00:00मैं समराट चौधरी इस्वर की सपत लेता हूँ कि मैं विधी द्वारा स्तापित भारत के समिधान के परती सची सर्दा और निष्टा रखूंगा
00:15मैं भारत की प्रभुता और अखण्ड़ता अच्चोन रखूंगा मैं विहार राज के मंत्री के रूप में अपने कर्तब्वों का सर्दा पुर्वक और अन्तकरन से निर्वाहन करूंगा
00:30तता मैं भाय या पक्षपात अनुराग या द्रेश के बिना सभी प्रकार के लोगों के प्रती समिधान और विधी के अनुसाद लियाई करूंगा
00:42मैं समराड चौधरी इस्वर की सपत लेता हूँ कि जो विषय दिहार राज के मंत्री के रूप में मेरे विचार के लिए लाया जाएगा अत्वा मुझे ग्यात होगा उसे किसी व्यक्ति या व्यक्तियों को
01:01तब के सिवाए जबकि ऐसे मंत्री के रूप में अपने कर्तेवियों के समयक निर्वाहन के लिए ऐसा करना अप्यक्षित हो मैं प्रत्यक्ष अत्वा और प्रत्यक्ष रूप से संचूति या प्रगट नहीं करूए
Be the first to comment