00:00उत्राखंड राज्य निर्मान की लड़ाई में महत्वण भूमी का निभाने वाले
00:03फिल्ड मार्सल की नाम से मशूर दिवाकर भटकाकल मंगलवार साम निधन हो गया था
00:08वो लंबे समय से बिमार चल ले थे लेकिन उनके जाने के बाद एक बहुत बड़ी छती उत्राखंड राज्य को हुई है
00:15और मेरे साथ उनके कई साथ ही यहां पर मौजूद हैं उनसे बाच करेंगे किस तरह से फिल्ड मार्सल अपनी राज्य निर्मान की लड़ाई को आगे बढ़ा रहा हुनोंने
00:24उत्राखंड में अगर आंदोलनों के प्रियाय के रूप में ना जायेगा तो दिवाकर भड़ जी का नाम प्रमुक्तात सबसे पहले होगा
00:33राज्य आंदोलन से लेकर के राज्य के नवनिर्मान में राज्य को समारने में उनकी विचारधारा जो थी
00:42आज भी वो ये कहते थे कि इस राज्य में एक और लड़ाई की जरूरत है
00:47लेकिन उस लड़ाई का सुबारम होने से पहले उसका आगाज होने से पहले ही असमय उनका निधन हो गया
00:54दिवाकर भड़ जी ने जिस प्रांगण में हम खड़े हैं
00:58इस राज जी आंदुलन के लिए उरोरा भूमी का इसने काम किया है यह राज जी आंदुलन का केंदर बिंदु यहां पर रही है रणनीतियां यहां पर बनती रही है
01:13ुप्रशासन के टार्गेट वरते वहाँ उनके साथियों ने उनको बचाया
01:38पॉडी कमिस्नरी का प्रदर्शन हो नैनिताल कमिस्नरी का प्रदर्शन हो यहां तक कि मुंबई महरास्ट में मुझफर नगर कांड के बाद में जो बहुत बड़ी रैली बाला साहब ठाकरे के नेतुरत में थी उस ठेक उस मंच से उत्राखंड के परवासियों को संबोधित क
02:08में ततकालिन डियाईजी बुवासिंग को भी खुला जबाब दे दिया था कि अब गोली का जबाब गोली से दिया जाएगा उनकी अक्रामक्ता का पहला उदारान देखने को मिलता है उन्होंने इस आंदोलन को सिरिन पढ़ चुके आंदोलन को धार देने के लिए स्रियंत
02:38उनका अगला पढ़ा था खेट पर होता जो पहाड की दुर्गम चोटी पर था और ये पहला मौका उत्राखंड राजी आंदोलन के तिहास में है जब किसी प्रसासन के किसी जिले के डियम को पैदल चलकर उस खेट की चोटी पर पहुंचना पड़ा और उनको मना कर वो नी
03:08जब गोलियां चली थी गोली कांडवा उसमें उनकी सहबागिता रही तो ये बहुत बड़ी भूमिकार जब जब उत्राखंड में आंदोलन की बात होगी तो दिवाकर भट का नाम सबसे पहले आएगा उनके कुछ और साथी यहां पर मौजूद है
03:24जी क्या नाम है आपका मेरे नाम सुलेंदर बॉंटिया आपने किस तरह से काम किया उनके सार्ट किस तरह से रंडिती बना के शेतर में जुड़ा रहा अभी तक यही चर्चाएं होती कि दिवाकर जिनने राजनीती के छेतर में हम इनकी एक आवाज पर उठके चले जाते थ
03:54चलो और जब यहां से रेला चला ना तो आप यह समझ लो आदमी ललतारो पूल पर पहुंच गया था रेली यही थी अब यह पूरा उत्रा खंड यह समझ लो हम लोग सारे उनके पिर उनकी एक आवाज पर अपनी जान देने वाले कई लोग थे ऐसे ऐसे थापा सरी के जो �
04:24मसूरी का एक परोग्राम होता है अटम फेसिबल परोग्राम में भी हमको फ्रोग्राम देने के लिए बुलाए गया जिसमें कि हमने अपने तन माले का नाम बड़ी इच्छी तरह लिया और द्युगार्जी ने उसमें हमारे योगदान किया और भी साथ है क्या नाम आपका
04:54It is a $2.12.
04:56They also have to leave the budget.
05:00This is what I am going to do.
05:02Do you have a job in the Béchal?
05:04In 1973, I am going to go to Béchal.
05:08I am going to go to the Béchal.
05:10I am going to be one.
05:12I am going to make a job.
05:14I am going to make a job.
05:16I am going to make a job.
05:18I am going to make a job.
05:20I am going to make a job.
05:22After all, I am going to make a job though.
05:24On the other hand, I am going to make a job.
05:26Right.
05:28We never thought about it.
05:30We didn't have to make a job.
05:32Once again.
05:34In 1989, we have met a meeting.
05:36So, when we have a job of building,
05:40there is no longer a job.
05:42It is not going to be a job.
05:44From that time, It is not going to make a job.
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