सवाईमाधोपुर. दीपावली पर जिले में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि विभाग से चलाए गए शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान की जांच रिपोर्ट ने चौंकाने वाले तथ्य उजागर किए हैं। विभाग की टीम ने जिलेभर से 58 नमूने लेकर जयपुर स्थित केंद्रीय जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला भेजे थे। इनमें से अब तक 45 नमूनों की रिपोर्ट प्राप्त हुई है, जिनमें 25 नमूने अमानक स्तर के पाए गए हैं। इनमें से 21 नमूने सबस्टैंडर्ड और 4 नमूने अनसेफ घोषित किए गए हैं।
जानलेवा मिले काजू-बादाम रिपोर्ट के अनुसार दीपक इंटरप्राइजेज से लिए गए काजू और बादाम के नमूने स्वास्थ्य के लिए जानलेवा पाए गए हैं। इसी तरह छाण खंडार स्थित शंकर मिष्ठान भंडार और पीपलदा (मित्रपुरा) के अग्रवाल मिष्ठान भंडार से लिए गए लड्डू भी अनसेफ घोषित किए गए हैं। इन खाद्य पदार्थों में खतरनाक रासायनिक मिलावट पाई गई है जो लिवर, हार्ट और किडनी संबंधी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है। इसके अलावा राहुल मावा भंडार चौथ का बरवाड़ा का मावा, बालाजी किराना स्टोर गंगापुर सिटी का श्रीकृष्णा ब्रांड वनस्पति, फूड कोस्टा रेस्टोरेंट गंगापुर सिटी का पनीर, बाबूलाल दीपक कुमार गंगापुर सिटी का पंकज ब्रांड ग्राउंडनट ऑयल, एमएम किराना स्टोर खंडार का लूज सरसों का तेल, पीयूष किराना स्टोर सवाईमाधोपुर का लूज सरसों का तेल, गोविंद मिष्ठान भंडार भाड़ोती की मावा बर्फी और मिल्क केक, हेमा मिष्ठान भंडार गंगापुर सिटी का मावा और कालाजामुन भी सबस्टैंडर्ड पाए गए हैं।
आगरा का मावा भी मिला अमानक
रेलवे स्टेशन के बाहर दीपावली पर जब्त किया आगरा से आया मावा भी अमानक स्तर का पाया गया है। इसमें राधेश्याम कल्याणमल, राहुल मावा भंडार बजरिया, कल्पतरु स्वीट्स टोंक बस स्टैंड बजरिया, वर्धमान मावा भंडार चूड़ी मार्केट बजरिया, प्रेमी मिष्ठान भंडार सवाईमाधोपुर, न्यू विजय डेरी बजरिया और लवली कैटर्स सवाईमाधोपुर के नमूने शामिल हैं। इन सभी को विभाग ने नष्ट करवा दिया है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी नितेश गौतम ने आमजन से अपील की है कि मिलावट करने वाले खाद्य विक्रेताओं और एक्सपायरी सामग्री बेचने वालों की जानकारी चिकित्सा विभाग के नंबर 01552-261190 या राज्य स्तरीय व्हाट्सएप नंबर 94628-19999 पर दें। शिकायत मिलने पर विभागीय टीम जांच कर कार्रवाई करेगी। इनका कहना है... खाद्य सुरक्षा अधिकारी वेद प्रकाश पूर्विया और नितेश गौतम की टीम ने दीपावली पर सघन निरीक्षण, नमूनीकरण और जब्ती की कार्रवाई की थी। अब रिपोर्ट आने के बाद संबंधित संस्थानों के खिलाफ कोर्ट में चालान दायर किया जाएगा। विभाग की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी ताकि जिले में मिलावटखोरों पर नकेल कसी जा सकें।
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