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  • 6 hours ago
गोमती नदी में डाली गईं मछलियों की कुछ घंटों में कैसे चली गई जान? देखें र‍ियल‍िटी चेक

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00:00ये पानी जो है वो किस कदर है यहाँ पर किस तरीके से है यहाँ पर आप स्टीमर चलाते हैं पानी की डेंसिटी क्या है पानी तो ठीक है अबी इसमें जो इसमेल आती है वो कैसी आ रही है अब यह इसमें नाले का पानी आ रहा है तो थोड़ा बहुत तो वही इसमें इलतवा
00:30के कैबिनेट मिनिस्टर संजय निशात ने कल तकरीवन दो लाक मचलिया इस गोमती नदी के पानी में छोड़ी और यहाँ पर प्रधानमंतिरी मस जो योजना है इसके तहट उनको प्रोणनत और बढ़ाने के लिए यह मचलिया छोड़ी गी लेकिन इस बीच बहुत सारी ऐसी
01:00मर गई अब ऐसे में केवल मान के चली 50% ही मचलिया होंगी जो इसमें अंदर जा पाई होंगी और बाकी कुछ लाने में और कुछ यहां के पानी से ज्यादा उनकी मौत हो गए अब ऐसे में सवाल यह है कि जो गोमती का पानी है वो कितना साफ है उसको लेकर कई सवाल है कि �
01:30मंतरी जी आये थे तो लगबग कितनी मचलिया थी यहां पर डालने के लेस में दो लाग मचलिया होंगी जो उपर तैरती रहे है बाकी अंदर चली गए वो तो सभी तैरती रही ना और जो पानी की वज़े से कुछ जो जिनकी मौत हो गई थी उनकी संक्या लगबग कितनी ह
02:00फिर भी something में तो कुछ थोड़ा ही बहुत मन की चलो मारी होगी नहीं बागी तो सब सही है
02:05ये पानी जो है वो किस कदर है यहाँ पर किस तरीके से है यहाँ पर आप इस टीमर चलाते हैं
02:11पानी की डेंसिटी किया है पानी तो ठीक है अभी ठीक लिसमी जो साथियू आती है वू कैसी आ रही है यहां पर इतना काला पानी है इसकी क्या वजे मिला चुब आहा ќड़ोा ता चुकी जुझ होती है सते
02:34प्रचकी जो दिख रहा है इसके बारे में तुम्हें बता नहीं सकता कि भाई पानी क्यों गंदा आ रहा है क्यों काला पड़ रहा है अब लोग स्टीमर इसमें चलाते हैं कोई कस्टमर आता है जी आता है इस पैसे लेते हैं टूंड्रेट रुपे से एक बैक्तिका कितनी द�
03:04क्या वजे क्या होती है कि मश्लियां इस काले पानी में मंत्री जी कह रहे थे देंसिटी थोड़ी डार के इस वज़े से चल नहीं पाई अब यह तुम नहीं मालू है यहां पर जो सक्स हैं यह चुकि यहीं तैनात रहते हैं स्टीमर लगाते हैं इनका मानना है कि यहां पर �
03:34वह आप अगर देखिए तो यह गोमती नदी का पानी है यहां पर पानी विस्तित है लेकिन जो इसका कलर है कहा जाता है कि इसमें कई नाले जो हैं वो आते हैं इस वज़े से यहां गंदगी जादा है अगर आप एक तरफ देखेंगे तो इधर कई तरीके के जो मेटेरियल
04:04इसी नदी में हैं और इसी नदी में वो मश्लियों को प्रवाह किया गया यानि एक तरीके से उसमें डाला गया जिससे की मश्लियां बढ़ सकें अब सवाल कही है कि आखिर किस तरीके से इस पानी को लेकर जो सवाल खड़े हो रहे हैं वो भी कई तरीके के हैं और इसमें य
04:34आपने हाथों से मसलिया बागी तोर किसी ने डाला नहीं और उस दोरान कितनी मचलियां उपर आ गई थी जब डाली थी नहीं चलिए जब छोटी चोटी थी तो यह मान चलिए कि सो दो सो के संख्या तो रही होगी
04:46तो यानि कि वो क्या पानी इसका इतना काला क्यों है अब पानी इसलिए काला है कि नाले इसी में उतरते हैं तभी छट के टाइम पर यल्डिये ने काफी सफाई इसकी करवाई थी या नगर निगम सब यहीं लगे रहे यहां पर जो लोग आते हैं एक बार बड़ा स्मेल सी आ
05:16लेकिन एक बार जो गूम के गया दुबारा इसी वेज़े से कि पानी खराब है इसका नाले आते रहते हैं सफाई होती उसके बाद फिर वेसे हो जाती तो साफ तौर से जो गूमती का पानी है वो जिस हिसाब से होना चाहिए वो शायद नहीं है इसी वज़े से कल जब शं�
05:46जो इसकी वो काफी ज़्यादा कम हो गई है और इसी वज़े से चुकि यहां पर क्लेम किया जाता है कि कई नाले हैं इस वज़े से अब अब इस पूरे मामले पर गूमती की सफाई की बात की जा रही है और माना जा रहा है कि इसको निर्मल और सच लगातार अब किया जाए
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