत और रूस में अंदरूनी राजनीतिक समीकरण बदले हो लेकिन जो बात नहीं बदली वो है भारत और रूस का वो संबन्ध जो मोदी और पुतिन के समय में और मजबूत हुआ है.
03:15रूस का भारत से संबन्ध किसी अन्यदेश की नीती से प्रभावित नहीं होता, ये बाद भी भारत रूस फोरम में मोदी पुतिन की बातचीत के एजेंडे से फिर साबित होती है.
03:27जिन रणनीतिक मसलों पर चर्चा होनी है, उनमें नई पीड़ी के S-400 की डील भी शामिल है.
03:35ये नरेंदर मोदी के उस सपने की और बढ़ना है जहां 2035 तक मिशन सुदर्शन चक्र के तहत भारत की सुरक्षा चाक्चो बंद करनी है.
03:57मजबुती देना चाहता है. अगवान स्रीक्रस्ट से प्रेणा पाकर जे है. हमने स्रीक्रस्ट का जो सुदर्शन चक्र था, वो सुदर्शन चक्र की रहां को चुना है.
04:18रणनीतिक मसलों के अलावा पुतिन का दोरा आर्थिक नजरिये से भी महत्वपूर्ण है. अगस्त में ट्रम्प टैरिफ की मार भारत पर इस दलील के साथ पड़ी थी कि रूस से कच्चा तेल खरीब कर भारत ने रूस यूक्रेन युद्ध को आँच दी है.
04:34लेकिन भारत ने तब अमेरिकी दलीलों को तथ्यों के साथ खारिच किया था. और टैरिफ पर अमेरिका से बाची जारी रखने के बावजूद अपने राष्ट्रिये स्टैंड से पीछे नही हटा. तो अब रूस भी इसे समझ रहे है.
04:49युद्ध को अब टाज़ बिलाटर्वा पत्राइश के इन पावज रिएटेश अने इन यू यूद था. अब बाहे हैं. और रहे हैं लाट्जा प्राष्ट्रिकार्वा तर बार्मेरिकार्वा है. आट यूद्ध कर देखूद कि इसने उन्याश्टारी बाष्ट्रिकार्
05:19इंडेस आप्टिर्थ चान्टिर्ट इन अप्टी सब्सक्राइब इंड इजी करेक्टरीस्टिक पुू पुतिन दो हुजार एकेस के बाद भारत आ रहे हैं
05:38दो हजारतेईस में पुतिन ने भारत रूस पोरम और भारत में हुए जी ट्वेंटी बेटको में
05:43हिस्सा नहीं लिया लेकिन अपकी मौका भी है और मसला भी है ये बताने का कि भारत और रूस कभी आपस में दूर नहीं हुए
05:51ब्यूरो रिपोर्ट आज तक
05:53तो सीधा मौसको से आप देख रहे हैं हमारी विशेш पेशकर साज, देख रहुए
06:14पीँछे आप सें बैजल का चुर्च देख रहे हैं, जहापर विशव भर से लोग पहुंचते हैं, क्रिस्मस की तैयारियां यहां पर चल रही हैं मौसको में
06:23जो खास मेमान हमारे साथ आज इस चर्चा में जोड़र हैं, सबसे पहले आपका परचे उनसे करा देते हैं, क्योंकि हमारे साथ इस चर्चा में शामिल हो रहे हैं, लेटनेंट जेनरल के एजियेस धिलो साभ, جो की फॉर्मर डिफेंस इंटेलिजंस एजंसी के DG रह चुके ह
06:53प्रतीब भंडारी भारती जन्ता पार्टी के राश्री प्रवक्ता हमारे साथ जुड़ रहे हैं।
07:23दूसरी बात जो यहां की अर्थवेवस्ता है उस पर कोई दबाओ या तनाओ बहुत जादा नहीं दिखाई देता है।
07:53बाकी रिष्टों का जो हमारे साथ डिप्लोमाटिक रिष्टे विश्व में हैं उनसे भारत और रूस का रिष्टा अलग कैसे मानते हैं।
08:01नमस्कार रंजना जी और नमस्कार जो मेरे फैलो पैनलिस्ट और आपके दर्शकों को भी जी हां।
08:11रूस भारत का एक इतिहासिक तौर पे और एक स्टेडिजिक तौर पे और डिप्लोमेटिक और डिफेंस के तौर पे एक बहुत मजबूत और एक विश्वस्निया साथ ही रह चुका है।
08:23है और आगे रहीगा भी वह जैसे कि आप रे्ट स्क्रूर में खड़ें मैं बहुत बार रूस में जा चुका हूँ रश्यन लोगों से बहुत बात कर चुका हूँ जो अनके अरूस में भारतियों के लिए एक खास जिसको
08:49कहते हैं वाम्त है जो रूसी नागरिक हैं लेक्ट मेरे को क्यों कि मैं पगड़ी पैनता हूं दूर से एक दूंद से पहचान होती है कि मैं भाती हूं और कई बार रूस में आके लोग मिलते हैं मेरा जूता है जपानी ये पत्नून इंगलिस्तानी
09:01सो वो एक हमारा इतिहास है हमारा एक पीछे का जो हमारा जिसको मैं कह सकते हैं कि हमारा वजूद है और डिफेंस में क्योंकि मैं डिफेंस से आता हूं डिफेंस में रशिया का और उससे पहले सोविय्ज यूनियन का ब्लॉक का एक बहुत बड़ा योगदान रहा है हमारी इं
09:3130 साल में वो सब में मजबूत जो हमारी मजबूती थी उसमें रशिया और उससे पहले सोफिय यूनियन द्वारा सप्लाई किये के हत्यारों का एक बहुत बड़ा योगदान है और रूस के साथ अगेन आपके दर्शू की जानकारी करिए रूस के साथ हमारे दिश्टे इतने �
10:01साथ में एर माशल कपूर हमारे साथ जुड़े हुए इन सब तीनों सेनों में जो रशियन की जो इन्वेंटरी है वो बहुत अच्छी तदाद में है हां मैं यह मानता हूं किछले चंद सालों में उसमें थोड़ी सी कमी आई है क्योंकि हम कॉम्पिक्रिटिव लेवल पे इ
10:31इसकरिए हमारे रशिया के साथ संबंद बहुत अच्छे हैं होने चाहिए पिल्कुर ठीक है और अब मैं ए माशल संजीव कपूर जी के पास जाना चाहती हूं संजीव जी देखे और जैसा सब भी कह रहे थे मतलब भारत आज भी रशिया का सबसे बड़ा डिफेंस बायर ह
11:01करना है और जो लगातार दबाओ है रूसी कंपनियों पर संक्शन्स का अमेरिका की तरफ से उसकी वजह से वो कहीं ना कहीं जो उर्जा खरीद है हमारी वो प्रभावित हो कि हम कितना तेलवां से खरीद पार रहे हैं गिरावट है जो भी है लेकिन डिफेंस क्या आपको ल
11:31मिलते हैं तो हम आगे बढ़ेंगे सबसे पहले जो स्टेल्थ फाइटर जेट सू फिफ्टी सेवन इमें टेक्नॉलजी ट्रांसफर को प्रोडक्शन या फिर खरीद की बात हो रही है उस पर आपका अपडेट जो पांच और S-400 लेने पर बात हो रही है उस पर आप क्या द
12:01मशकर फेलो पैनलिस्स और आपके विवोज के लिए आप में बहुत ही एहम सवाल पूछे हैं सबसे पहले मैं फिफ्ट जनरेशन फाइटर पे आता हूँ
12:11सू फिफ्टी सेवन और एफ सर्टी फाइफ दोनों एरो इंडिया में आये थे इस साल फेबुररी में बैंगलोन प्रोडर्शन करने के लिए और भारत ने कुछ साल पहले भी सू फिफ्टी सेवन के लिए करार किया था बटो किसी कारण से हैच एल और जो रशन कंपनी है �
12:41साल लगते हैं जबकि हमारे नेबर्स को चैना अपने जे ट्वंटी और बाकी जो फिफ्ट जनरेशन है वो देने के लिए तैयार है जे तरी फाइफ तो कहीं न कहीं हमारे को ये जो गैप है इसके लिए अगर हम अपना फिफ्ट जनरेशन जहाज उड़ा रहे हैं तो हमार
13:11की जहानकारी के लिए आप संदूर में दो चीजे मेरी समझ से बहुत खरी उतरी एक ब्रहमोज मिजाइल और एक एस फोर हंडर्ड और दोनों रश्या ने दी ते और एस जो ब्रहमोज है जो हवा से दागने वाली है वो सिरफ एक ही हवाई जाज ले जा सकता आज कर आज कर
13:41भारत ने अपनी हिस्ट्री में अमेरिका से आज तक कोई लड़ाक उजाज नहीं लिया है इसके भी कई कारण है इसके पर कई बारी मैं चर्चा कर चुका हूँ यह सारी चीजें जो की हमारे इलेक्ट्रोनिक वार्फेर रेडार सिस्टम और लास्ट आपका उतर देते हु�
14:11तो यह हमारे पर जब आएगी और सबसे जरूरी चीज जो आप वहां खड़े है और जो हमारे को हेल्प होगी इस विजिट से प्रधान मत्री ने 15 अगरस्ट को बोला था कि भारत के उपर एक सुदर्शिन चक्र बनाया जाएगा एकिन टू आरें डोम उसमें ज्यादा तर
14:41आपने एक दम सही तरीके से पूरा समझा दिया हमारे दर्शक समझ गए होंगे कि ऑपरेशन सिंदूर जो हमने पहल गाओं के आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर किया उसमें अगर ब्रमोस मिसाइल हो जो 130 से फायर होता है वो भी लड़ाकू विमान रूस का ब्रमोस मिसा
15:11करचा की तो अब अचल कुमा जी मैं आपके पास आना चाहती हूं देखे सर ने पहली दो लाइने गुंगुनाई थी लेकिन नीचे वाला गाना यहाई कि सर पे लाल टोपी रूसी फिर भी दिल है हिंदुस्तानी और अभी जब हम जा रहे हैं कई लोग हिलो करते हैं नमस्
15:41में क्योंकि जो हम एक एक ओवर्वेल्मिंग या बहुत बढ़ चड़कर ऑप्टिक्स देखते थे उससे पीछे हटकर अधिकारी इस तर पर हमें क्या उर्जा चाहिए हमें क्या डिफेंस चाहिए वो सब हम करते रहें नेशन फर्स की थेओरी पर भारत पहले की थेओरी प
16:11कि क्योंकि यह सारे देश मतला आप सोचे कि ट्रंप अड्मिंस्ट्रेशन ने सीधा कहा कि आप तो तेल खरीद के और रूस-उक्रेन युद्ध को फंड कर रहें ऐसे में नए सिरे से इस जान में इस रिष्टे में जान फूकना आप कैसे देख रहें इस दौरे को अंजना
16:41कि तो डेफिनेटली रशा के साथ जो हमारे संबंध है वो दोहजार में उसकी नहीं पढ़ी थी जब हमने स्ट्रेटिक पार्टनर्शिप से और आइन्वल समिट्स का जो हमारा एक प्रॉसस है वो शुरू हुई थी दोहजार दस में यह पिशल और प्रिविलेज्ज स्ट्
17:11काल भारत और रश्या के संबंदों में मजबूती आए मैं थोड़ा आप से डिफर करूँआ मुझे नहीं लगता कि जो आप नहीं जान फूकते की बात करें कहीं भी जान नहीं निकली हमारे रिष्टों में से और अगर आप विदेश मंत्री जी का हमारे डॉक्टर एस जै
17:41और चड़ाव आया है लेकिन अगर कोई कांस्टेंट वेक्टर है तो वह रश्या और इंडिया के संबंद हैं जिसमें जो हमारा रिष्टे हैं बहुती स्टेवल हैं बहुती स्ट्रॉंग है और हर आने वाले साल के साथ आगे बढ़े डिफिनेटली रश्या-उक्रेइन व
18:11करी गए चाहिए वह उन स्क्राइब आगे चाहिए वह यून संसिटिव एरिया जो है डिफेंस यूपल पाथ इस इसमें हम अगर किसी पर विश्वास करते हैं तो रश्या पर करते हैं अब जो यह साया है यह हमारे लिए टेस्टिंग था और मैं तो यहां तब कहता हूँ क
18:41यह आपने जो हम आपके साथ खड़ें वह हमने खड़े होके दिखा दिया है अब ठीक है अब आज तक तो हम उनके दवाब में आए नहीं है चाहिए वह अमेरिकल दवाब हो चाहिए वह वेस्ट यूरप का दवाब हो आने वाले समय पे भी नहीं आएंगे और यह जो अज
19:11पर आज मौजूद हूँ और यहां से हम यह लाइफ शो आज कर रहे हैं हला बोल का तो मुझे लगता अपने दर्शकों को भी जरा सा दिखाती हूं क्योंकि देखिए यह पूरा नजार आपको दिखाते हैं सबसे पहले तो आप इस हिस्से से यह जो पूरा इलाका है देख
19:41सेंट बासल चर्च को सोलवी सदी का यह चर्च है सोलवी सदी का बना हुआ चर्च है और बड़ा आइकॉनिक यह बिल्डिंग है मतलब अगर आप देखे तो यह वह आइकॉनिक बिल्डिंग है जहां पर सबसे ज़्यादा लोग पहुंच रहे फोटों खिचवाने के लि�
20:11पहचाने अब यह देखे है यह पूरा आप यहां से शुरू से दिकाई ए अमेध हमारे साथ हमारे से होगी जोड़ेवे है वीजय यहां से दिकाई यह पूरा क्रेमलिन है और इसमें जो आप पीला वाला हिस्जा भीच में देख रहे हैं यही पर व्लाद�मर पूतन का घर
20:41इस हिस्से में एक बाद 360 थोड़ा उपर उपर भी दिखा दीजे वो जो आपको एक नौजया इन इलाकों में जो यहां पहले भी आया होगा वहाँ पर होगा यह मेरी गो राउंड यहां पर चल रहा है
20:51क्रिसमस मन रहा है इतिहास भी एक साथ है क्या रूस एक नए भविश्य की तरफ आगे बढ़ रहा है व्लादेमिर पूतिन की सोच क्या है रश्या को लेकर क्योंकि यह समझना बहुत जरूरी है देखें व्लादेमिर पूतिन साल 2000 में मतलब आप सोचे कि एक व्यक्ति जो एक
21:21बर्लिन वॉल गिरा उसके बाद साल 1991 में वो रश्या वापस आते हैं और के जीबी का उनका एजेंट वाला जो काम था वो खत्म हो जाता है और उसके बाद देखें कि 1991 में वो वापस आते हैं और रश्या में वो कहा जाते हैं रश्या में वो सीधा पहुचते हैं रश्या म
21:51वो सीधा पहुंच जाते हैं मौस्को लगभग 96 के आसपास फिर वो बोरिस यलसन के साथ काम करते हैं बोरिस यलसन उस वक्त के राश्रपती थे बोरिस यलसन की तब्याद बिगड़ने लगती है हाला ठीक नहीं रहते हैं वो उनको प्रमोट करते हैं फिर यलसन वापस तब्
22:21रहते हैं राश्रपती रहते हैं लेकिन उसके बाद उनकी लोग प्रियता में जबर्दस गिरावट आई और उसके बाद साल 2000 में राश्रपती बनते हैं व्लादेमिर पूतिन आप कल्पना कीजिए कि साल 2000 से 2025 तक वो लगतार रूस के एक तरह से राश्रा ध्यक्ष बने ह�
22:51हमने आपको यहां का नजारा दिखा दिया ताकि आप भी हमारे साथ आज रेज स्क्वेर में पहुँच जाएए बढ़ी एतिहासिक जगा है ये रश्या की और रश्या के पूरे एतिहास को अगर आप देखेंगे तो जैसा हम लोग चर्चा कर ही रहते साल 2000 के बाद तो इस
23:21खड़े हैं और लाल एक वक्त का कम्यूनिजम का वो रंग जो हमेशा रश्या पे हावी रहा लेकिन व्लादेमर पूतिन देखें काफी ऐसा दौर भी आया जब वो काफी उनका आउट्रीच रहा भारत के साथ और प्रधानमंत्री के साथ आप एसीओ का नजारा लीजे वो
23:51कर रहे थे और जब ऐसे रिष्टे होते हैं दो दोने देशों के बीच में जो की जिसको हम कहते हैं फोर्ज दिन हिस्ट्री मतलब इतिहास में जिसकी नीव रखी गई तो मौझूदा लीडर्शिप उसको कैसे आगे ले जा रहा है वो भी इंपॉर्टन्ट है रुबिंदर
24:21हमारे रिष्टे बहुत अच्छे हैं बहुत ट्रस्टिंग है बट चैलेंज यह जो है और अचल सरकी बासे मैं सहमत हूं की हमारे रिष्टों में जान निखनी नहीं है बट आप जो कह रही मैं उसको बलकी ज्यादा मानता हूं कि फूकने की ज़रूरत है जान एक्जांपल
24:51कि 63 बिलियन डॉलर है हमारा टार्गेट है 2030 तक 100 बिलियन डॉलर करना अब मुझे कोई यह समझाए यह जो 63 बिलियन डॉलर हमारा ट्रेड है रश्या के साथ इस समय इस में से 52 बिलियन केवल और केवल ऑईल का है यूक्रेन वार से पहले हमारा मातर 10-12 बिलियन डॉलर एन्
25:21हमारे जो रिष्टे रहे हैं, heavy-loaded रहे हैं, top-heavy, government-to-government, G2G, defense, nuclear power, and up-point.
25:30इन तीन sectors के इलावा हमारी विट नहीं है, Russia-India relations की, जो अब इस समय मुझे दिख रहा है, I'm sensing Russian government भी majorly कोशिश कर रही है,
25:39हमारी government भी major कोशिश कर रही, I'm seeing many initiatives, in fact, कुछ मैं मैं खुद involved हूँ, to promote Russia-India trade and culture.
25:47प्रदीप, मैं जल्दी से कमेंट आपसे जाती हूँ, क्योंकि प्रदीप जी देखे, सबसे बड़ा challenge आज क्या है,
25:58कि जिन परिस्तितियों में हम इस वक्त मौझूद है भारत में, उनमें हमें तमाम challenges का मुकाबला करते हुए,
26:04देखे, इससे कोई इंकार नहीं कर सकता कि रूस-यूकरेन जंग के बाद, एक तरफ रूस को खेरने की कोशिश है, sanctions के जरिये,
26:13तो भारत को भी कहीं न कहीं arm twist करने की हाथ मरोडने की कोशिश होती है, जो tariff Trump ने लगाया,
26:20अब इनको कैसे हम circumvent करेंगे, हम कैसे इनके बावजूद अपना जो हमारा rush प्रथम बाला जो concept है,
26:28कि हमको यहां से कच्छे तैल खरीदने में हमारे देश को फायदा हो रहा है, हमको आर्थिक स्थर्था मिल रही है, हम तो वही करेंगे जो हमारे हित में है,
26:35लेकिन असर तो पढ़ी रहा है सैंक्शन्स का, अब ऐसे में चुनोती बड़ी है सरकार के सामने, इसको कैसे हम circumvent करेंगे, और क्या हम वाकई रक्षा के कशेतर में चाहे कोई नाराज हो, जिसको कहते हैं ना कि चाहे कोई खुश हो, चाहे कोई नाराज हो, अगर दोस्ती �
27:05सिंदूर में ये सब कम से कम आप पूरी तरह से कह सकते हैं, डिसाइसिव थे, जो हमने उनसे हत्यार लिए, लड़ा को विमान लिए, अंजना जी, अंजना जी हमारी फॉरन पॉलिसी की जो एक मूल धारा है, वो है स्ट्राटेजिक और्टोनॉमी, मैं आपके दर्शे को को
27:3523rd Annual Summit इंडिया और रशिया के बीच में हो रही है, इसके दो मूल धारा है, लार्जडेस मूल धारा हैं, इंडुस्तान और रशिया की एकॉनमिक पार्टनर्शिप को बढ़ाना, जो आज की तारीख के अंदर 68.7 बिलियन डॉलर का जो हमारा बाइलार ट्रेड है, जो अभी
28:05कर रहे हैं कि हम फार्मा, एग्री और टेक्स्टान में भी अपना एक्स्पोर्ट बढ़ा है, आपने बात करी डिफेंस की, एस 400 ने ये प्रूफ कर दिया था, ऑपरेशन सिंदूर के अंदर की जो रशिया के साथ लॉंग टर्म, स्ट्राटेजिक और ट्रस्टिड हमारी र
28:35कर दिया है, एक 10 सेकंड में अपनी बात कंप्लीट करूँगा, ये एक स्ट्राटेजिक और प्रिवलिच स्ट्राटेजिक पार्टनर्शिप है, 2000 में जब अटल जी की सरकार्ती तब ये एलिवेट हुई थी स्ट्राटेजिक पार्टनर्शिप में और आज जो परस्नल केमि
29:05है, बहुत सारे भारती हैं से मिल रहे हैं प्रदीब जी, जो हेलो हाई करते हुए जा रहे हैं, रश्ञंस भी हैं, एक अजीर सी गर्माहाट है यहां पर भारत और रशा की रिलेशनशिप को लेकर, रिष्टों को लेकर, और बहुत सारी उमीदे है कि वाकए भारत ने अप
29:35उक्रेइन युद्ध के वक्त भी भारत ने एक जिसको अंग्रेजी में हम कह सकते हैं डिप्लोमाटिक अंबिग्विटी इस मुद्धे पर रखी कि भाई युद्ध का ये समय नहीं और ये तो प्रधानमंची नरेइन मोदी ने पूटिन के बगल में बैठ के कहा कि ये दौर
30:05एक सवाल हम आपसे करना चाहते हैं प्रधीप क्योंकि प्रधीप जी देखिए आज जब हम नए वर्ल्ड ऑर्डर की बात कर रहे हैं मल्टी पोलारिटी की बात कर रहे हैं कि एक दूसर किसी भी देश के साथ डिपेंडेंट नहीं होना है कि भाई हम इसी पर निर्भर करते
30:35मुझे लगता है एंजिना जी यह काफी important है क्योंकि Prime Minister Narendra Modi ने जो सभी experts बोलते हैं कि एक personal diplomacy बहले वह और आदर्णिय व्लाडमेर के साथ में हो हमनोंने अपनी एक personal diplomacy के तहट जो है कई historic deals इंडिया ने काम्याब किये हैं एक बात आपको कहूंगा रश्या के साथ हमारी relationship �
31:05council को रश्या ने हमेशा से endorse किया है तो यह एक transactional relationship नहीं है buyer seller की relationship नहीं एंजना जी और आप defense की बात कर रहे थी अब तो हम co develop और co R&D की भी बात कर रहे हैं सिर्फ buy or sell की नहीं बात कर रहे हैं जो बहुत बढ़ी important चीज है तो मुझे लगता है कि यह जो visit है जिसका larger focus economic है इस
31:35मेरे साब से हमारे हिंदुस्तान की फॉरण ही जो अंजना जी अभी प्राइमिस्ट रइन मोधी के अंडर है वह लीडिंग पावर के अंडर हमें swing power या एक vessel state नहीं है जैसे पाकिस्तान है हम एक leading power है और हमारे हितों के लिए हमें जिस country के साथ deal करना होता है हम हमारे national interest के ल
32:05हमारा भारत और रूस का आप भी यहां पर red square में आ चुके हैं और आपने भी देखा है बहुत करीब से क्रेमलिन और उसके तरीकों को भारत और रूस का ये रिष्टा ट्रंप के टेल पर डिपेंड करता है ना ये रिष्टा रूस से कच्छे तेल की ही खरीद पर डिपें�
32:35भी देश जिसके साथ हम इदर उदर बीच में अपने रिष्टे को आगे बढ़ाएं फ्लोट करें आज ऐसे भी आगे ले जाएं लेकिन जब डिसाइसिव मोवमेंट्स आते हैं इतिहास में ये एक देश है जिस पर हम काउंट कर सकते हैं कि वह ये तो हमारा साथ देगा ही
33:05बात थोड़ी देर पहले हुई थी चाहिए वो 1971 की लड़ाई जब वो अमेरिकन फ्लीट आ रही थी तो रश्या ने उसको इंटर्वीन किया था चाहिए गोवा की लिबरेशन थी जा उसके बाद में कोई भी युद रहो कहीं भी शांती में भी रहे हो रश्या हमाई हमेश
33:35बहुत कहां पर खड़ा है तो मेरा ज्वाब था कि भारत अपने दो पाओं पर खड़ा है वी स्टेंड और टूवफीट एंड से मिर्व वेरी क्लियर आप ने एक बातों की थी डिप्लो मेटिक एम्बीगूटी के साथ साथ हम स्टेडिजीक क्लेरिटी भी दिखाते हुए
34:05की आपने प्रद्धानमंद्री मोदी जी और वालदमिर पुतिन मैं जो परस्टनल बॉंडिंग होती है वो जो स्टेडिजीक इशूस को और भी ज्यादा मजबूत करती है अगर आपको पर परस्टनल डाउट्स हैं दूसरे की मंच्शा के उपर तो कभी भी आप उस रिष्�
34:35स्वाल था कि इतिहासिक हैं और इतिहासिक के साथ साथ ये मजबूत हैं इसमें कभी भी ऐसा कोई डाउट नहीं था कि हमें शक की नजर से देखें एक दूसरे को जबकि दूसरे कई देश हैं उनके साथ हम जब भी कोई रिष्टा करने कोशिश करते हैं जहां कोई डील करन
35:05एहम पीज है जो इंडिया और रश्या के रिष्टों को बहुत उंचे मजाग पर ले जाते हैं
35:10मुझे लगता है यह जो आपने कहा यह बहुत माइने रखता है और यह बहुत इंपोर्ट है
35:18यह माश्चिल कपूर मैं आपके पास यह सवाल लेकर आना चाहते हूँ कि देखें
35:21अगर हम Mountipolarity की बात कर रहे हैं तो हम यह भी एक तरह से कि हम सिर्फ पर भी dependent नही करते हैं
35:28तो ऐसे में अगर हम सिर्फ रूस पर भी dependent नही करना चाहते हैं तो हमें
35:31अमेरिका जैसे देशों को भी हम पूरी तरह से दर्वाजा लगा कर उस पर ताला नहीं बंद कर सकते वो दर्वाजे भी हमें खुले रखने हैं ऐसे मैं आपको लगता है कि अगर मतलब
35:41बेसिकली मेरा सवाल बहुत सिंपल है उसको कॉंप्लिकेट करने की जरुवत है नहीं जैसे वो है वैसे ही बोलना बहतर रहेगा
35:48दुनिया जानती है भारत और रूस के संबन और नो डाउट ये जो विजट है
36:17चार और पांच तारीक प्रेज़ेंट पूतिन की भारत में इसको पूरा दुनिया और स्पेशली वेस्ट बहुत
36:24माइक्रोस्कोपिक यू से देखेगा और विदेश में दो एक टर्म है हमारे साथ जो दिगेज डिप्रोमाट्स बैटे हैं वो बॉडी लेंगविज पढ़ने में माहिर है वेस्ट में एक नया कल्चर है तो जब दो नेता मिलते हैं कुछ लिप रीडिंग के
36:40एक्सपर्ट्स हैं वो मतलब बिना कुछ आडियो आए भी जान जाते हैं कि क्या बात हो रही है कुछ लोग बॉडी एनलिस्ट हैं बट जो आप तस्वीर भी दिखा रहे हैं आपके फ्रेम में उसमें जो बॉडी लैंगविज है हमारे प्रदान मंतरी और राश्पती पु
37:10जो साफरन का MR हुआ है आउटसाइड है वो हैदराबाद में भी स्टार्ट हुआ है दूसरी चीज हमने अमेरिका से अपने कई हत्यार लिये हैं जो की नॉन कॉमबैट रोल में हैं चाहे वो हमारे C-17 हैं चाहे C-130 हैं अपाची चिनूक्स नेवी के P-8Is एंड ये जितने �
37:40हम एक ही जगा पे अपने सारे असेट्स नहीं रखना चाहते हैं बर जो की टेकनोलोजी है जैसे के सबने मवला और जनरल डिलर ने भी बोला उसमें हम शुरू से अभी तक लेके रूस पे ही निर्बर करते हैं और मेरी समझ से वही रहेगा आने वाले सालों में जब तक हम �
38:10इसी पर जल्दी से रुबिंदर जी आपसे कमेंट चाहती हूं कि क्या तरीका होना चाहिए मतलब क्या रक्षा के क्षेत्र में और तेल के बीक शेत्र में जहां जिन कंपनियों पर सैंक्शन्स लगा दिया अमेरिका ने लगाई दिये हैं लेकिन ये एक रिष्टा है जिसम
38:40और ये किवल है टॉप लोड़ीड है न्यूक्लियर ओयल और तो तुक्के से चल रहा है भी यूग्रेन वह से पहले हम तेल खरीदे कांते रशिया से राइट इसमें टेक है कि ट्रम इतना ज़्यादा इसमें उखडेगा नहीं क्यूंकि ही इस नंबर्स गाए वह नंबर्स
39:10है बहुत कम कर दिया है ओके तो ट्रम करेगा ठीक है तेल तो कम कर रहे हैं सिंबलिजम है अप्टो पॉलिटिक्स है बागी पॉइंट इसकी रश्या इसको कैसे देखेगा रश्या ये देखता है कि पिछले तीन साल से इंडिया रश्या के साथ खड़ा रहा है हालांकि हम �
39:40प्राइवेट सेक्टर वो इंट्राइशनल बैंकिक से कट जाएंगे तो ये अब तेल खरीदना बंद कर रही है कम कर रही है रश्या समझता है समझेगा कि जब तक ट्यारिफ इंडिया जहल सेगा जहले पर सैंक्शन सो नहीं कर पाएगा तो उधर ट्रॉंप विल बी फॉ
40:10आप सरकार का पक्ष रखने के लिए हमारे साथ मौझूद है तो अब मैं जल्दी से बस आपसे यही समझना चाहती हूं देखिए अंत में जब भी होता है बहुत यूफोरिया बिल्डाप होता है और जाहिव दोर पर मतलब व्लादिमिर पुतिन अगर आप देखे तो रू
40:40इंटिग्रेशन उसका तूटना सोव्यत उनियन का उनके लिए सबसे बड़ा सदमा था तो उनकी सोच अलग है और लेकिन एक जबरदस करिश्मा उनका भी है विश्व की राजनेतिक मंच पर और इधर प्रधानमसी नरेंद्र मोदी है भारत इस दौरे से रियलिस्टिक ट
41:10इकॉनमिक रिलेशन्शिप को वाइडन करना है और बाकी डिफरेंट पिलर्स को एकॉनमिक रिलेशन्शिप के अंदर आड़ करना है दूसरी बात इसको आपको कनेक्टिविटी के जरिए ट्रेड के जरिए एकॉनमिक इंटिग्रेशन के जरिए देखना चाहिए बात इसी
41:40पूसी राश्रपती व्लादेमिर पूतिन और भारत के प्रधानमंटी नरेंद्र मोधी की होने वाली मुलाकात, राश्रपती पूतिन के भारत दोरे, इन सब पर एक सबदस्त कारिक्रम हम आपको रात 9 बजे आज ब्लाक इन वाइट में दिखाने वाले हैं, यहां सीधा मॉस
42:10यहां सी जाले हैं, वाले हैं.
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