00:00दिलों में अपनी बेताबिया लेकर चल रहे हो तो जिन्दा हो तो यह लाइन आपको याद आ गई होगी और कुछ बेताबिया मुझे लगती है कुछ पता ठिकाना पर्मनेंट इंसानों में ढून लेती हैं क्योंकि उनको पता है कि वहां से कुछ क्रेटिव और अच्छा नि
00:30आपके साथ शिरुवात करते हूं क्योंकि आपकी इस तमान फिल्में हमने देखी आपने भी पहले भी वर जॉन्र को आपने लक्ष के जरिये साधा था और अब फिर से आप उसी जॉन्र में जाते हुए दिखाई दे रहे हैं क्या वज़ा है कि आपको यह लगा कि यह कहान
01:00एक तो बहुत अफसोस था जब मैंने कहानी सुनी तो मुझे बहुत अफसोस था कि यह कहानी जो कहते हैं तो बोरो फ्रॉम एन अदर फिल्म इतियास के पन्नों में कही खो गई थी तो उसका दुख था लेकिन ताजुब भी हुआ उसके बारे में क्योंकि यह इतनी एक पा
01:30जाता है लेकिन अगर आप किसी से सिवल सुसाइटी में पूछेंगे तो बहुत कम लोग होंगे जो जानेंगे कि उस राच को रिजांगला में क्या हुआ था तो I felt it was an important story to be told, a meaningful story to be told about the armed forces and I was immediately on board.
01:48अगला समाल जो मेरा आने वाला है वो तुरंत ही एक आरोप से जुड़ेगा कि आजकल राष्ट्रवाद और हाइपर राष्ट्रवाद की एक बहस चड़ गई है, फिल्मों में लोग उरी के दौरान भी चर्चा हुई और भी फिल्में लेकिन आपने लक्ष की है, so you have that to put forth
02:18है हमारा एक परंपरा रही है, फिल्म इंडस्ट्री की, कि कोई भी फिल्म अगर बहुत चल जाती है, हिट हो जाती है, तो बहुत से लोगों को लगता है कि अब ऐसी फिल्मे चलेंगी और ऐसी फिल्मे बनानी चाहिए, तो this is not new, लेकिन वोई फिल्में चलती है जो अच्�
02:48तो इफ डिरेक्टर का नजरिया बहुत इंपॉर्टन होता है, और किस इंटेंशन से फिल्मेकर ने फिल्म बनाई है, मेरे ख्याल से थीज आ वरी इंपॉर्टन थिंग्स, तो मेरा ये मानना है कि राष्टरबाद पे फिल्मे बननी चाहिए, I'm not a big fan of hyper राष्टरबाद,
03:04नगर राष्टरबाद पे फिल्मे बननी चाहिए, देजभक्ती पे फिल्मे बननी चाहिए, Manoj जी ने इतनी मतब कमाल की फिल्मे बनाई है, नोबडी वोड़ी वोड़ी वोड़ी इंस्पारद यू, ये मेड़ी लव यू लव यू लव कंट्री मोर, तो इन दा सेम वेन,
03:34कि आजकल लोगों की फिलिंग्स पहले से अलग है क्या?
04:04वार में भेज दिया गया, फिर 71 उन्हें लड़ी, तो जब मैं बड़ा हो रहा था, तो मैं इन सब कहनेों के साथ ही जुड़ा हो था, उसमें से एक कानी थी 120 भाहदूर की, जो मैंने सुनी, डैडी से बड़ी थोड़ी सी, फिर मेरे बड़े भाई साब ने मेरे को सुनाई
04:34एज नहीं मिला, लेकिन इस एक बैटल ने एक ऐसी कहानी लिखी कि मेजर शैतान सिंग की हर जगा पर समारक बने हुए है और बहुत स्पिरिच्वालिटी जो हमारी फोसे उनकी जुड़ी हुई है उनसे, सबसे चालेंजिंग कुछ रा हो आपके लिए मैनेज करना, पुट
05:04आपके लिए उनके लिए जो एक रिसेर्च टीम थी जो लेखक थे राजीव हमारे जो प्रोड़क्शन दिजाइनर थे जो डियो पी थे जो पूरे तो आपने उनके सबने मिलके जिस तरीके से स्कानी को पेपर से स्क्रीन पे लाइफ बतार गिविन लाइफ तो इस कमेंड
05:34पीपल अब आप आप एक रिए जो फिल्म थे जो प्रोड़क्शन दिजाए तो यू गटुम आप इस दो एक फिल्म देखते हो डो जो गंटे में आप सोचते हो कि ये कानी हो गई बड़ फिल्म अगर एक पर्टिकुलर जानर चल रहे है तो राइट जानर तो प्रोड़क
06:04अगर आप ट्राइक करोगे यार यह आज चल रहा है तो में यह बनाओ जब तक आप वो बनाओगे दो सार तब और कुछ चला जाएगा
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