संसद के शीतकालीन सत्र (Winter Session) में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बड़ा और तीखा बयान दिया। PM Modi ने कहा कि “यहां ड्रामा नहीं, डिलीवरी होनी चाहिए… नारे नहीं, नीति पर बल देना चाहिए… राजनीति में नकारात्मकता चल सकती है, लेकिन राष्ट्र निर्माण के लिए सकारात्मक सोच जरूरी है।”
00:00ड्रामा करने के लिए जगा बहुत होती है, जिसको करना है करते रहें, यहां ड्रामा नहीं, डिलिवरी होनी चाहिए।
00:08नारे के लिए भी जितने नारे भुलवाने हो, वुड़ा देश खाली पड़ा है।
00:14जहां पराजित हो करके आयं, वहां बोल चुके हो, जहां अभी पराजय के लिए जाने वाले हो, वहा भी बोल दीजे, बिपक्स भी अपना दाई तो निभाएं, चर्चा में ऐसे मुद्दे उठायें, मजबूत मुद्दे उठायें, पराजय के निराशामा से बाहर निकल कर
00:44मेरा आगर रहेगा कि हम इन चीजों को गंभीरता से ले ड्रामा करने के लिए जगा बहुत होती है जिसको करना ही करते रहें यहां ड्रामा नहीं डिलिवरी वह नहीं चाहिए
01:03नारे के लिए भी जितने नारे बुलवाने हो पुरा देश खाली पड़ा है जहां पराजित होकर के आए वहां बोल चुके हो जहां अभी पराजय के लिए जाने वाले हो वहां भी बोल दीजिए
01:17लेकिन यहां तो नारे नहीं नीती पर बल दिना चाहिए
01:26और वो आपकी नियत होनी चाहिए
01:28साथियों हो सकता है राजनीती में नेगिटिविटी कुछ काम आती होगी
01:36लेकिन अल्टिमेटली नेशन बिल्डिंग के लिए कुछ सकारत पक सोजवी होनी चाहिए
01:44नेगिटिविटी को जड़ा अपनी मर्यादाओं में रख करके नेशन बिल्डिंग के तरफ भ्यान दे यह मेरी अपेशा रहेगी विपक्स भी अपना दाई तो निभाएं
01:59चर्चा में ऐसे मुद्ध उठाएं मजबूत मुद्ध उठाएं
02:04पराजय के निराशामे से बाहर निकल करके आएं
02:12और दुर्भाग यह है कि एकाद दो दल तो ऐसे हैं को पराजय भी नहीं पचा पाते
02:23और बैस होत रहा था बिहार के नतीजे इतना समय हो गया है तो अब थोड़ा समल गए होंगे
02:31लेकिन कल जो मैं बयान भज़ी सुन रहा हूं उनकी तो उसे लगता है कि
02:37पराजय ने उनको परिशान के रखे रखा है लेकिन मेरा सभी दलगों से आग रहा है
02:44कि शितकालिन सत्र में पराजय की बोखलाहट का वो मैदान नहीं बनना चाहिए
02:56और यह शितकालिन सत्र बीजय के अहंकार में भी परिवर्तित नहीं होना चाहिए
03:06बहुती संतुलित तरीके से जिम्मेवारी के साथ
03:16जन प्रतिजिक रुप में देश की जनता का हमसे जो हमें दाई तो दिया है और हमसे जो पेख्षा है
03:25उसको समालते हुए हम आगे के लिए सोचें जो है उसको कैसे अच्छा कर सकें अगे बुरा होता है तो उसमें सतिक टिपनी कैसे कर सकें ताकि देश के नागरिकों का भी ज्यान वर्दन हो यह महनत का काम जरूर है लेकिन देश के लिए करना चाहिए
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