00:00वंदे मातरम एक गीत जिसने आजादी की लड़ाई में चिंगारी फूखी एक स्वर जिसने आंदोलन को दिशा दी और एक तराना जिसे बंकिम शंद्र चट्टो पादियाई ने लिखा और देश के आत्मबन आज वही राजनीती के कड़करे में
00:15नमस्कार मैं हूँ राजीव ढॉंडियाल और आप देखरें हैं डिबेट का सबसे प्रामानिक और लोगतांत्रिक शो दंगल आज बात मंदे मातरम की वही गीत जिसे हम बचपन से गाते आए हैं उस पर जम्यत उलेमाए हिंद के मुख्या मौलाना महमूद मद्नी ने सवाल �
00:45सनसत का शीतकालीन सत्र शुरू हो रहा है इस सत्र में बचपन के केंदर में हो सकता है प्येमूदी ने तो हाल ही में एक प्रेक्रे में कंग्रिस के पुराने पन्ने खोल कर बताया कि बचान कि वएंध वीपक्ष राज्ययस सभा के एक नोटिस को लेकर सरकार से सवाल पू�
01:15बंदे मातरन पर आपत्याखित इतिहास से टक्राव है या फिर राजनीति के जरूरत है
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