1 दिसंबर 2025 को संसद में विपक्ष ने ‘वोट चोरी’ के मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए बड़ा दबाव बनाया। विपक्षी दलों ने सरकार से तत्काल चर्चा की मांग की और इस पर सदन में गरमागरमी देखने को मिली।
00:00देश का विकास तो दिख रहा है वो काग जोप है या परदानमंत जी के भास्नों में है आप ये देखे एस आई आर में कितने बेलो की जान चली गई है
00:09पूरे देश ने पिछली बार देखा है अगर ये संसद सब की है तो बिपक्ष लगातार हर रोच सर्वेकी मांगता है
00:39कि एसाई आर पर चर्चा हो जाए मुख्य मुद्दा एसाई आर काई है क्योंकि इस सरकार के बड़े-बड़े पदों पर बैठे हुए लोग बिहार में जब से चल लाता तब से लगातार गुस्पैठियों की बात कर रहे हैं इनका मंसा है कुछ बैलिट बोटों को काट द
01:09कि एसाई आर में बाकी जमीन पर तो नहीं है जमीन पर होता तो दस दसजार रुपे थोड़े देने पड़ते हैं आपको वोट को खरिशने के लिए यह तो सर्व जाहिर हो गया है आप यह देखिए ऐसाई आर में कितने बेलों की जान चली गई है क्यों आपको साथ दिन ब
01:39तमाम सब शीजे हो रही हैं यह जंता के सामने हैं और लोग देख रहे हैं किस तरह से वोट के चोरी हो रही है कही 42 लाग वोट काट देए कही 37 लाग बंगाल वोट काट देए और जिन स्टेटों में चुनाओं नहीं हैं उनमें ऐसा यार ग्रफ्तार धीमी क्यों है यह जो
02:09inaction commissioner को जवाब देना चाहिए कि नव इन्क्रमचारियों की जान लेने का ठेका क्या उन्होंने ले रख़ा है इनक्रमचारियों के परिवारों का क्या होगा इसका जवाब जो इलेक्शन कमिशनर को देना चाहिए
02:22और वोट की चोरी हम लोग नहीं होने देंगे
02:23मैंने कल भी कहा था मैं दोरा आ रहा हूँ
02:25कि ये वोट वावा साथ को बेट करके
02:27चर्चर बिच्चों कुरबानी से में मिली है
02:29हम अपनी एक भी वोट ने जाने देंगे
02:31ये वोट हमारा हतियार है
02:32और हम अपनी वोट की रक्षा करेंगे
02:35और एक एक वोट की रक्षा करके
02:36जाज़ादा मददान हो इस विशे में लोगो जागरूख करेंगे
02:39आज केंद सरकार की जिम्मेदारी होती है
02:41कि आप अगर बिजनिस ये ला रहे हैं
02:44तो इतने दिनों की कारवाई दीजिए
03:02जुड़े हुए मुद्दे ज्वलंत मुद्दे
03:04डिसकस किये जाएं और भारती जनता
03:07पार्टी की जो सरकार है
03:09उस पर किसी तरीके का प्रशन चेन उठे
03:11इसलिए आनन फानन में ये सेशन किया जा रहा है
03:15दिखाए जा रहे हैं बहुत सारे बिल्स हैं
03:17पर बिल्स के लिए चर्चा करने के लिए समय कहा दे रहा है
03:19तो ये सारी चीजें हैं दिखाता है
03:21कि जो डिमॉक्रसी की बात करते हैं
03:23पर्लिमेंटरी डिमॉक्रसी का समान करने की बात करते हैं
03:27वही उसका लगातार उलंगन कर रहे हैं
03:29हमें एक आखरी सवाल, आप महाराश्रा से विलॉंग करती है, महाराश्रा में लोकल बोड़े इलेक्शन से ले, इस वज़े से काफी MPs जो है रूलिंग पार्टी के, वो सेशन में हमें आज या कल नहीं दिखाए दे रहे, तो ये तो देश का सेशन है, how do you look into that?
03:43जो रूलिंग पार्टी के MPs हैं महाराश्रा में जो हैं, और रूल कर रहे हैं, Treasury Benches में हैं, तीन पार्टियों का गुट है, जो महायूती अपने आपको बताता है, वहापे महायूती तो रही नहीं गई, ये तो महाजूती गटबंदन है, जो सत्ता में रहने के लिए काम कर र
04:13एक Deputy Chief Minister, इन्रोज अमिशाजी के पास होते हैं, कि देखिए मेरे पार्टी के साथ क्या हो रहा है, तो जिन्हों ने खुद की पार्टी के साथ गदारी की, आज उनके साथ, उनहीं के लोग गदारी कर रहे हैं, और फिर वो आकर कहा कंप्लेन करते हैं, अमिशाजी को, क्यों
04:43के लिए नोगों ने काम किया है, हमें वो भाशन ना दे, पूरे देश ने पिछली बार देखा है, अगर ये संसद सब की है, तो बिपक्ष लगातार हर रोच सिर्फ एकी मांगतों कर रहा था, कि SIR पर चर्चा हो जाए, किसी रूप में हो जाए, किसी सुरूप में हो जा�
05:13और संबिधान है, तो देश संबिधान के अंसार चलना चाहिए, संबिधान में जिस तरीके से एक उदारन काफी है, इतने बिये लोग जो उस काम में लगाए गए हैं, अगर वो आत्मत्या कर रहे हों, तो बात तो फिर असहन सीलता की है, और कोई भी संबिधान सील सरकार ह
05:43तो चर्चा के लिए ही तो संसद है, चर्चा करें, क्या वो सिवकार करें, क्या ना करें, बहुमत उनका है, फैसला वो होगा, पर देश जाने भी ना सारी सच्चाई, हम चर्चा भी न करें, तो फिर संसद में हम बैठने जाते हैं, या बैठ कर चर्चा करने जाते हैं, और
06:13रहेगा अब सुने गांदी और राहुल गांदी का नाम अब क्रिमिनल कॉंस्पिरेसी के तहर अब नैशनल हेरल केस पर ले जा रहा है आप कैसे देखने है सर्थ इतिहास अपने को दोहरा रहा है
06:23देश गुलाम था इस्ट इंडिया कंपणी थी उस समय जनता की आवाज के लिए इलेक्ट्रानिक मीडिया नहीं था प्रिंट मीडिया था
06:36नैशनल हैराल आजादी के योधाओं की जो भारती रास्टी कॉंग्रेस के नेत्रत में आजादी का संघर्स था उसका मुख पत्र था
06:50सबसे मुख मुद्धा S.I.R. काई है क्योंकि इस सरकार के बड़े-बड़े पदों पर बैठे हुए लोग बिहार में जब से चल लाता तब से लगातार गुस्पैठियों की बात कर रहे हैं
07:03इनका मंसा है कुछ बैलिट बोटों को काट दो और उनको कहो कि ये वस्पैठिये हैं वो हम होने नहीं देंगे
07:10तारीक बढ़ने की मांग की थी हमने अखिलेस जी नहीं सबसे पहले की थी और मैंने लिखके देके आया था वो तो ठीक है
07:19लेकिन ग्राउन्ड पर आप लोग भी तो अपना बोट बढ़ने जाओ तो मालू पड़ेगा क्या हो रहा है
07:24ग्राउन्ड रियलिटी से आप लोगों कोई परिचित रहना जाए पत्रकारों को सबसे ज़्यादा
07:29कि किस तरह से हमारे इतावे में सारे लोगों को सी कटेगरी में डाल दिया हम लोग जाने कब से बोट डालते आ रहा हैं
07:38इतावा से साथ लोग सभा के सदस हैं इतावा जिले सके लिए एक राजसभा का मैं हूँ तीन एमेले हमारे सब कटेगरी सी में माने इनके पास कोई डॉकुमेंट नहीं जिसका चाहो उसका बोट डाल दो जिसका चाहो उसको चुदाओं से बंचित कर दो यह साजिस है इसलि�
08:08उनके परविव में नहीं आता और प्रोडर इलेक्टोर को कौन बनाता है वो इस दख्रिएटर जो बनाने बाला होता है वो बड़ा होता है जो बनने बाला होता हो बड़ा होता है
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