डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आज़ाद पार्टी (DPAP) के चीफ़ गुलाम नबी आज़ाद ने विपक्ष के लगातार वॉकआउट पर कड़ी टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि—
“वॉकआउट से सरकार खुश होती है, लोकतंत्र नहीं!”
आज़ाद ने बताया कि संसद का बहिष्कार करके विपक्ष असल में सरकार को ही फायदा पहुंचाता है, क्योंकि विपक्ष की गैरमौजूदगी में कई बिल आसानी से पास हो जाते हैं।
00:00सब्सक्राइब जिसको एलेक्षन कमिशन ऑफ इंडिया ने अब एक्स्टेंड किया है अब वह हमारे पुलिटिकल लीडर्स जो समलियों में हैं पार्लिमेंट में हैं पार्टियां चलाते हैं वो इसको लड़ रहें अपने अपने फ्लोर पे अब अदालत भी बीच वे है चल
00:30जमोरियत है इसमें हर इनसान को अपना हक है फर्ज है इस बात को उठाना कि कौन सी चीज है जिससे जमोरियत जिससे लोग तन पर मजबूत हो बनियादी मकसद यह होना चाहिए कि जमोरियत काईम रहनी चाहिए लोग तन तर काईम रहना चाहिए और जो जो जो भी चीज़
01:00बल लाना चाहिए और जुडिश्री को भी उसका दियान रखना चाहिए
01:03असेमली भी स्टार्ट हुई है जैनी मैं पीम ने काफी चीजों को ले तो पालिमें मुझे ये मौलुम ने
01:12लेकिन मेरा दोस्तीन साल का जो हमने देख रहा हूं कि पालिमेंट नहीं चल रही है तो मैं भी चाली साल तेक पालिमेंट में रहा हूं तीन परदान मंतरियों के साथ पालिमेंटरी अफेर्स में रहा हूं तो मेरी हमेशा ये कोशिश रही कि पालिमेंट चले पालिमेंट चल
01:42तो हमारे जो चुने हुए प्रतनेदी हैं, हमारे चुने हुए नमाइंदे हैं, वो हमारी बात करेंगे, किसान यो सुचता है कि हमारे किसानों की बात होगी, मजदूर सुचता है, मजदूरों की बात होगी, आम गरीब सुचता है, महंगाई की बात होगी, नوجवान पड़े �
02:12लीडर सुचके कहते हैं वाक आउट तो बहुत निराशा होती है लोगों को तो ये लीडरों को किसी भी पक्ष के हूँ उनको ये सोचना चाहिए कि लोगों ने हमें चुनके भेजा हैं उनकी आवाज बने हम पार्लिमेंट के अंदर न के हम हाउस बाइकार्ट के बाहर चलें
02:42बाइकार्ट करता है पार्लिमेंट वो सरकार की मदद करता है सरकार के खिलाफ नहीं होता है क्योंके मैं खुद पार्लिमेंटरी एफेर्स मिनिस्टर हूँ जब भी विपक्ष अब ये बाइकार्ट करता था हम सब बिल पास करते थे कोई उसको भोलने के खिलाफ बोलने के �
03:12कर रहे हैं तो ये मेरा सोचने का अंदाज है इस पारलिमेंटेरियन चाली साल
03:17अपने स्टूटेंट लाइब से कश्वीर भी लड़ाई लड़ते आए हैं देश भगती की हिंदूस्तानी है
03:37और हिंदूस्तानी जिन्दा भी आज तक रहे हैं और मरेंगे भी हिंदूस्तानी तो
03:43कोई भी जो देश के खिलाफ काम करे वो हिंदू हो मुसल्मान हो सिक्ष और इसाई हो
03:52उस के साथ अपना कोई त्लुक नहीं होना चाहे एक्शन लैना चाहे पकड़ तक धकड़ जो है
04:02फजोल में होना चाहे शक की बुनियाद पर किसी को नालना चाहे लेकिन तहकिकात होनी चाहिए और जो भी इसमें मलवस हो उसको सबसे भारी
04:14सजा देनी चाहिए सिर्फ पकड़ धकड़ के नाम पर और धर्म के नाम पर नहीं होना चाहिए कि उसको भी पकड़ो अब उसको भी पकड़ो उसको भी पकड़ो वो नहीं कर दी चाहिए
04:24नहीं करनी चाहिए, मैं नहीं कहता हूँ कि अभी कर रहे, इस मामले में तो कोई जगा ऐसा नहीं है, ऐसा हमारे सामने कोई वाका नहीं आया कि किसी को जबरतस्ती पकड़ धकड़ की, मैं जनरली कहता हूँ कि देश के खिलाफ जो भी जाएगा, किसी भी धर्म का हो, ऐसा नह
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