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  • 5 hours ago
पुतिन का दौरा भारत-रूस रिश्तों के लिए कितना अहम, देखें क्या बोले डिफेंस एक्सपर्ट

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00:00मैं सबसे पहले लेटरें जनरेल केजेस दिलो साब आपके साथ शिरुआत करना चाहती हूँ हम मॉस्को में इस वक्त मौजूद है और यहाँ पर अगर आप जो सियासी गल्ली आ रहे हैं वहाँ पर देखे हाला कि मॉस्को पहुंचने के बाद तो तीन चार जो बड़ी बाते
00:30आज यहाँ पर जो भारत को लेकर एक positive mood दिखाई देता है उसका कोई मुकाबला नहीं है आप नए सिरे से जान फूकने के लिए क्योंकि लगबग चार सालों के बाद व्लादमेर पूतन रूसी राश्रपती भारत आ रहे हैं प्रधानमजी से उनकी मुलाकात होनी है डिफ
01:00नमशकार रंजना जी और नमशकार जो मेरे फैलो पैनलिस्ट हैं और आपके दर्शकों को भी जी हां रूस भारत का एक इतिहासिक तोर पे और एक strategic तोर पे और diplomatic and defense के तोर पे एक बहुत मजबूत और एक विश्वस्निया साथी रह चुका है है और आगे रहेगा भी और ज
01:30कुमांडर्स हैं जो उनके defense production के heads हैं मैं बहुत बार उनसे बात्चित हो चुकी है और रूस में आपने भी यह फिल किया होगा आपके दर्शकों को बताने के लिए रूस में भारतियों के लिए एक खास जिसको कहते हैं वाम्त है जो रूसी नागरिक हैं लेक्ट मैं को क्यो
02:00हमारा जिसकों कह सकते हैं कि हमारा वजूद है और defense में क्योंकि मैं defense से आता हूं defense में Russia का और उससे पहले Soviet Union का block का एक बहुत बड़ा योगदान रहा है हमारी independence के बाद में सबतंतरता के बाद में जो हमारी तीनों से नहीं जो उन्होंने अपना सचक्ति करन किया जो उन्हो
02:30भी उसमें Russia और उससे पहले Soviet Union द्वारा सप्लाई किये के हत्यारों का एक बहुत बड़ा योगदान है और रूस के साथ अगेन आपके दर्शू की जिनों जानकाई करी है रूस के साथ हमारे रिष्टे इतने अच्छे रहे हैं कि पहले हम बाटर सिस्टम में भी उनसे समान
03:00में जो Russian origin की जो inventory है वो बहुत अच्छी तदाद में है हाँ मैं यह मानता हूं किछले चंद सालों में उसमें थोड़ी सी कमी आई है क्योंकि हम competitive level पे international bids हम जो है offer करते हैं तो तमाम दुनिया के देश उसमें participate कर सकते हैं देकिन आज भी बहुत हद तक जो हमारी vintage equipment है जो हम
03:30पिल्कुर ठीक है और अब मैं ए माशल संजीव कपूर जी के पास जाना चाहती हूं संजीव जी देखे और जैसा अब सभी कह रहे थे मतलब भारत आज भी रश्या का सबसे बड़ा defense buyer है लगभग 38 पीजदी भारत की हिस्सेदारी है उस खरीद में ऐसे में मैं आपसे दो-
04:00आमेरिका की तरफ से उसकी वज़े से वो कही ना कहीं जो उर्जा खरीद है हमारी वो प्रभावित होगी कि हम कितना तेलवां से खरीद पार रहे हैं गिरावट है जो भी लेकिन defense क्या आपको लगता है कि defense के कषितर में रक्षा के कषितर में अपने पडोसियों से आ रह
04:30की 7E में technology transfer co production या फिर खरीद की बात हो रही है
04:34उस पर आपका update जो 5 और S400 लेने पर बात हो रही है
04:38उस पर आप क्या देखते होता हुआ और कब तक मिल सकता है
04:41और तीसी बड़ी बात S500 की भी चर्चा होनी चाहिए
04:45या हम जो अपने देशी production आपका पर इस वक्त फोकस कर रहे है
04:49उसकी वज़े से हमें इतना इसमें आगे बढ़ने की जरूरत नहीं है
04:53मेरे सवाल के दो हिससे आप समझ गए होंगे
04:55आपने बहुत ही एहम सवाल पूछे हैं
05:03सबसे पहले मैं 5th generation fighter पे आता हूँ
05:06सू 57 और F-35 दोनों Aero India में आये थे
05:09इस साल February में बैंगलों में production करने के लिए
05:13और भारत ने कुछ साल पहले भी सू 57 के लिए करार किया था
05:18बटो किसी कारण से HL और जो Russian कंपनिया उसके साथ आगे नहीं बढ़ पाया
05:23अब हमारे पास ये मौका है क्योंकि हमारा अपना M का अभी 10 साल दूर है
05:28अपरेशनाइज होने के टेस्ट फ्राइट में हैपन 2030 तक पांच साल बाद
05:33बट अपरेशनाइज होने में 10 साल लगते हैं जबकि हमारे नेबर्स को चैना
05:38अपने जे 20 और बाकी जो फिफ जनरेशन है वो देने के लिए तैयार है जे 35
05:43तो कहीं न कहीं हमारे को ये जो गैप है इसके लिए अगर हम अपना फिफ जनरेशन जहाज उड़ा रहे हैं
05:50तो हमारे को बहुत कुछ सीखने को मिलेगा उसके लिए आइम शोर जो प्रेज़ेंट पूतिन आएंगे तो हमारी जो रक्षा मंतराले है
05:57वो प्रदानमंतरी के आफिस के साथ मिलके ये उन्ता जरूर उठाएगा और रूस इस मामले में हमारी क्या मदद कर सकते हैं
06:04आपके वियोस की जहानकारी के लिए आप संदूर में दो चीजे मेरी समझ से बहुत खरी उतरी
06:10एक ब्रमोज मिजाइल और एक S400 और दोनों रश्या ने दी ते और S जो ब्रमोज है जो हवा से दागने वाली है
06:18वो सिरफ एक ही हवाई जाज ले आसकता आज कर आज कर वो है S30 वो भी रश्या का बना हुआ
06:23तो आपने देखा कि जो आज से कुछ साल पहले हमने जो अपनी एक शमता बढ़ाई है
06:31और भारत ने आज तक अमेरिका से कोई भी लड़ाकु जहाज नहीं लिया है
06:35भारत ने अपनी हिस्ट्री में अमेरिका से आज तक कोई लड़ाकु जहाज नहीं लिया है
06:41इसके भी कई कारण हैं, इसके पर कई बारी मैं चर्चा कर चुका हूँ, यह सारी चीजें जो की हमारे electronic warfare, radar systems और last आपका उत्तर देते हुए S500 में, S500 एक ऐसी क्षमता है, जो की low orbit में जितनी satellites हैं उनको निकाल सकता है, तो पाकिस्तान ने अपनी कुछ satellites शोड़ी हैं, बाकि
07:11प्रधान मत्री ने 15 अगस्त को बोला था कि भारत के उपर एक सुदर्शिन चक्र बनाया जाएगा, akin to iron dome, उसमें ज्यादा तर जो हमारे sensors हैं, radars हैं, electronic warfare के items हैं, वो Russian origin की होंगी, I am sure देश उसके उपर बात करेगा, और उन से यह सारी चीजे लेने के लिए रजाबंदी ल
07:41अपरेशन सिंदूर, जो हमने पहल गाओं के आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान पर किया, उसमें अगर ब्रमोस मिसाइल हो, जो 130 से फायर होता है, वो भी लडाकु विमान रूस का ब्रमोस मिसाइल भी, और S-400, जिसका एक iron dome, अगर पांच और हम लेते हैं, तो भारत के तमा
08:11करते हैं, तो एक जो वो पुराना रिष्टा रहा है, मतलब अगर आप देखें, तो शीत युद सही, कोल्ड वार के बाद सही, जो भारत का रश्या के साथ रिष्टा रहा है, जो कि मैं ये मानती हूँ, आप मुझे करक कीजेगा, अगर मैं गलत हूँ, रूस युद के बा
08:41कर अधिकारी सतर पर हमें क्या उर्जा चाहिए, हमें क्या डिफेंस चाहिए, वो सब हम करते रहें, नेशन फर्स की थेओरी पर, भारत पहले की थेओरी पर, लेकिन क्या आप ये मानते हैं कि व्लादिमिर पूतिन के भारत दौरे से, और ये दो दिन का उनका दौरा जिसम
09:11उक्रेन युद को फंड कर रहे हैं ऐसे में नए सिरे से इस रिष्टे में जान फूकना आप कैसे देख रहे हैं अंजना जी लमशकार सबसे पहले काफी नौसल्जी को रहा हूं जहां आप खड़ी हैं मैं करीब चार साल मैंने वहां पोस्टिंग करी थी तो कई बार वहां आ
09:41स्ट्रेश्टिक पार्टर्शिप से और अन्वल समिट्स का जो हमारा एक प्रॉसेस है वो शुरू हुई थी 2010 में यह फिर स्पेशल और प्रिविलेज्ज स्ट्रेटिक पार्टर्शिप में इसे एलिवेट किया गया 2015 में हमने टू प्लस टू फॉर्मैट जिसमें डिफेंस
10:11मुझे नहीं लगता कि जो आप नहीं जान फूकने की बात करें कहीं भी जान नहीं निकली हमारे रिष्टों में से और अगर आप विदेश पंत्री जी का हमारे डॉक्टर एस जैशंकर का व्यान सुना ही होगा आपने उन्होंने कहा कि international relations जो global geopolitics है उस पे गर आप नजर मा
10:41संबंध हैं जिसमें जो हमारा रिष्टे हैं बहुती स्टेवल हैं बहुती स्ट्रॉंग हैं और हर आने वाले साल के साथ आगे बढ़े हैं डेफिनेटली रश्या-उक्राइन वार के बात इस वार का जो है साया हमारे उपर पढ़ा है हमारे लिए टेस्ट है क्योंकि अगर
11:11को ले लिए काष्मीर इशू ले ले लिए गला लिए लिए लिए हमेशा हमेशा उनों ने हमारा साथ दिया नुकलियर तीन सेंसिटिव एरिया जो हैं डिफेंस यूपलाफ स्पेस इसमें हम अगर किसी पर विश्वास करते हैं तो राश्या पर अब जो यह साया है यह हमार
11:41था दिया है अब ठीक है अब आज तक तो हम उनकी दवाब में आए नहीं चाहिए वो अमेरिकल दवाब हो चाहिए वो वेस्ट यॉरप का दवाब हो आने वाले समय में भी नहीं आएंगे और यह जो अध्यों हमरी यह सब्सक्राइब कोशिश ही रहती है कि आगे ठीक है
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