00:16Guru Tegh Bahadur Ji Na Jho Samaj Dharm Ki Rikshya Ke Liyay
00:22Maha Kurbani Dei Hai
00:25और इतनी बड़ी कुर्बानी दुनिया में कहीं सुनने को या देखने को नहीं मिलती
00:35जो Guru Tegh Bahadur Ji के परिवार ने इस धर्म की रिक्षा के लिए कुर्बानी दी है
00:44जिसको हिंद की चादर भी बोलते है
00:46ऐसे महान गुरु साड़े तिन सो उनके सहीदी के हुए हैं
00:57एक नुवंबर से हरियान परदेश के
01:00गुरुतेख Bahadur Ji को समर्पित
01:04उस इतिहास को जन जन तक पहुँचाने के लिए
01:08लगातार अलग-अलग स्थानों पे कारेकरम चल रहे हैं
01:14गुरुतेख Bahadur Ji के उनकी याद में
01:20बलड डोनेशन कैम्प अलग-अलग जगाप
01:23साड़े तिन सो स्थानों पे
01:24और हर बलड डोनेशन कैम्प में
01:28साड़े तिन सो लोगों ने
01:29बलड यूनिट वो इतिहासिक वो दिया है
01:35और उसके बाद गुरुतेख Bahadur Ji
01:39के इस जाद में हमारी मेराथन हुई है
01:45बड़े पद्दर पर अलग-अलग मेराथन के हुई है
01:49स्वकुलों में
01:52उनकी जीवनी के उपर निबंद लिखे गए हैं
01:55बच्चे में लिखे हैं
01:57और
01:57प्रतियोगिता हुई है
02:00प्रतियोगिता के साथ-साथ अन्या
02:04हमने एक
02:06लाइन उनको दी है
02:07उस लाइन के उपर भी
02:09गुरुतेख Bahadur Ji को
02:11उनके जीवन को समर्पित
02:13पंजाबी
02:15हिंदी
02:17और
02:18इंगलीश संस्कृत इन भासाओं के अंदर भी
02:23अलग-अलग
02:23वो बच्चों ने
02:25त्यारियां कीक करके
02:28उसको प्रजेंट किया है
02:29और उनके लिए इनाम भी रखा है
02:32फर्स्ट, सेकंड, थर्ड
02:34वो इनाम भी देने का काम हुआ है
02:37और हमारी चार यात्राएं भी
02:39हर्यानपरतेश के
02:42अलग-अलग
02:42स्थानों से चली है
02:44आफ्टारी को पहली यात्रा
02:46सिर्सा रोडी से चली है
02:48उस दिन
02:50गुरुतेद वाहदुर जी के नाम से
02:53चाओदरी देविलाल
02:55युनिवरस्टी सिर्सा
02:56में उनके नाम से एक चेर भी
02:58स्थापित की गई है
02:59ताकि जो हमारे बच्चे
03:02युवा उसको सर्च कर सके
03:04उसी तिहास को जान सके
03:05उसके बारे में ट्रेन ना ले सके
03:08हमने वहाँ चेर स्थापित की है
03:11और इसी परकार
03:13गुरुतेग बहादुर जी को समर्पित
03:26पंजकुला पिंजौर से यात्रा सुरू हुई
03:28चौदा तारीक
03:29वहाँ से सुरू हुई है
03:32और वहाँ पर गुरुतेग
03:34बहादुर जी के नाम से
03:35जो अमबाला गौर्मेंट
03:38पॉल टेक्निकल है
03:39उसका नाम गुरुतेग बहादुर जी के
03:42नाम से करने का निर्णे किया गया
03:44और फिर फ्रीदाबाद से यात्रा सुरू हुई
03:49और अठरा तारीक को यमना नगर सड़ोरा से
03:55बाबा बंदा सिंग बाहदुर जिस पवितर गुर्दवारे के अंदर
03:59उनोंने जिसका निर्मान किया और वहाँ पर रह करके
04:03जो सिक्षाएं जो समाज धर्म के लिए उनोंने कार्य किया है उस पवितर गुर्दवारा से वह यात्रा प्रारंब हुई
04:12और उस दिन गुरुतेग बाहदुर जी के नाम से एक वन वहाँ पर लगाया गया
04:19और उस दिन साड़े तिन सो बच्चों ने एक समय में उसमें पदर ओपन भी किया और लगभग पैंटीस एकड पैंटीस एकड के अंदर वह वन गुरुतेग बाहदुर जी के नाम से लगा है
04:35और उसी दिन वहीं पर एक अग्रिकल्चर महाविजाल्या गुरुतेग बाहदुर जी के नाम से उसकी भी अनॉंसमेंट हमने की है
04:45गुरुतेग बाहदुर जी एक ऐसा महान विक्तितव और इसके साथ साथ हमने इसी कड़ी के अंदर एक बड़ा करेकरम बड़ खालसा
04:58जहां पर दादा खुला खुसाल सिंग धैया जिनोंने एक बड़ी कुर्बानी दी वहाँ पर भी एक बड़ा करेकरम का आयोजन उनकी आद के अंदर हुआ है
05:12और देश के सस्वी परदान मंतरी आदनिया नरेंदर मोदी जी 25 तारी को गुरुतेग बाहदुर जी का जो सहीदी दिवस है उसमें सिर्कत करेंगे
05:26और उसी के साथ साथ आदनिया परदान मंतरी जी यहाँ अनुभाव के अंदर जिसका उन्होंने पिछले जिनों दो ब्लॉक्स का उद्गाटन किया था आज वह पूर्ण स्थक इस सितिती में है और देश के विदेश के परटकों के लिए यह खुलेगा
05:45आदनिया परदान मंतरी जी इसका विजित करेंगे और वहाँ पर एक पांच चन्या उसका उद्गाटन करेंगे और उसके बाद अंतर राष्टिय गीता जन्ती महसर ब्रहम स्रोवर पर विजित करेंगे
06:00Thank you very much for joining us and we'll see you in the next one.
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