00:00इस एक दिन के मौन उपवास में मेरे साथ बैठे, पूरे बिहार से अपना समय संचाधन लगा कर यहाँ पर आए हैं, मैं उनका दिल से धन्यवाद कर रहा हूँ, आप सभी मीडिया के साथियों का भी यहाँ पर धन्यवाद, कि आप इस सुदूर, पस्रिम चंपारन के सुद
00:30में रहा है, इसलिए नहीं कि जन्शुराज चुनावहार गया, इसलिए कि बिहार में लोगतंत्र के साथ एक बहुत बड़ा अन्याय हुआ है, और जन्शुराज की सोच से जुड़े हुए लोग, जन्शुराज को मानने वाले लोग, जन्शुराज परिवार के सरस्यों के
01:00हम लोग वहाँ पर वापस आये हैं जहां से इस सोच की, जहां से इस अभ्यान की शुरुवात करी थी,
01:04आज से साड़े तीन साल पहले, यहीं से चंद लोगों ने पैदल चलना हम लोगों ने शुरू किया था,
01:11देखते देखते दो ढ़ाई बरस में जन सुराज लाखों लोगों का परिवार बन गया,
01:18लाखों लोग इस सोच से जुड़े और सबसे बढ़के बिहार में लाखों ऐसे लोग हैं जिनके मन में ये आसा जगी कि बिहार में भी कुछ बदल सकता है,
01:28बिहार में भी वेवस्था बदल सकती है, बिहार में भी बच्चों के लिए पढ़ाई हो सकती है, यहाँ पर भी रोजगार हो सकता है, यहाँ पर से भी पलायन बंद हो सकता है।
01:38लोकतंत्र में चुनाव में हाथ जीत होती रही है हम लोक चुनाव से जुड़े रहे हैं ये कोई नई बात नहीं है नई घटना नहीं है लेकिन लोकतंत्र की बुनियाद में है भोट सब को भोट देने का स्वतंत्र होकर भोट देने का अधिकार होना चाहिए स्वतंत्र भार
02:08मेरा उपशत्तर साल के देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि सरकार ने गरीब तब के के करोडों भोट दस-दस हजार रुपे में खरीदा है सारे पांच रुपया दैनिक के हिसाब से यह सदारन बात नहीं है आप जब संभिधान लिखा जा रहा था तो अम्बे बाब
02:38अजादी के बाद पहले दिन से युनिवर्सल वोटिंग का राइट है कि गरीब से गरीब आदमी भी अंपढ़ हो पड़ा लिखा हो किसी वर का हो किसी जाती किसी धर्म का हो उसको भोट देने का अधिकार है अमेरिका जैसे देश में अधिकार मिलने में दसको लग गए इ
03:08बंती चलती है सरकार चुनाओ के पहले योजना निकालती है कि जो लोग भी गरीब हैं जो लोग आप जो कैबिनेट का डिसीजन उसको पढ़िए उसमें लिखा गया है कि जो लोग भी इंकम टैक्स नहीं देते हैं और जो सरकारी नौकरी नहीं करते हैं वो सारे परिवार के �
03:38इलाओं को दस-दस जार रुपे देकर उनका भोट खरीदा जाता है उनके पीछे सरकार की बिवस्था लगती है वो पैसा लेकर बदलना जाएं उनको जीविका के समोहों से जोडा गया उनको जीविका की दीदियों को उनके पीछे लगाया गया कि भाई तुम जाकर इसी �
04:08मैं बेक्तिकत तोर पर रुखो उनको जुड़ा रहा हूँ बेक्तिकत तोर पर इमांदार लेकिन ये इमांदारी की कौन सी परिवासा है सिर्फ कॉंट्रेक्टर से और ट्रांसफर पोस्टिंग में पैसा लेना ही बैमानी नहीं है संबिधान में जो बात लिखी गई है उस
04:38अगर ये चीज एलाव कर दी जाए तो देश से लोकतंतर खतम हो जाएगा
04:43कोई भी दल जो सत्ता में हो कभी चुराव ही नहीं हारेगा
04:46किसी भी सरकार के लिए 15-20-30,000 करोड रुपया कहीं से कर्ज लेकर भी
04:52लोगों से को बाटने में कोई दिकत नहीं कोई कर सकता है
04:55आप देखें भी हाँ सरकार के पास पैसा नहीं था
04:58कंटिजेंसी पंड से पैसा डाइवर्ट करके वर्ड बेंग का पैसा जो दूसरे काम के लिए था उसको डाइवर्ट करके ये वोट खरीदा गया है
05:06और मैं बिल्कुल गंभीरता से दावे के साथ कह रहा हूँ, कैमरे पर कह रहा हूँ, कि सरकार ने ये 10-10 जार रुपे में वोट खरीडा है, अगर मैं गलत कह रहा हूँ, तो सरकार हम पर केस कर दे, हमको जेल में डाल दे, पीछे हटने वाले नहीं।
05:19गांदी जी ने जब अहिंसा की परिवासा लिखी है, तो उसमें लिखा है, कि अन्याय का प्रतिकार होना चाहिए, हमारा कोई द्वेस नहीं, हमारा कोई जगडा नहीं, हमारी कोई लड़ाई नहीं, लेकिन ये अन्याय है, ये अन्याय जन्चुराज के लिए नहीं है, राज
05:49еждachta उनके बच्चों के पढ़ाई का हख चहिन लिया उनके वच्चों के रोदगार के सपने को चKit लिया – ये
05:56अन्याय है, और उस अन्याय के सामने हम लोग जुटने वाले नहीं है
06:00जन्शुराज जुकने वाला नहीं है इसी लिए एक जिनका आकर हमोन उत्वास किया है ताकि उसी धर्ती से उसी गांधी की सोच से प्रहणा ले सके और पूरी टाकत से इमांदारी और सुद्धता से इस लड़ाई को लड़ सके वो सारे गरीब लोग जिनको आपने दो लाक �
06:30ये नत्वादे की फॉर्म नहीं भर पाया इसलिए अब जन्शुराज वो जिम्मेवारी लेगा हर वो महिला जिसको दस जार रुपिया दिया गया और ये कहा गया कि अगर आप ये फॉर्म भरियेगा तो आगे आपको दो लाक रुपे की मदद मिलेगी अब जन्शुराज
07:00जो सरकारी सर्ते उसको पूरा नहीं कर रही है आपको दस जार रुपे देते समय कोई सर्त रही रखा गया लेकिन अब आगे क्योंकि आपसे भोट लेना था आपसे भोट खरीदना था अब दो लाक रुपे देना है तो आपको सरकारी अफसर सर्त की बात करेंगे तो सरकार
07:30अब जन्सुराज के साथियों का है, हम लोग उन घरों तक जाएंगे और आपके सामने ये घोसना कर रहे हैं 15 जनवरी के बाद, जन्सुराज की ओर से, सारा जन्सुराज परिवार हम लोग घर घर जाएंगे, इस राज्य के 1,18,000 वार्ड में हम लोग बैठ के करेंगे, और �
08:00हैं उसके हिसाब से वो कागज जमा कराएंगे ताकि उनको या तो 2,00,000 रुपया मिले या फिर भविसे के लिए उनको समझ में आ जाए कि कभी गल्ती से भी भोट बेचना नहीं है, किसी भी लालच में नहीं पढ़ना है, क्योंकि ये आज हुआ है ये तो 5 परस के बाद भ
08:30भी होगी, सरकार की जबाब देही भी तै होगी, और आगे भविष्य में ये ऐसा न दूराया जाए ये भी होगा, इसलिए 15 जन्वरी से जन्शुराज की ओर से 1,18,000 वाडों में और साड़े 500 प्रकंडों में ये बिहार नौ निर्वान संकल्प अभियान शुरू किया जा
09:00सब कुछ भूल कर हम लोग हर गाओ, हर प्रकंड, हर वाड, हर घर तक पहुचेंगे, और हर उस व्यक्ति के साथ जिसके साथ अन्याय हुआ है, उसके साथ खड़े होंगे, उसकी मदद करने ही कोशिज करेंगे, और हर वाड में 1,18,000 वाड में ये कारिकरम को आयुजित किय
09:30एक दिन बिताऊंगा उन सारे लोगों के साथ, उन सरकारी अफिसेज का, उन सरकारी अफ्षरों का, उन विभागों का, उन पदाधिकारियों के साथ, उनका घेराव होगा, जिन लोगों ने सरकार की मदद की है इस वोट को खरीदने में, ये बात यहां खतम नहीं होने वा
10:00लोग बिख गए, जातियों में बट गए, हिंदु मुसल्मान बनकर भोट दे दिया, तो क्या बिहार में, समाज में इसको कभी किया जा सकता है? मेरा अभी भी मानना है कि बिलकुल बिहार के समाज में वो ताकत है, बर्सों की लगी काई है, संभव है हमनों को थोड़ा और मे
10:30जाएंगे, एक-एक व्यक्ति को समझाएंगे, क्योंकि जन्द सुराज की मूल सोच ये है, कि जब तक समाज में लोग नहीं सुदरेंगे, तब तक सिर्व डलों से और सरकार से सत्ता से बिहां की व्यवस्ता को नहीं बदला जा सकता है, तो समाज को सुदारने का ये पूर
11:00टेर बरस लगाता बिहार के एक लाक अठारा हजार वार्ड में और करीब साड़े पांच हजार नगर और प्रखंडों के हेट वाटर पर मैं खुद जाओंगा, एक दिन पूरा भिताओंगा, और लोगों को के साथ जो अन्याय हुआ है, लोग उनके साथ कैसे अन्याय कर प
11:30ये संसादन पैसा कहां से आएगा, ये एक बड़ी चिंता की वज़ा रही है, कई लोगों को लग रहा है कि प्रसांद किसो राय थे, पैसा विशा लेकर, अब तो तीन-चार वरत, तीन वरत हो गया, पैसा कितना दिन चलाएंगे, भाग जाएंगे छोड़कर, तो मैं आप
12:00कम 90 प्रतिसत जंद सुराज के इस अवियान के लिए डोनेट कर रहा है, यही नहीं, पिछले 20 परस में मैंने अपने द्वारा अरजित की गई, जो भी मेरी चल अचल संपत्ती है, एक मैंने अपने परिवार के लिए दिल्ली में एक घर को छोड़कर, बाकी सारी संपत्ती क
12:30करना पड़े, पैसे की वज़े से ये अवियान रुकने वाला नहीं है, मैं फिर से दूरा देता हूँ, आगले 5 साल तक, जो कुछ भी मेरी आमदनी होगी, उसका कम से कम 90 प्रतिसत मैं जंद सुराज के इस अवियान को चलाने के लिए दान करूँगा, और दूसरा, पिछल
13:00दूसराज को डोनेट कर दिया जाएगा, इसके साथ ही, मैं आप से ये भी आपके जरी ये बिहार की जंता से जंद सुराज से जुड़े हुए लोगों को ये आहवान करना चाहता हूँ, आप इस अंकल्प लीजिए, हम अपना 90% दे रहे हैं, आप से 10% भी नहीं मांग रह
13:30अपने राज्य के बहतरी के लिए, सुधार के लिए, बिवस्था परिवर्टन के साभ्यान के लिए, कम से कम 10000 रूपया जरूर आप दूनेट कीजिए, 10000 रूपया जनचुराज को जरूर दीजिए, अगर आप बहुत गरीब हैं, आपके पास 1000 रूपया नहीं है, तो समा
14:00नहीं होगा कि भया हम हमारे साथ आपके साथ हैं अब एक हजार रुपया का
14:04कंट्रिबूशन आपको करना है मेरा विश्वास है कि विहार की 13 करोर
14:08जंता में से अगर एक करोर लोगों ने भी एक हजार रुपया का योगदान
14:12कर दिया तो अगले 5 साल तक की सभ्यान को कोई रोक नहीं पाएगा इसलिए ये जरूरी है
14:18और साथ ही अब आगे से मेरे से मिलने वाले लोग मैं अब उसकिसी व्यक्ति से नहीं मिलूँगा
14:24जो जंता में कम से कम हजार रुपया के जिसने योगदान न किया हो
14:29उसकिसी व्यक्ति से बात विचार नहीं करूँगा जो जंता की सभ्यान में तेंजिबल तोर पर कंडा ना लगाए
14:36क्योंकि जैसा मैंने कहा है सला का समय खतम हुआ
14:40साड़े तीन साल हम लोगों ने सला दिया है
14:43हर आदमी अच्छा बात करता है और फिर जाकर वही गलती दो राता है
14:47तो सुधार का अब दूसरा चरण है सला का समय खतम हुआ
14:50संगर्स का समय शुरू हो रहा है
14:52अगर आपको लगता है कि जन सुराज बहतर है जन सुराज की सोच बहतर है
14:56ये बिहार के बहतरी के लिए है बिहार के बच्चों के पढ़ाई रोजगार के लिए है
15:00पढ़ाय अनबंद करने के लिए है
15:02तो मेरे भाई आप भी कुछ योगनान दीजिए
15:05कुछ समय निकालिए, कुछ संसाधन बिहार के इस विवस्था के सुधार के लिए लगाईए
15:10इसी के लिए हम लोग यहाँ आज बैठे थे, आज एक दिन का ये कारिक्रम खतम हुआ
15:15आगे अगले लेड़ से दो महिनों में हम लोग पूरी तरीके से जन्सुराज के सकठन को पुनर गठीत करेंगे
15:23और जैसा कि मैंने आपको बताया, 15 जनवरी से हम लोग फिर से पूरी ताकत, इमानदारी और सुधता से
15:30बिहार के हर उस वार्ड में, 1,18,000 वार्ड में पहुंचेंगे, हर उस प्रकरण में पहुंचेंगे
15:37जहां पर लोगों के साथ अन्याय हुआ है
15:39लोगों के साथ सरकार ने छल किया है
15:42सिर्फ भोट का छल नहीं किया है
15:44कल सरकार बनी है, देखिये
15:46लोगों के मुँपर सरकार ने तमाचा लगाया है
15:49ऐसे ब्रस्थाचारी मंत्रियों को
15:51अपरादिक छवी के मंत्रियों को
15:53ऐसे लोगों को मंत्री बनाया गया है
15:56जिनोंने जीवन में कुछ पढ़ा नहीं
15:58कुछ किया नहीं
15:59वो सिर्फ इसलिए मंत्री बन गये
16:00क्योंकि उनके पिताजी मंत्री है, उनके पिताजी बड़े नेता है, यही बात तो जन्चुराज तीन बरस से समझा रहा है, बिहार के समाने परिवार के बच्चे, कलर्क बनने के लिए, सिपाई बनने के लिए, नौकरी पाने के लिए, बरसो बरसो की पढ़ाई करते हैं, औ
16:30में rubbing the salt on the wound घाव पर नमक लगाने वाली बात है नितीश कुमार ने हर उस व्यक्ति को मंत्री बनाया है जिस पर प्रस्टाचार के बड़े आरोप लगे हर उस व्यक्ति को मंत्री बनाया गया है जिसकी छवी अपराधिक है तो नितीश कुमार अमित्सा और नरेंद्र मोदी ज
17:00की चिंता करना हमारा काम नहीं है तो जन्सुराज उसके विरोध में खड़ा है डल के तौर पर खड़ा है समाजिक बेवस्था के तौर पर खड़ा है सोच के तौर पर खड़ा है ये जन्सुराज को चुनाव हराया नहीं गया है जन्सुराज चुनाव नहीं हरा है जन्स�
17:30फोटो नहीं लगाते हैं, गांधी जी से सीखते हैं, और जो कुछ भी छोटी मोटी समझ, जो ताकत, जो शमता भगवान ने दी है, वो गांधी की उस सोथ से, बाबा साहब की सोथ से, एलाइंड है, और मैंने पहले कहा है, पेसेंस और परसिबरेंस, ये जोपी, शिखाते है
18:00जो बात पहले कही है, अभिमन्यू को चक्रविव में, इमाबारत के चक्रविव में अभिमन्यू को घेर कर छल से लोगों ने मार दिया, लेकिन अभिमन्यू को भगवान खुद अभिमन्यू के साथ थे, फिर भी अभिमन्यू को मार दिया गया, अरजुन जैसे बीर के प�
18:30जो धर्म के साथ था, जो सही के साथ था, अंतता जीत पंडो की हुई है, उसी तरह गरजन सुराज की सोच सही है, हम लोग के सोच में हमारे प्रयास में इमांदारी और सुद्दता है, तो जीत मिलनी ही मिलनी है, कोई घबनाने की बात नहीं है, दो बरस लगे या छार बरस ल
Be the first to comment