00:00बिहार की बुद्ध गया में 27 देशों के 20,000 से ज्यादा बौद भिक्षुक जुट रहे हैं वो आज से शुरू हो कर 12 दिसंबर तक चलने वाले त्रिपीटक पूजा में शामिल होंगे
00:11बुद्धम शर्णम गच्छामि के साथ साथ त्रिपीटक पूजा में भगवान बुद्ध के उपदेशों और संदेशों का पाठ होगा
00:20त्रिपीटक पूजा क्या है इसके बारे में आईजख समीति के सदस्य विक्षुक प्रज्यारतन थिरू ने क्या कहा सुनिए
00:26When God has a knowledge of knowledge, that is the doctrine of the three rules.
00:36This is something that is not a weird.
00:38We call them the known people.
00:40They have a song on Him in the field.
00:45Second, they say,
00:46they are without the ownership,
00:48and without the ownership of people,
00:53without the ownership of the people,
00:54without the ownership of the people,
00:57for what to live in the field,
00:59without the ownership of the ownership of the people.
01:02The third is the name of the people,
01:04जो भगवान बुद्ध का दाशनिक चिंतन है जंबीर चिंतन है वो अबिधम पिटक है
01:11बोधगया में बोधि वरिक्ष के नीचे भगवान बुद्ध को ज्यान के प्राप्ति हुई तब से यहां त्रिपिटक पुझा के परमपरा रही है
01:18Bodh Gaya में 2006 से इसका आयोजन अंतरा स्टेस्तर पर हो रहा है
01:2320 वी त्रिपिटक पूजा की खास बात ये है कि इसकी मेजबानी खुद भारत कर रहा है
01:28और अगले साल भी इसकी मेजबानी करेगा
01:48त्रिपिटक पूजा का आयजन वर्षावास के बाद होता है
02:02वर्षावास असाडी पूर्णिमा से लेकर अश्विन पूर्णिमा तक का समय होता है
02:06इस दुरान बहुत भिक्षुक कहीं नहीं जाते और एक जगह पर रुख कर भगवान बुद्ध की साथना करते है
02:12बढ़ गया बुद्ध की आध्यातमिक राजधानी है
02:31जब से यहां बढ़वान बुद्ध को ग्यान की प्राप्ति हुई
02:34तब से यह भूमी बुद्ध की ग्यान भूमी के रूप में दुनिया भर में मशूर है
02:39बहुत गया से एटिव भारत के लिए रतनेश कुमार की रिपोर्ट
Be the first to comment