00:00बिहार की सियसत में लालु परिवार और लालु परिवार में तेजस्वी आदों रोहनी आचारे के बीच शुरू हुई
00:08जुबानी जंग और इस जुबानी जंग में एक नाम रमीज
00:14वो रमीज जो तेज़स्वी यादो का दोस्त बताए गया
00:18वो रमीज जो तेज़स्वी यादो के चुनावी प्रबंधन को देख रहा था
00:22वो रमीज जिस पर रुहनी आचारे ने बच सुलूकी का और बिहार नतीजों के लिए पूरी तरीके से जिमेदार बुरे प्रदर्शन के लिए आरोप लगाया है कि इस सब के लिए तेज़सु यादो की टीम में जो संजे यादो है रमीज है ये लोग जिमेदार है अब बा
00:52उस जिले बलरामपूर में खड़ा हूँ और बलरामपूर की तुलसीपूर टाउन एरिया रमीज पर करीब ग्यारा मुकद में दर्ज है जिसमें हत्या हत्या का प्रियास मारपीट आगजनी के भी मुकद में दर्ज है और वो भी बलरामपूर और कौशांबी के दो थानों
01:22हत्या कर दी गई
01:24मैं इस समय पर उस गली में मौजूद हूँ
01:26ये तुलसी पूर की वो गली है
01:27ये तुलसी पूर के पूर चेर्मेन थे फिरोज पपू
01:30ये गली उन्हीं के
01:32में रोड से ये उनके घर के तरफ आती है
01:35ये सीरे आप देखे गली है
01:36और इस से होते हुए अमूमन
01:39और ये दूसरी तरफ ये घर है
01:43ये यहाँ पर दोनों तरफ घर है
01:45फिरोज पपू चेर्मेन थे तुलसी पूर के
01:47जब ये घटना हुई उस समय पर उनकी पत्नी यहाँ से चेर्मेन हो गई
01:52आरोप लगाया गया कि फिरोज पपू
01:54चार्शीट भी लगी फायर दर्ज हुई
01:57तो उसमें बल्रामपुर से पूर सांसत समाजवादी पार्टी के बहुबली नेता
02:04रिजवान जहीर उसकी पत्नी जेबा और जेबा का पती
02:09यही रमीज नामज़त किये गए जेल भेजे गए
02:14रमीज का क्या है फिरोज पपू हत्याकान से कनेक्शन
02:18क्या है उसका रिजवान जहीर से कैसे कनेक्शन हुआ
02:22क्या हुआ हमारे साथ बात करने के लिए फिरोज पपू जिनकी हत्या हुई थी
02:27उनके भाई अफरोज जो इस पूरे केस को देख रहे हैं
02:31जो अब लड़ाई लड़ रहे हैं रिजवान जहीर और उसके दामाद रमीज के खिलाफ वही अफ्रुज भाई क्या घटना करम हुआ कब से क्या शुरू हुआ यही से सब कैसे क्या हुआ था यह 2017 की बात है
02:442017 की बिधानसवा चुनाओं में हमारे भाई साब ने इसकी बेटी को चुनाओं लड़ाया था
02:51रिजवान जहीर की पूरा कैम्पर रमीज की पत्नी को उसी के बात से उनका काफी वर्चफ दिखा इलाके में और उनके नाम पे काफी वोट इसको मिले
03:02यह काफी वोटों से हार गई चुनाओं लेकिन रिजवान को यह लगा कि एक हमारे साथ का लड़का जो है
03:09यह हमारे चुनाओं को मैनेस करके और इतने हाइलाइट पे पहुँच गया तब ही से इनकी राजनिती का दावत सुरू हो गई
03:16और 2021 के पंचाए चुनाओं में इन्हों ने अपने वाइफ को लड़ाया रिजवान ने और हमारे भाई साब ने अपने दोस्त को लड़ाया
03:28जो उनका साथी था जो रहता था उनके साथ में और रिजवान की वाइफ चुनाव हार गई और हमारे भाई साब का साथी जीत गया
03:36वहीं से ज्यादा रंजित शुरू हो गई रिजवान को ये लगा कि ये तो कल का लड़का ये हमारे सामने बड़ा नेता बन जाएगा
03:44और इसकी वाइफ चुनाव हार गई तो ये अंदर खाने इसके आग सुलग रही थी और हमारे भाई साब 2022 के विधान स्वाज चुनाव में सपा से टिकट के दावेदार थे
03:56और वो भी अखले यादो जी से मिले थे टिकट के लिए और ये अपना इसने भी जॉइन किया था उस समय इसने जॉइन किया था सपा सपा में पहले नहीं था
04:07तो ये भी टिकट के दैवेदार था जेवार इजवान के लिए इसको लगा कि कहीं ऐसा ना हो कि फ्रोज पपू की ज़्यादा इलाके में नाम है और ये अपने दो दो बार चेर्मेन भी रह चुका है तो ऐसा ना हो कि इसको टिकट मिल जाए बड़ा नेता बन जाए
04:23रमीज कैसे इस भूमिका में आया आई आपके भाई की हत्या में रमीज की मूमिका कैसे आई और उस दिन हत्या कब कैसे हुई रमीज की भूमिका जिला पंचाय चुनाओं से ही आई जिला पंचाय चुनाओं में इसने हमारे भाई को धंकी भी दिया कि तुम अपने साथी को �
04:53जन्वरी 2022 की रात सवा दस बजे हमारे भाई सब मार्केट में गये थे अपना टहल घूम के आए जैसे रूटीन में लोग आते हैं घर पे अगर आप घटना करम पूरा समझाते रहें यही वो चुकी गली है और यहां से यह रोट की दूरी आप देखे ही हैं वो वहीं से पै�
05:23टीवी में दो लोग मारते हुए दिखे और जिन्होंने गला रेत के हत्या करी सरीये से पीछे सर पे वार किया जब वो गिर गए उसके बाद जो है गला रेत के हत्या कर दिया गया तो यह इसमें रमीज और रिजवान जहीर यह कैसे आ गए इस हत्याकान में कैसे तो क्योंक
05:53पता था कि यह हत्या नहीं तो उस समय में नामजद लिखा था बाद में पुलिस ने छान बीन में इसका नाम उजागर हुआ जब मुल्जिम पकड़े गए तो उन्होंने अपना जो है सारी दास्तान बताई अच्छा मतलब आपने अग्यात में कराई थी आपको भी नहीं ल�
06:23चेर्मैन साब की हत्या हुई हमारे बड़े भाई साब की उस दिन के पूरे दिन का और पूरी आधी रात तक का उन्हीं दोनों आदमियों से इसकी काल रिकार्डिंग बात हो रही थी जो दोनों मारने वाले थे हमारे भाई साब को हाँ उन्हीं दोनों से ही पूरे दिन साम
06:53को ये पता था कि च Killman कब आते हैं घर पे कब बाहर जाते हैं tips भॉरी रूटीन उनको पता थी और उसम मेरी पहले से रेकी कर रहे थे, इनको मारने के लिए।
07:18आ रहे थे तो कहां यहां पर आपका यह है घटना स्थल यहां पोल पर लाइट जल नहीं थी यहीं पर आएसे ही हमारे भाई साब पड़े हुए थे गिरे यहां पर अब आप रोड से देख लीजिए किने दूरी है महेज हमें लग रहा है कि 25 मीटर 30 मीटर दूरी होगी और घ
07:48हत्या कर दी जाए उसके घर की गली में गला रेट करके हत्या कर दी जाए भाड़े के हत्यारे करें और इसकी साजिश में रिजवान जहीर और रमीज को पुलिस ने गिरफतार किया और साथ में रिजवान जहीर की बेटी और रमीज की पत्नी को भी गिरफतार किया थे यह �
08:18क्या है ये पॉलिटिकल और क्या दिमागी तोर पर या प्राधिक प्रोटिक ये दिमागी रूप से गंगेश्टर माइंडेड आदमी है ये सुरू से जब से यहां आया तुलसीपुर में साधी होने के बाद रिजबान जहीर के हां रिस्ता होने के बाद तो इसने यहां के न
08:48पसंद करते हैं तो उनको लगा कि यह तेजस्वी आदो का दोस्त है और इसके साथ रहने पर हमें जो है बहुत कुछ नाम फिर में लेकिन तेजस्वी तो कभी नहीं आए लेकिन यह जितनी भी राजनीती किया जो भी माफिया गीरी करता था जो भी दबंगई यहां दिखाता
09:18अब यह चार जनवरी को तो हत्या हुई लगभग मुझे लग रहा है आठ जनवरी को नहीं आठ जनवरी दस जनवरी को इन लोगों की गिरिफतारी हुई केस का खुलासा होने में एक हफते पुलिस को लग गए मसक्कत करने में कि कहा से लिंक है कैसे क्या पूरा केस खोलने
09:48कि दो जो मुख्य भाड़े वाले हत्या वह थे हत्या भ्युक्त एक मैराज था और एक महूज पूस था
09:56में तो अभी लोगों को गिरिफतार करके दस्तारी को जेल बेद दिया गया यह रमीज अरेस्ट हुआ था अभी यह बेल पर है क्या है उस desaparees क्या उस केस का
10:06स्टेटस यह है कि रमीज बेल पर है और केस अभी फाइनल के कंडिशन में है
10:12क्लोज हो चुका है अब फैसला चार सीड लग चुकी बहस पूरी हो गई और लगबग अदालती जितनी परकिरिया होती है
10:20पूरी हो गई आपके वल वह आना है फैसला आना है रिजवान दहीर तभी से जेल में है हार रिजवान दहीर तभी से जेल में है रिजवान दहीर उनके दोनों भाड़े के जो वो थे गुरगे वो तीनों अभी जेल में है रमीज और जेबा यह जेल से बाहर है सकील का इन्हो
10:50लेन देन था यूंался कशामवी में वहां पर यहां पर हभत्यान में और उसके बाद एक धाइड हिसरी स्टार में और ऊपने सातके hanите
11:05सकील के हभत्या उसकील कि प mening क्ष्तान होगे है यहां पूढ़ हुआ सुने तरसी सेना जाथ हे ईुण्ग
11:15कितने मुकत में दर्ज हैं इसके उपर 12 मुकत में दर्ज है and
11:22यह पैसा कहां से कमाता थ सके पास funding कहां रही ती जो भी
11:35Viking थी आज तक का जो हमने अपना जो मुझे जानकारी हुई वो सब
11:42बिहार से ही फेंडिंग हो रही थी और कोई इसके जितने भी जाजात थे जितने भी कोठी दुकाने जो भी रिजवान जहीर एंट पार्टी इनकी थी वो सब तो जब थो गई थी इनका कोई देखने में जो यूपी में था ऐसा कुछ स्रोथ तो लगा नहीं तो ये सारा बिह
12:12आप अउगत ही हो गए होंगे कि उनके घर में भी इसने क्या करा दिया वहां भी जाके आग लगा दिया इसने हमारा घर तो इसने बरबात किया ही ये जाके लालू परिवार में भी खतम कर दिया कहानी भाई बहन बहनों में लड़ा दिया भाई को पार्टी से निकलवा दि
12:42उड़ती हुए ख़वर मिलती है कि ये सब अपने बचने के चक्कर में बिहार में चुपा हुआ है यूपी में आ नहीं सकता इसके उपर कई संगीन धाराएं हैं कई थानों में हिश्टी सीटर है और रिजवान जहिर वैसे भी टाप 10 माफिया में सूची बद्ध हैं तो उनक
13:12गाड़ी अंदर नहीं जा पाई तो अब वो उतर के सीधा थोड़ी दूर घर है तो सोचे हम पैजल यह टेहलते हुए चले जाएं यहां यह जो तीन का यह टीन का सेड है इसी के नीचे दो उनके हत्यारे खड़े थे पहले सी घात लगा के
13:29यह सीसी टीवी में नहीं जिसने गाड़ी से छोड़ा जिस वेक्ती ने हमारे भाई साब को गाड़ी से छोड़ा उसको लगा कि हो सकता है ठंडी का मोसम है दो लोग अपना खड़े होंगे बात कर रहे होंगे लेकिन बाद में जब हत्या हो गई तो यह लगा कि हाँ वही �
13:59यह सीधे नेपाल जाती है यहाँ पर गाड़ी रोकी चुकि यह गली है चोटी सी गली है और यह नाला बन रहा था गाड़ी जा नहीं सकती जी तो घर महज 50 मीटर की दूरी पर तो पैदल चलने लगे और जब पैदल चलने लगे तो घात लगा कर आए जो हत्यारे थे वह �
14:29अले सिर पर वार किया गए फिर गला रित कर हत्या कर दी गई पुलिस में तफ्टीश की तो नाम आए रिजवान जहीर का उसकी बेटी जेबा का और जेबा के पती यानि रिजवान जहीर के दामाद रमीज इनाइब का रमीज के उपर बलरामपुर और कौशांबी में लग
14:59बिहार की दादनीती में तेजस्वी के इर्दगिर्द और लालू परिवार में किस तरीके सो उसने कद बढ़ाया अपनी एहमियत बढ़ाई कि आज लालू परिवार में उसका एक बेटा परिवार छोड़कर चला गया पार्टी से निकलवा दिया और अब तेजस्वी की ए
15:29अब तो यह उस रमीज की कहानी और उस गली से जहां पर रमीज ने 2022 की रात में चेयर्मेन और पूर चेयर्मेन और पूर चेयर्मेन वो खुद भी पपू फिरोस्तुन की हत्या कर दी थी
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