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Parliament Winter Session: डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (DPAP)
के चीफ़ गुलाम नबी (Ghulam Nabi Azad) आज़ाद कहते हैं, हमारे पॉलिटिकल लीडर
इस मुद्दे पर अपनी पार्टियों की तरफ़ से लड़ रहे हैं। कोर्ट भी इसमें शामिल
हैं। चुनाव हो रहे हैं, और कुछ पार्टियां जीत रही हैं, कुछ हार रही हैं...
सीधी बात यह है कि डेमोक्रेसी बनी रहेगी... पिछले तीन सालों से, मैं देख
रहा हूँ कि पार्लियामेंट काम नहीं कर रही है।

#GhulamNabiAzad #ParliamentWinterSession #WalkoutIssue #Opposition

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~PR.89~HT.408~

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00:00इसी के साथ एक पॉलिटिकल सवाल भी रहेगा सर, साइर की प्रक्रिया बादा राज्यों में चल रही है, जिसको इलेक्शन कमिशन आप इंडिया ने अब एक्स्टेंड किया है
00:08अब वो हमारे पॉलिटिकल लीडर्स जो असमलियों में हैं, पार्टियां चलाते हैं, वो इसको लड़ रहें अपने अपने फ्लोर पे, अब वो अदालत भी बीच वे है, चल रहा है, अलेक्शन भी लड़े जा रहे हैं, कुछ हारे जा रहे हैं, कुछ जीते जा रहे हैं, क�
00:38लोक तंतर मजबूत हो, बन्यादी मकसद ये होना चाहिए, कि जमोरियत काइम रहनी चाहिए, लोक तंतर काइम रहना चाहिए, और जो जो जो भी चीज़े लोक तंतर और डिमाकरिसी और जमोरियत को मजबूत करने के लिए चाहिए, सरकार को भी और विपक्ष को भी उन त
01:08मुझे ये मालुम नहीं लेकिन मेरा दोस्त तीन साल का जोकर भू हैं में देख रहा हूं कि पारलिमेंट नहीं चल रही है
01:14तो में भी चाली साल तक पारलिमेंट में रहा हूं तीन परदान मंतरियों के सा wygląda फेर्स पीनिसर रहा हूं
01:20तो मेरी हमेशा ये कोशिश रही कि पार्लिमेंट चले पार्लिमेंट चलने के लिए है पार्लिमेंट लोगों की आवाज उठाने के लिए है
01:30लोग बड़ा बेताबी से इंतजार करते हैं कि कब सेशन आएगा
01:37तो हमारे जो चुने हुए परितने दी हैं हमारे चुने हुए नमाइंदे है वो हमारी बात करेंगे
01:45किसान ये सुचता है कि हमारे किसान की बात होगी मजदूर सुचता है मजदूर की बात होगी
01:51आम गरीब सुचता है महंगाई की बात होगी
01:54नौजवान पड़े लड़के लड़किया सोचती हैं कि बेकारी बेरोजगारी की बात होगी
01:59हर बिजनस वाला सोचता है कि हमारी तिजारत की बात होती
02:04लेकिन वहां जब हाउस चलता नहीं है लीडर सुचके कहते हैं वाक आउट
02:09तो बहुत निराशा होती है लोग उनको तो ये लीडरों को किसी भी पक्ष के हूं उनको ये सोचना चाहिए कि लोगों ने हमें चुनके भेजा हैं उनकी आवाज बने हम पार्लिमेंट के अंदर न के हम हाउस बाइकार्ट के बाहर चलें और जब वो बाइकार्ट करते हैं त
02:39की मदद करता है सरकार के खिलाफ नहीं होता है क्योंकि मैं खुद पार्लिमेंटरी अफेर्स मिनस्टर हूं जब भी विपक्ष अब ये बाइकार्ट करता था हम सब बिल पास करते थे कोई उसको भोलने के खिलाब बोलने के लिए कर वह आज की गर्मन भी करती है पोजिशन
03:09इन चाली साल को अपर्नाओ आजब लडाई बेखो हम तो देशबगत हैं हम अपने स्टूटेंट लाइब से कश्वीर भी लड़ाई लड़ते आए हैं देशबगती की हिंदुस्तानी है और हिंदुस्तानी zिन्दा भी आज तक रहे हैं और मरेंगे भी हिंदुस्तानी
03:33कोई भी जो देश के खिलाफ काम करे वो हिंदू हो, मुसल्मान हो, सिक्य हो, इसाई हो, उस के साथ अपना कोई तालुक नहीं होना चाहे, एक्शन लेना चाहे, हाँ पकड़ तक धकड़ जो है, फजूल में नहीं होना चाहे, शक्की बनियाद पर किसी को नालना चाहे, लेकि
04:03देनी चाहे, सिर्फ पकड़ धकड़ के नाम पर और धर्म के नाम पर नहीं होना चाहे, कि उसको भी पकड़ो, उसको भी पकड़ो, उसको भी पकड़ो, वो नहीं करनी चाहे, नहीं करनी चाहे, मैं नहीं कहता हूँ कि अभी कर रहे, इस मामले में तो कोई जगा ऐसा नहीं
04:33धर्म के हुए है, सब धर्मों के अलग अलग वाकत पे अलग अलग वाकत पे अलग आदमी पाए गए हैं जो देश की खिलाफ काम किये है, तो देश के साथ सब को पहना हो रहा है.
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