01:57लेकिन इस से भी एक बड़ी चुनाती ये है कि उची हिवाली शित्रों में भी बाहनों का संचालन बढ़ता जा रहा है।
02:03इस सार चार धाम यात्रा में 5,13,207 बाहन पहुंचे।
02:08यमनोत्री धाम में 64,175 बाहन पहुंचे।
02:12जबकि गंगोत्री धाम में 91,578 बाहन पहुंचे।
02:17केदाना धाम में 5,13,207 बाहन से यात्री पहुंचे।
02:22वहीं बद्रिना धाम में 2,18,52,207 बाहन से लाखों यात्री पहुंचे।
02:28प्रियावरन वित्रिलोक चंद्रसोनी कहते हैं कि जिस अस्तर पर परिवाहन के साधन सडकों पर दोड रहे हैं उसका सिधा परभाव जा मानों पर पढ़ रहा है और वाहनों के दारा जो कारवन डाईगे से छोड़ी जा रहे हैं
02:55उससे कहीं न कहीं हमारा परियावरन दुशित होना है हमारा वातावरन पे कुपरभाव पढ़ा है समय रहते हुए अगर हमने इस ओर ध्यान नहीं दिया तो निश्चित तरीके से हमारा परभुतिय अंचुलों का वातावरन पी दिल्ली का जैसा हो जाएगा
03:14उत्राखण में बहानों की बार के बीच परिवाहन विभाग प्रदूशन के जवाब में बड़ा कदम उठा रहा है
03:20परिवाहन विभाग की माने तो भविश का परिवाहन सस्ती, सुलब और पूरी तरह परयावरर अनुकूल होगी
03:27लिहाजा इलेक्ट्रिक वहानों को बढ़ावा देने पर फोकस किया जा रहा है
03:52परयावरन के लिहाज से महत्पून और विशम भगौलिक परस्तीतियों वाले राजिकी
03:56अगर सेहर ठीक रखनी है तो ऐसे मॉडल पर फोकस करना होगा
04:00जो परयावरन के अनुकूल हो और परयाटन भी सस्टेनेवल तरीके से चल सके
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